- किठौर में कहीं रात के अंधेरे तो कहीं दिनदहाड़े हो रहा अवैध मिट्टी खनन
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: इसे दुर्भाग्य कहें या रसूखदारी का खेल कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रदूषण के गंभीर स्तर का हवाला देकर शिक्षण संस्थान बंद कराने वाले हुक्मरान गर्दो-गुब्बार उड़ाते खनन माफियाओं से अंजान बने बैठे हैं। सेटिंग के तख्त पर लापरवाही की चादर तानकर कुंभकर्णी नींद सोए इन हाकिम और मातहतों को न तो धूल-धूएं से त्रस्त जनता की फिक्र है और न माफिया से अवरुद्ध हुए मार्ग में परेशान खड़े बेबस राहगीरों की परवाह। किठौर में तो अवैध खनन चौतरफा चरम पर है।
इन दिनों प्रदेश के अधिकतर जिलों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है। मेरठ में भी ग्रेप-4 लागू हो गई है। स्थिति पर गंभीर सुप्रीम कोर्ट ने नर्सरी से 12वीं तक के सभी बोर्डों के स्कूल-कालेजों, कोचिंग सेंटरों में अनिश्चितकालीन अवकाश घोषित करने का आदेश दिया। आदेश के अनुपालन में मंगलवार को डीएम दीपक मीणा ने भी मेरठ के स्कूल-कालेजों में अनिश्चित कालीन अवकाश घोषित कर दिया, लेकिन अफसरों ने प्रदूषण के दयोतक खनन माफिया पर कोई पाबंदी नही लगाई। नतीजा, लोग अफसरों के रहमों करम पर हो रहे अवैध खनन के गर्दो-गुब्बार में जीने को मजबूर हैं। किठौर की बात करें तो यहां चौतरफा अवैध खनन माफिया का राज है।
अंधेरा छाते ही कस्बे से सटे शाहजमाल से शुरू हुए अवैध खनन की मिट्टी रातभर डंपरों, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से नई कलोनियों के भराव में डाली जाती है। देहात में असीलपुर बाइपास पर भड़ौली के जंगल और गेसूपुर शुमाली के जंगल में बड़े पैमाने पर अवैध खनन जारी है। असीलपुर के कोठरा से जेसीबी व दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रॉली दिनदहाड़े अवैध खनन कर दिनभर धूल-धुआं उड़ाते सालौर ईंट भट्टे के लिए मिट्टी ढोते हैं। सड़क पर अंधाधुंध दौड़ती टैक्स मुक्त इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से मार्ग क्षतिग्रस्त तो होता ही है कई बार पलटने से मार्ग अवरुद्ध जैसी दुर्लभ स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे बेबस राहगीरों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
प्रदूषण से निपटने को निर्माण स्थलों की निगरानी तेज
मेरठ: बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए एनसीआरटीसी टीम ने प्रदूषण नियंत्रण उपायों के कार्यान्वयन की निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए एक विशेष कार्य बल का भी गठन किया है। दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के निर्माण कार्य में टीम ने प्रदूषण और धूल से बचाव के एंटी स्मॉग गन और जल छिड़काव के लिए वॉटर स्प्रिंक्लिंग का प्रयोग किया। निर्माण कार्यों के कारण कम से कम प्रदूषण हो, इसके लिए एनसीआरटीसी ने एक प्रभावी व्यापक शेड्यूल तैयार किया है, जिसका क्रियान्वयन निरंतर किया जा रहा है। बेगमपुल, भैंसाली और मेरठ सेंट्रल के भूमिगत स्टेशनों के आसपास लगातार पानी का छिड़काव किया गया।
साथ ही कॉरिडोर के साथ साथ लगातार एंटी स्मॉग गन चलाये गए। एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस निर्माण स्थलों पर ट्रक वॉशिंग प्लांट, वॉटर स्प्रिंकलर और एंटी-स्मॉग गन इंस्टॉल किए हैं। निर्माण कार्य से होने वाली धूल और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा सके। स्प्रिंकलर और एंटी स्मॉग गन निर्माण साइटों पर एक निश्चित ऊंचाई पर लगाए गए हैं। पानी छिड़काव के लिए मोबाइल वाहन भी अलग-अलग साइट पर तैनात किए गए हैं। लोगों की सहूलियत के लिए सड़कों पर बैरिकेडिंग के सहारे जमा होने वाली मिट्टी को उठाने के लिए आॅटोमेटिक टो-डस्टिंग मशीन का प्रयोग किया जा रहा है।
सड़क पर डस्ट, कूड़ा डालने पर 10 के चालान
मेरठ: प्रदूषण का स्तर खतरनाक होने पर अब नगर निगम ने ग्रैप-4 का पालन न करने वाले लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी। गुरुवार को नगर निगम की टीम ने सड़क पर डस्ट और निर्माण सामग्री व कूड़ा डालने पर दस दुकानदारों के चालान कर दिए। व्यापारियों से 36 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। बढ़ते प्रदूषण के चलते दिल्ली एनसीआर में ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू हैं। इसके तहत भवन निर्माण व ध्वस्तीकरण पर रोक है। इसके अलावा निर्माण सामग्री को ढककर रखने और कूड़े को भी खुले में पड़े रहने न देने तथा कूड़े को ढककर ले जाने के निर्देश हैं,
लेकिन कुछ दुकानदार इन नियमों का पालन करने को तैयार नहीं। नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने ग्रैप-4 का पालन न करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। नगर निगम के जोनल सैनेट्री अधिकारी राजेश कुमार ने बाजारों में भ्रमण किया। उन्होंने सार्वजनिक मार्ग पर डस्ट, कूड़ा आदि डालने पर 10 दुकानदारों पर चालान की कार्रवाई की। इन व्यापारियों पर 36 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया। इन व्यापारियों ने जुर्माना वसूल कर निगम फंड में जमा कराया गया।
बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ चला वाहन चेकिंग अभियान
मवाना: लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर गुरुवार को एआरटीओ ने 10 और 15 साल पुराने वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया 17 वाहनों का चालान किया। छोटा मवाना पुलिस चौकी के समीप पर एआरटीओ पुराने वाहनों के चालान करते हुए उन्हें जब्त किया। अधिकारियों ने बताया कि निर्धारित उम्र पूरी कर चुके वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
नेशनल कैपिटल रीजन में बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने के लिए गुरुवार को एआरटीओ राजेश कर्दम ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की संख्या को कम करने के उद्देश्य से डीजल के 10 साल और पेट्रोल के 15 साल पूरे कर चुके वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया। वाहन चेकिंग के दौरान एआरटीओ ने प्रदूषण फैलाने वाले 17 वाहनों के चालान कर कई वाहन सीज किये। एआरटीओ ने बताया कि गुरुवार को वाहन चेकिंग के दौरान एक टेंपो सहित चार वाहन सीज किये। वहीं, 13 वाहनों के चालान किया। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।