Friday, July 5, 2024
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ईद की नमाज को लेकर होगा रूट डायवर्ट

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  • भारी और हल्के वाहन होंगे डायवर्ट

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शनिवार 22 अप्रैल को होने वाली ईद-उल-फितर को लेकर शाही ईदगाह में होेने वाली नमाज की तैयारियां कर ली गई है। पुलिस ने नमाज के वक्त भारी और हलके वाहनों के लिये रूट डायवर्ट कर दिया है। शहरी क्षेत्र में सुबह पांच बजे से रूट डायवर्जन लागू होगा।

चन्द्रदर्शन के अनुसार ईद-उल-फितर का पर्व मुस्लिम समुदाय के लोगो द्वारा मनाया जायेगा। इस पर्व के अवसर पर मुस्लिम वर्ग के लोग ईदगाह/मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करते हैं। अत: इस अवसर पर भारी व हल्के वाहनो का रूट डायवर्जन शहर क्षेत्र में समय प्रात: 5 बजे से डायवर्ट होगा।

दिल्ली व बागपत की तरफ से आने वाली रोडवेज की बसें, जिन्हें भैसाली बस अड्डे पर आना है, उन्हें परतापुर इंटरचेंज से सरधना फ्लाईओवर से मुड़कर कंकरखेड़ा रेलवे फ्लाईओवर होते हुए जीरोमाइल चौराहे से बेगमपुल, भैंसाली रोडवेज स्टैंड पर आ सकती है। वापसी से दिल्ली गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर की ओर जाने वाली रोडवेज की बसें इसी मार्ग से जा सकेगी।

मुजफ्फरनगर से आने वाला यातायात जिसे गढ़मुक्तेश्वर या मुरादाबाद जाना है, उसे जीरोमाइल चौराहे से कमिश्नर आवास चौराहे, जेल चुंगी होते हुए यूनिवर्सिटी से गढ़ रोड पर जाने दिया जायेगा तथा जिस यातायात को हापुड़ जाना है, उसे यूनिवर्सिटी होते हुये तेजगढ़ी चौराहे से एल-ब्लॉक से हापुड़ की ओर जाने दिया जायेगा। दिल्ली चुंगी शारदा रोड व ब्रह्मपुरी चौराहे से भूमियापुल की तरफ किसी भी प्रकार के वाहन को नहीं जाने दिया जायेगा।

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हापुड़ स्टैंड से भूमिया का पुल (गोलाकुआं) की तरफ किसी प्रकार का वाहन नही जाने दिया जायेगा। हापुड़ रोड से आने वाले सभी प्रकार के यातायात को एल-ब्लॉक शास्त्रीनगर से आगे हापुड़ स्टैंड की ओर नहीं जाने दिया जायेगा। इसी प्रकार हापुड़ स्टैंड से एल-ब्लॉक की ओर किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया जायेगा। ऐसे वाहन एल-ब्लॉक चौकी से तेजगढ़ी चौराहे की ओर जा सकेंगे।

बागपत स्टैंड (फुटबाल चौक) से ईदगाह, रेलवे रोड की ओर सभी प्रकार के वाहन पूर्णत: प्रतिबन्धित रहेगे। इसी प्रकार से जली कोठी, रेलवे रोड, ईदगाह की ओर दिल्ली रोड पर सभी प्रकार के वाहन पूर्णत: प्रतिबन्धित रहेगे। जली कोठी चौराहे पर बैरियर लगाकर यातायात पूर्णत: बंद कर दिया जायेगा।

सऊदी में दिखा चांद, भारत में आज दिखाई देने की उम्मीद

सऊदी अरब में गुरुवार को ईद उल फितर का चांद नजर आ गया। मदरसा जामिया मदनिया के नायाब मोहतमिम कारी अफ्फान कासमी ने भी इसकी पुष्टि की। सऊदी अरब में चांद दिखाई देने के साथ अब इस बात की पूरी उम्मीद है कि भारत में शुक्रवार को ईद का चांद नजर आ जाएगा। बताते चलें कि सऊदी अरब में चांद दिखाई देने के अगले दिन भारत में भी चांद नजर आ जाता है।

ईद का चांद यदि शुक्रवार (आज) नजर आ जाता है तो शनिवार को ईद उल फितर का त्योहार पूरे हषोल्लास के साथ मनाया जाएगा। चांद देखने के लिए शुक्रवार शाम मगरिब की नमाज के बाद रुयत-ए-हिलाल (चांद कमेटी) की बैठक होगी जिसमें चांद दिखने अथवा न दिखने पर अन्तिम फैसला लिया जाएगा। यह बैठक गुदड़ी बाजार स्थित ऊं ची मस्जिद में शहर काजी प्रो. जैनुस साजेदीन की अध्यक्षता में होगी।

शुक्रवार शाम रोजा इफ्तार व मगरिब की नमाज अदा करने के बाद रुयत-ए-हिलाल बैठेगी। इससे पहले चांद देखने की कोशिश की जाएगी। चांद दिख जाए तो शहर काजी इसका ऐलान कर देंगे। मेरठ में यदि चांद नहीं दिखाई दिया तो शहर काजी दिल्ली, लखनऊ व देवबंद सहित दूसरे बड़े शहरों व प्रदेशों से सम्पर्क स्थापित करेंगे।

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इस दौरान यदि कहीं से भी चांद दिखने की गवाही आती है और कोई इसकी तस्दीक करता है तो इस आधार पर कोई भी अन्तिम फैसला शहर काजी ही लेंगे। हर साल 29वें रोजे के बाद शहर काजी की अध्यक्षता में रुयत-ए-हिलाल कमेटी की बैठक होती है जिसमें कई उलेमा भी मौजूद रहते हैं।

शाही ईदगाह में ईद की नमाज 7:45 पर

ईद का चांद दिखाई देने की स्थिति में दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह में ईद उल फितर की नमाज सुबह पौने आठ बजे अदा की जाएगी। इसके अलावा रेलवे रोड स्थित वक्फ मनसबिया (बड़ी करबला) में ईद की नमाज शिया मुसलमान सुबह आठ बजे अदा करेंगे। उधर, नौचन्दी स्थित वक्फ बाले मियां में नमाज का समय सुबह आठ बजे ही रखा गया है। बकौल शहर काजी ईद उल फितर की नमाज शाही ईदगाह में अपने परम्परागत अंदाज में अदा की जाएगी।

जुमा अलविदा आज, तैयारियां पूरी

रमजान का पवित्र महीना अपने बिल्कुल अन्तिम पड़ाव तक पहुंच गया है। शुक्रवार (आज) रमजान का आखिरी जुमा (जुमा अलविदा) है। जुमा अलविदा की नमाज की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शहर की विभिन्न मस्जिदों में जुमा अलविदा की नमाज अदा की जाएगी। जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद दिख रहा है। विभिन्न मस्जिदों के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम होंगे। अधिकारी भी लगातार गश्त पर रहेंगे।

जुमा अलविदा पर नमाजियों की भारी भीड़ जुटने के मद्देनजर तमाम बड़ी मस्जिदों पर पुलिस नजर रखेगी ताकि सड़क पर नमाज अदा न की जाए। बताते चलें कि बुधवार को शाही ईदगाह में ईदगाह कमेटी, शहर काजी व जिला प्रशासन के बीच हुई बैठक में प्रशासन ने साफ किया था कि जुमा अलविदा और ईद की नमाज मस्जिदों व ईदगाह परिसर के अंदर ही अदा की जाएगी।

हांलाकि शहर काजी प्रो. जैनुस साजेदीन पहले ही कह चुके हैं कि ईद की नमाज शाही ईदगाह में परम्परागत ढंग से होनी चाहिए। उनका इशारा इस बात को लेकर था कि यदि ईद के दिन नमाजी ईदगाह परिसर से बाहर तक आकर सड़क पर नमाज अदा करें तो उन्हें नमाज अदा करने दी जाए। उधर जुमा अलविदा को लेकर शहर की विभिन्न मस्जिदों में साफ सफाई से लेकर सफें दुरुस्त करने का काम देर शाम तक चलता रहा।

शाही जामा मस्जिद के अलावा खैर नगर स्थित हौज वाली मस्जिद, अहमद रोड स्थित अख्तर मस्जिद, इस्लामाबाद स्थित एक मिनारा व मिन्नी वाली मस्जिद, हापुड़ रोड स्थित इमलियान मस्जिद, गोला कुंआ स्थित मस्जिद-ए-नूर व शास्त्री नगर सैक्टर 11 स्थित फैसल मस्जिद सहित शहर की विभिन्न मस्जिदों में जुमा अलविदा की नमाज अदा की जाएगी।

शाही जामा मस्जिद में तीन दिवसीय शबीना पूरा

शाही जामा मस्जिद में शहर का सबसे पुराना शबीना गुरुवार को पूरा हो गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उलेमा व आम लोग मौजूद रहे। तीन दिवसीय शबीना शाही ईदगाह के खतीब कारी शफीकुर्रहमान कासमी, मदरसा जामिया मदनिया के नायाब मोहतमिम कारी अफ्फान कासमी व काजी शरीयत मेरठ काजी हस्सान कासमी ने मिलकर पूरा कराया। शबीना गुरूवार को देर रात पूरा हुआ। शबीना के बाद कारी शफीकुर्रहमान कासमी ने दुआ कराई।

इससे पूर्व उन्होंने रमजान माह की पवित्रता को बयान किया। बताते चलें कि शाही जामा मस्जिद में यह सिलसिला पिछले 42 सालों से लगातार जारी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि रमजान का महीना खत्म होने में अब बस कुछ ही घंटे बाकी बचे हैं लिहाजा हर मुसलमान को चाहिए कि वो इस बचे हुए वक्त में खुदा की इबादत करे और ज्यादा से ज्यादा पुण्य कमाए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो ईद की नमाज से पूर्व ही सदकातुल फितर की अदाएगी कर दें।

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