- ग्राउंड स्तर पर 10 से ज्यादा बना दी गई दुकानें
- लग चुके शटर और हो चुकी रंगाई-पुताई भी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अवैध निर्माण रोकने के लिए प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने इंजीनियरों को तो बदल दिया, लेकिन अब देखना यह है कि रोहटा रोड पर निर्माणाधीन दुकानों को क्या प्राधिकरण के इंजीनियर रोक पाएंगे ? ग्राउंड स्तर पर 10 से ज्यादा दुकानें बना दी गई। शटर भी लग गए। उनकी पुताई भी करा दी। अवैध निर्माणकर्ता का दुस्साहस तो देखिये कि प्रथम मंजिल पर भी दुकान का निर्माण कर दिया।
लिंटर भी डाल दिया और अब प्लास्टर भी कर दिया हैं। इतना सब होने के बावजूद एमडीए के इंजीनियर मौन धारण किये हुए हैं। आखिर एमडीए इंजीनियरों का क्या मौन टूटेगा? या फिर इसी तरह से अवैध निर्माणों को इंजीनियर बढ़ावा देते रहेंगे। ऐसा तब है, जब कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह और प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी स्पष्ट कर चुके हैं कि अवैध निर्माणों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाए।
बावजूद इसके इंजीनियरों की सेहत पर असर नहीं पड़ रहा हैं। अवैध निर्माणकर्ता धीरे-धीरे निर्माण भी पूरा कर लिया, मगर इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई। सील भी नहीं लगाई गयी। निर्माण कपाउंडिंग हो नहीं सकता। क्योंकि रोड वाइडिग में ही निर्माण कर दिया गया हैं। पार्किंग तक नहीं हैं। आने वाले समय में रोहटा रोड पर अवैध निर्माणों से ट्रैफिक स्थिति का बुरा हाल हो जाएगा, लेकिन इंजीनियरों को इसकी कतई चिंता नहीं हैं।
इंजीनियर तो तबादला होकर चले जाते हैं, लेकिन समस्या का सामना करती है जनता। इसमें भी वैसे ही होगा। परेशानी जनता को होगी, अवैध निर्माणकर्ता भी दुकानों का निर्माण कर बेचकर चला जाएगा, लेकिन भविष्य को लेकर जो मास्टर प्लान 2031 तैयार किया हैं, फिर उसकी क्या जरुरत हैं। जब अवैध निर्माण ही कराने है तो फिर मास्टर प्लान को लेकर दिखावा क्यों किया जा रहा हैं?
एमडीए वीसी ने मांगी जोनल से रिपोर्ट
प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने जोनल अधिकारी वीके सोनकर से मवाना रोड पर अम्हैडा श्मशान घाट के पीछे विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी को लेकर रिपोर्ट मांगी हैं। व्यापक स्तर पर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। इसको लेकर कैसे कार्रवाई नहीं की गई? इसको लेकर जोनल अधिकारी से भी पूछा गया हैं।
एमडीए की एक टीम इस कॉलोनी में पहुंची तथा रिपोर्ट तैयार कर प्राधिकरण उपाध्यक्ष को सौंपी हैं। इस जमीन में पट्टों और ग्राम समाज की भूमि भी बतायी जा रही हैं, जिसकी शिकायत कुछ लोगों ने की हैं। उसकी भी जांच चल रही हैं। प्राधिकरण के जोनल अधिकारी वीके सोनकर ने जेई से इस अवैध कॉलोनी के ध्वस्तीकरण के आदेश तैयार करने के लिए कहा हैं, ताकि इसमें बड़ी कार्रवाई की जा सके।
पानी निकासी की नहीं है व्यवस्था
रेसिडेंस वेल्फेयर एसोसिएशन वृंदावन एंक्लेव ने प्राधिकरण उपाध्यक्ष से शिकायत की है कि उनकी कॉलोनी में बारिश का पानी भर गया है, जिसकी निकासी का कोई साधन नहीं हैं। इस कॉलोनी का एक हिस्सा ही स्वीकृत है, बाकी इसका लगातार विस्तार किया जा रहा हैं। इससे कॉलोनी के लोगों को पानी की निकास व्यवस्था व अन्य दिक्कतें पैदा हो रही हैं।
लोगों की शिकायत है कि कोलोनाइजर अशोक सैनी की कॉलोनी का एक छोटा सा हिस्सा अप्रूव्ड है, बाकी अवैध हैं। कॉलोनी की भोली भाली जनता को सीवर आदि सुविधाएं देने की बात कही, लेकिन सुविधाएं नहीं दी गई। कॉलोनी तालाब बन गई हैं। कॉलोनी का मंदिर गिरने के कगार पर पहुंच गया हैं। तालाब के गंदे पानी के कारण पीने का पानी भी खराब होता जा रहा है और कॉलोनी में बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है।