- बिना फिटनेस की दौड़ रही स्कूल बसों पर आरटीओ ने कसा शिकंजा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बिना फिटनेस सड़कों पर दौड़ रही स्कूल बसों पर आरटीओ ने शिकंजा कस दिया हैं। एक टीम स्कूल बसों की चेकिंग कर रही हैं। एआरटीओ (प्रशासन) कुलदीप सिंह ने बताया कि बिना फिटनेस दौड़ रहे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही हैं। गुरुवार को चार स्कूल बसों का पंजीकरण सस्पेंड कर दिया गया।
एआरटीओ प्रशासन ने सख्ती का चाबुक चला दिया है। एआरटीओ ने कहा कि स्कूल बसों के कागज फिटनेस के पूरे नहीं किए गए थे, जिसके चलते बसों का पंजीकरण तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। ये चारों बस अब सड़कों पर नहीं दौड़ पाएंगी।
आईटीआई में आज से शुरू होंगे ड्राइविंग लाइसेंस की टेस्टिंग
आईटीआई के मैदान में शुक्रवार से डीटीआई सेंटर पर ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग का काम किया जाएगा। इसमें ड्राइविंग लाइसेंस का आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को सर्वप्रथम टेस्टिंग देनी होगी। उसके बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस की आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। एआरटीओ ने कहा है कि ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को कठिन बना दिया गया है, जिसके चलते थोड़ी दिक्कत तो होगी, लेकिन गलत किसी का भी लाइसेंस नहीं बन सकेगा।
छह बसों को किया जब्त
एआरटीओ ने बताया कि छह डग्गामार बसों को जब्त कर रोडवेज की भैंसाली डिपो पर खड़ा किया गया है। क्योंकि आरटीओ के पास बसों को खड़ा करने की जगह नहीं हैं।
डग्गामार बसों के खिलाफ भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही हैं। जब्त की गई बसों को मेरठ से दिल्ली के बीच चलाया जा रहा था। डग्गामार बसों के मालिकों पर एफआईआर कराने की तैयारी एआरटीओ प्रशासन ने शुरू कर दी है।
रोडवेज को चूना लगा, जेब गर्म कर रहे परिचालक
मेरठ: भैंसाली डिपो के परिचालक रोडवेज को चूना लगाकर जेब गर्म कर रहे हैं। अधिकांश परिचालकों द्वारा लोकल यात्रियों को पैसे लेने के बाद भी टिकट नहीं दिया जा रहा। जिसके चलते रोडवेज को काफी नुकासान हो रहा है। वहीं, चेकिंग के दौरान यात्रियों को भी काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के भैंसाली डिपो में कार्यरत परिचालकों द्वारा निगम को चूना लगाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है। रोहटा रोड, बागपत रोड पर अधिकांश परिचालक कम दूरी के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों को टिकट नहीं दे रहे, जबकि उनसे पूरे पैसे वसूल कर रहे हैं। जिसके चलते चेकिंग के दौरान यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
रोडवेज सूत्रों ने बताया कि इस बारे में अधिकांश चेकिंग अधिकारी भी सब कुछ जानते हैं और परिचालकों से मिलीभगत के चलते उन पर कोई एक्शन नहीं लेते। ऐसे में बड़ा सवाल ये बनता है कि आखिर परिवहन निगम को चूना लगा रहे परिचालकों के खिलाफ अधिकारी कोई कार्रवाई क्यों नहीं करते? भैसाली डिपो के आरएम ने मामले से अनभिज्ञता जताई है। वहीं, आरएम केके शर्मा ने इस बाबत कार्रवाई करने की बात कही है।