- कृषि अध्यादेश के खिलाफ 26 सितंबर को बड़ौत तहसील में करेंगे धरना प्रदर्शन
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: रालोद का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को कृषि अध्यादेश के विरोध में कलक्ट्रेट में पहुंचा। उन्होंने डीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि यदि इसको वापस नहीं लिया गया तो वह 26 सितंबर को बड़ौत तहसील में धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि जरूरत पड़ी तो सड़कों पर उतरकर भी आंदोलन किया जाएगा।
नगर के रालोद कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई। उसके बाद एक प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष सुखबीर गठीना व पूर्व सिंचाई मंत्री डा. मैराजूद्दीन अहमद के नेतृत्व में कलक्ट्रेट में पहुंचा। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है और अब यह कृषि अध्यादेश लाकर उनको बर्बाद करने की नीति बनायी है। कृषि अध्यादेश के विरोध में केन्द्रीय मंत्री ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है।
किसान मसीहा एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने हमेशा किसानों के हित की लड़ाई लडी है और उन्होंने कार्पोरेट क्षेत्र को बचाया है। लेकिन केन्द्र सरकार अब पूंजीपतियें के हाथ को कृषि क्षेत्र को सौंपना चाहती है, जिसे रालोद किसी भी कीमत पर नहीं होने देगा।
उन्होंने कहा कि यदि कृषि अध्यादेश को वापस नहीं लिया जाता है तो 26 सितंबर को बड़ौत तहसील में धरना प्रदर्शन किया जाएगा और यदि जरूरत पड़ी तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन होगा। उन्होंने डीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर कृषि अध्यादेश वापस लेने की मांग की।
वहीं उन्होंने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को कोरोना काल में पचास प्रतिशत रोस्टर के अनुसार बुलाने की मांग का डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर डा. ओमबीर ढाका, विश्वास चौधरी, राजकुमार, राममेहर सिंह, अजहर खान, पप्पू मुखिया, भंवर सिंह, राजेश, बाबू अब्बासी, तंजीम, बाबर चौहान, विजयपाल सिंह आदि मौजूद रहे।