- खेतों में सड़ने लगी धान की फसल, किसानों की आर्थिक स्थित दयनीय
- शुक्रवार को बिजनौर बैराज से डिस्चार्ज में हुई कमी
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में तीन सप्ताह से लगातार गंगा जलस्तर में हो रहे उतार-चढ़ाव ने खादर क्षेत्र में तबाही मचा दी है। किसानों की धान की फसलें खेतों में ही तबाह हो गयी है। जिससे खादर के किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय होने लगी है। कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है। घरों में पानी भरा होने के कारण लोगों ने छतों पर आसरा लिया हुआ है।
जिधर देखो उधर पानी ही पानी नजर आता है। चांदपुर जाने वाला मार्ग कई जगहों से क्षतिग्रस्त होने के साथ पानी में बह रहा है। जिससे सड़क के किनारे क्षतिग्रस्त हो गये हैं। बिजनौर बैराज के अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में काफी गिरावट आ गयी है और घटकर कुल 1 लाख 15 हजार क्यूसेक ही रह गया है। वहीं, हरिद्वार से जलस्तर घटकर 93 हजार क्यूसेक रह गया है, लेकिन दो दिन पूर्व बढ़े गंगा के जलस्तर ने खादर क्षेत्र में तबाही मचा दी है।
लगभग दो दर्जन से अधिक गांव पानी से चारों ओर घिरे हैं। कई गांवों में तो पानी बस्तियों में घुस गया है। जिससे लोगों को अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सिरजेपुर, रठौराकलां, हंसापुर, परसापुर, दबखेड़ी, हादीपुर गांवड़ी, शेरपुर आदि गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है। झड़ाका मोड़ के समीप पुलिस ने बैरियर लगा दिया है और लोगों को आगे जाने से रोक रहे हैं।
इन गांवों में बाढ़ का कहर सबसे अधिक
फतेहपुर प्रेम, दबखेड़ी, भागोपुर, हरिपुर, छोटी चामरोद, हंसापुर, परसापुर, शेरपुर, नई बस्ती, रठौराकलां, हादीपुर गांवड़ी, सिरजेपुर, किशनपुर, लतीफपुर, बामनौली, खेड़ीकलां, बधुवा, भिकुंड दूधली खादर, मखदूमपुर, जलालपुर आदि गांव में बाढ़ का कहर लगातार जारी है।
कई गांवों का कटा संपर्क
हस्तिनापुर रामराज मार्ग से सिरजेपुर जाने वाले मार्ग पर कई-कई फीट पानी सड़कों से होकर बह रहा है। जिस कारण रठौराकलां, हंसापुर, परसापुर, दबखेड़ी, भागोपुर, शेरपुर, नई बस्ती, हरिपुर समेत किशनपुर व हादीपुर गांवड़ी का भी संपर्क कट गया है।
गंगा पुल की एप्रोच रोड भी हुई ध्वस्त
मवाना और चांदपुर को जोड़ने वाले गंगा पुल की ओर जाने वाले मार्ग पर भी कई-कई फीट खड़ा पानी बह रहा है। पानी की तेज धार के चलते एप्रोच रोड पर दो जगहों से हुए कटान के चलते पानी बह रहा है। जिससे एप्रोच रोड पर खतर और बढ़ गया।