- आज रंग-बिरंगी लाइटों से सजा नजर आएगा मंदिर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। सावन मास 12 अगस्त तक रहेगा। यह महीना देवाधिदेव के पूजन के लिए विशेष माना जाता है। महादेव की पूजा से मनवांछित फल मिलता है। शहर के प्रमुख मंदिरों में सावन को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
औघड़नाथ मंदिर में प्रात:काल सावन में दो किलो चांदी के पांच मुख वाले शिव का विशेष पूजन किया जाता है। कांवड़ शिवरात्रि को लगभग एक लाख श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे। सावन के माह में विशेष व्यवस्था करते हुए 15 हजार तांबे के लोटे रखे जाते हैं। गंगाजल की सुविधा भी मंदिर में उपलब्ध होगी। शिवरात्रि पर विशेष आरती भी मिलेगी। सावन के माह में महादेव का पूजन विशेष फलदायी होता है।
मंदिर के महामंत्री सतीश सिंघल का कहना है कि सावन को लेकर मंदिर में तैयारियां शुरू कर दी गई है और मंदिर को रंगीन लाइटों से सजाया जा रहा है बुधवार की शाम तक मंदिर सजकर तैयार हो जाएगा। सावन माह लगते ही प्रतिदिन प्रात: 4 बजकर 14 मिनट पर विशेष आरती होगी। जिसमें चांदी के पंचमुखी शिव का विशेष पूजन होता है। 14 जुलाई से सावन शुरु होकर 12 अगस्त तक चलेगा। शिवरात्रि का पर्व 26 जुलाई को है। जिस पर तीन दिन तक रात-दिन मंदिर खुला रहेगा। सतीश सिंघल ने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार पर चार कैमरे लगाए जाएंगे।
इस प्रकार रहेंगे व्रत
- सावन का पहला दिन – 14 जुलाई
- सावन का पहला सोमवार – 18 जुलाई
- सावन का दूसरा सोमवार – 25 जुलाई
- सावन का तीसरा सोमवार – 1 अगस्त
- सावन का चौथा सोमवार – 8 अगस्त
- विशेष: कांवड़ शिवरात्रि – 26 जुलाई
- सावन का समापन- 12 अगस्त
केसरिया रंग में रंगेगा हाइवे
मोदीपुरम: कोरोना काल का समय गुजरने के बाद पहली बार हाइवे पर कांवड़ यात्रा होगी। दो वर्ष बाद इस बार हाइवे पर सकुशल कांवड़ यात्रा शुरु होगी। इस बार हाइवे केसरिया रंग में रंगेगा। हाइवे पर शिविर लगाने के लिए इस बार लोगों की भीड़ उमड़ी है। प्रशासन से अनुमति मांगने के लिए इस बार पहले से ज्यादा प्रार्थना पत्र आए है। हाइवे पर इस बार भारी भीड़ उमड़ेगी।
इसके लिए प्रशासन ने पहले ही अंदेशा जाहिर करते हुए पुख्ता बंदोबस्त कर लिए है। इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता बंदोबस्त कर दिए हैं। परतापुर से लेकर दादरी चेकपोस्ट तक का एरिया परतापुर, कंकरखेड़ा, टीपीनगर, पल्लवपुरम और दौराला थाना क्षेत्र के तहत आता है। हाइवे पर इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान शिविर लगाने के लिए पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा लोग शिविर लगाएंगे।
क्योंकि इस बार हाइवे पर शिविर लगाने वालों बड़ी तादाद है। इसलिए अपने-अपने थाना क्षेत्रों में शिविर लगाने के लिए अनुमति मांगी है। इस बार एनएच-58 पर शिवभक्तों की बड़ी तादाद उमड़ेगी। क्योंकि दो साल तक कोरोना काल रहा है। जिसके चलते यह यात्रा नहीं हुई है, लेकिन इस यात्रा को लेकर इस बार बेहद उत्सुकता नजर आ रही है।
प्रशासन भी इस यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पिछले दो सप्ताह से लगा हुआ है। हाइवे पर सुरक्षा व्यवस्था के भी इस बार पुख्ता बंदोबस्त कर दिए हैं। सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से इस बार सुरक्षा होगी। जिसके लिए कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। 16 से लेकर 27 जुलाई तक हाइवे बंद रहेगा। जिसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।