- ग्रामीणों ने जेई और लेखपाल को सस्पेंड करने की मांग की, रास्ता जाम किया
- पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मनाते रहे आक्रोशित ग्रामीणों को
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: राली चौहान में डाक कांवड़ियों के साथ हुए भीषण हादसे के लिये ग्रामीणों ने पावर कारपोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों को दोषी मानते हुए जूनियर इंजीनियर और लेखपाल को निलंबित करने की मांग की है। ग्रामीणों ने खुलकर आरोप लगाया है कि हादसे से एक घंटा पहले बिजलीघर के जूनियर इंजीनियर और लेखपाल को बताया था कि डाक कांवड़ आ रही है,
इस कारण शटडाउन ले लिया जाए। इसकें बाद भी लापरवाही की गई जिस कारण हादसे में युवाओं की जान चली गई। ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर निलंबन की मांग करते हुए अधिकारियों को मौके पर बुलाने को कहा। बाद में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों से बात की।
राली चौहान के ग्रामीणों के लिये शनिवार का बुरा गुजरा। हालांकि साढ़े आठ बजे के पहले ग्रामीण इस बात पर खुश थे कि उनके बच्चे डाक कांवड़ लेकर लौट रहे है। पूरा गांव कांवड़ियों के स्वागत के लिये तैयार बेठा था। साढ़े आठ बजे के करीब हाइटेंशन लाइन से टकराने के कारण हुए हादसे में छह लोगों की मौत से जहां पूरा गांव गमगीन हो गया था,
वहीं ग्रामीणों में पावर कारपोरेशन के कर्मचारियों के लिये गुस्सा भी बहुत था। ग्रामीणों ने बताया कि एक घंटे पहले बिजलीघर जाकर साफतौर पर कहा गया था कि 15 फीट की डाक कांवड़ आ रही है शटडाउन लेना बहुत जरूरी है, लेकिन उस वक्त तैनात जेई ने इसे एक कान से सुना और दूसरे कान से निकाल दिया। डाक कांवड़ियों को लगा था कि शट डाउन हो गया है
इस कारण वो लोग मस्ती भरे अंदाज में ट्रैक्टर-ट्रॉला को लेकर घर के लिये चल दिये। तभी हादसा हो गया। रास्ता जाम की सूचना मिलते ही एडीएम प्रशासन, एसडीएम मवाना, एसपी देहात, सीओ किठौर और सीओ सदर देहात समेत तमाम थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों से बात करने लगे। रास्ता जाम करने वालों में बच्चों की तादाद भी काफी थी।
जेल चुंगी से भावनपुर तक रास्ता किया ब्लाक
हाइटेंशन लाइन की चपेट मेंं आने से मरे छह लोगों के परिवारों की महिलाओं और बच्चों ने राली चौहान गांव के बाहर जाम लगाकर अधिकारियों से जूनियर इंजीनियर के खिलाफ सख्त कार्रवाई और बुलाने की मांग की। मौके पर मौजूद एसपी देहात, एसपी सिटी और एडीएम प्रशासन की बात सुनने को भी महिलाएं तैयार नहीं थी।
हंगामे को बढ़ता देख पुलिस ने जेल चुंगी के पास बैरीकेटस लगाकर भावनपुर की तरफ वाहनों को जाने से रोक दिया। इससे लोगों की पुलिस से झड़पें भी हुई। बिजली विभाग के जेई के खिलाफ रास्ता जाम करके बैठी महिलाओं ने अधिकारियों के सामने रो-रोकर माहौल को गमगीन बना दिया। हर कोई जेई के खिलाफ अपशब्दों की झड़ी लगाए हुए था। अधिकारियों ने कई बार मनाने की कोशिश की और आश्वासन भी दिया कि जेई के खिलाफ कार्रवाई होगी, लेकिन महिलाएं सुनने को तैयार नहीं थी।
कमिश्नर ने डीएम को दिये जांच के आदेश
कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे का कहना है कि राली गांव में हाइटेंशन लाइन के कारण हुए हादसे में पांच लोग मारे गए हैं और दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इनके इलाज के लिये डाक्टरों की टीमें लगा दी गई हैं। डीएम दीपक मीणा को इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच कराने के आदेश दिये गए हैं। इस बाबत सभी तरह के साक्ष्य एकत्र किये जा रहे हैं।
एमडी पावर ने दिये जांच के आदेश
पीवीवीएनएल की प्रबंध निदेशक वी चैत्रा का कहना है कि राली चौहान के बाद 11 केवीए के तार से टकरा कर हुए हादसे में पांच लोगों की मौत की जांच ऊर्जा विभाग उच्च स्तर पर करा रहा है। जांच के परिणाम आते ही दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
घायलों के नाम
- विशाल पुत्र सुरेश चंद्र सैनी
- अजय पुत्र सुरेश चंद्र सैनी
- अभिषेक पुत्र विनोद सैनी
- योगेश पुत्र शम्मी सैनी
- रोहताश पुत्र कहार सैनी
- प्रदीप पुत्र बिजेन्द्र सैनी
- सहंसर सैनी पुत्र खेमचंद
- मोहित पुत्र जयवीर सैनी
- प्रिंस पुत्र सुखपाल सैनी
- सचिन पुत्र जयपाल सैनी
मरने वालों के नाम
- महेन्द्र पुत्र कमल सैनी
- हिमांशु पुत्र सुरेश सैनी
- प्रशांत पुत्र सुरंश सैनी
- लख्मी पुत्र भागीरथ
- लख्य पुत्र सुशील
- मनीष पुत्र सुशील
कांवड़ लेकर मंदिर पहुंचे युवक की करंट से मौत
फलावदा: थाना क्षेत्र के गांव गगसोना में कांवड़ लेकर लौटे युवक की जलाभिषेक से पूर्व मंदिर में नहाते समय करंट से मौत गई। युवक को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। गगसोना निवासी 24 वर्षीय महेश जाटव पुत्र राणा सिंह डाक कांवड़ लेकर हरिद्वार से शुक्रवार को मध्यरात्रि गांव में स्थित शिव मंदिर पहुंचा था। बताया गया है कि वह शाम करीब पांच बजे मंदिर परिसर में लगे सबमर्सिबल पर नहा रहा था। अचानक सबमर्सिबल में करंट उतर आया। महेश करंट की चपेट में आ गया।
ग्रामीणों ने देखते ही शोर मचा दिया। आनन-फानन में बिजली आपूर्ति बंद कराकर महेश को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। जलाभिषेक से पूर्व की कांविड़ये की मौत होने से गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक के परिजनों में कोहराम सा मच गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व तहसील प्रशासन की टीम गांव में पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।