- कई जगह पर सड़क में हुए गड्ढे, पेंचवर्क करके की जा रही खानापूर्ति
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: सालों इंतजार के बाद सरधना बिनौली मार्ग का निर्माण शुरू हुआ है। मगर उसमें भी खेल किया जा रहा है। हालत यह है कि सड़क बनते ही टूटने लगी है। आगे सड़क बन रही है और पीछे मार्ग टूटने लग रहा है। जिससे साफ पता चल रहा है कि सड़क निर्माण में कितना खेल हो रहा है। कारगुजारी छुपाने के लिए मार्ग पर चुपचाप पेंचवर्क की खानापूर्ति की जा रही है। मगर इतना सब के बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं हैं।
सरधना-बिनौली मार्ग लंबे समय से जर्जर हालत में पड़ा था। क्षेत्र के लोग लगातार सड़क निर्माण की मांग कर रहे थे। जैसे तैसे लोगों की सुनवाई और सड़क का टेंडर पास हुआ। मगर इसमें भी ठेकेदार जमकर खेल कर रहा है। सड़क निर्माण में खूब भ्रष्टाचार हो रहा है। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि सड़क बनते ही टूट रही है। आगे सड़क बनाते चल रहे हैं और पीछे सड़क टूटने लग रही है।
अभी मार्ग का निर्माण पूरी तरह संपन्न भी नहीं हुआ है और कई जगह गड्ढे हो गए हैं। चांदना गांव के निकट व उससे आगे कई गड्ढे देखे जा सकते हैं। मार्ग की हालत देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितने दिन चलने वाली है। अब शिकायत बाजी शुरू हुई तो इन गड्ढों में खानापूर्ति के पेंचवर्क किए जा रहे हैं। मगर अफसोस अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आंखे मूंद बैठे हैं।
अनदेखी, मानक अनुरूप बालू रेत का इस्तेमाल
मवाना: प्रदेश की सरकार चाहे भ्रष्टाचार रोकने के लाख दावे कर रही हो, लेकिन जिले में ठेकेदार विभागीय अधिकारियों से मिलीभगत कर सड़क निर्माण कार्यों में खुलेआम धांधली कर विकास कार्य के नाम पर सरकार को बदनाम कर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे ठेकेदारों को सरकार का कोई खौफ नहीं है। धांधली व अनियमितताओं को मामला मवाना खुर्द से मवाना कस्बा तक बनाई जा रही सड़क निर्माण के कार्य में प्रकाश में आया है।
जहां पर ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक पर रख घटिया सामग्री के साथ कम सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत डीएम से करने की बात कही है। उधर, पीडब्ल्यूडी के जेई संदीप शर्मा ने बताया कि सिल्कोट का प्रयोग ग्रामीण क्षेत्रों में बनाई जाने वाली सड़क में होता है, जबकि हाइवे पर तैयार की जाने वाली सड़क में डीसी का इस्तेमाल किया जाता है।
मुख्यमंत्री आदित्यानाथ योगी जहां एक ओर सड़क में गड्ढे और गड्ढे में सड़क को लेकर पूरी तरह से अपना हंटर चलाते हुए सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दे रखे हैं, लेकिन सड़के गड्ढा मुक्त नहीं हो पा रही हैं। मवाना तहसील क्षेत्र के मवाना खुर्द से लेकर मवाना बस स्टैंड चौकी तक पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा उक्त सड़क का निर्माण हाटमिक्स मशीन द्वारा किया जा रहा है, जिसका ठेका करोड़ों की श्रेणी में बताया जा रहा है।
बाबजूद इसके सड़क निर्माण में मानक से विपरीत दिशा में घटिया सामग्री लगाई जा रही है तो वहीं सिल्कोट के स्थान पर ठेकेदार की मनमानी के चलते सड़क तैयार कराए जाने के बाद बालूरेत का इस्तेमाल खुलकर किया जा रहा है। उधर, जेई संदीप शर्मा का कहना है कि बालू रेत का प्रयोग नहीं किया हैं। बालू रेत के प्रयोग की बात गलत हैं। कुछ लोग आरोप लगत लगा रहे हैं। सड़क निर्माण मानक के अनुरुप ही किया जा रहा हैं।
सड़क तैयार कराए जाने में बालूरेत का इस्तेमाल नहीं हो सकता है, जांच कराई जाएगी। बालू रेत के आरोप गलत हैं। सड़क का निर्माण मानक के अनुरुप चल रहा हैं। -एसके सारस्वत, पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता, मेरठ