- जर्जर एम्बुलेंसों को हटाने या नीलाम करने के संबंध में विभाग की ओर से नहीं ली जा रही कोई सुध
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बरसों पुरानी सात एम्बुलेंस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पांचली खुर्द के प्रांगण में जंग खा रही हैं। इन एम्बुलेंस की जर्जर स्थिति के बावजूद इन्हें यहां से हटाने या नीलाम करने के संबंध में विभाग की ओर से कोई सुध नहीं ली जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पांचली खुर्द में इस समय तीन एंबुलेंस सेवारत हैं। इनमें दो 102 नंबर तथा एक 108 नंबर की एंबुलेंस सेवा उपलब्ध है। इन तीनों एंबुलेंस के माध्यम से सीएचसी पर आने वाले रोगियों को उनकी जरूरत के मुताबिक लाने ले जाने का काम किया जाता है।
वहीं, दूसरी ओर अस्पताल के प्रांगण में सात एंबुलेंस बिल्कुल कंडम अवस्था में खड़ी हुई है। इन एंबुलेंस में 102 और 108 नंबर की सेवाओं से जुड़ी 10 से अधिक पुरानी गाड़ियां मौजूद हैं। परिसर में स्थित आवासीय क्वार्टर के सामने खड़ी की गई इन कंडम एम्बुलेंस का अधिकतर सामान भी गायब हो चुका है। इन एंबुलेंस को यहां से हटकर सुरक्षित स्थान पर भेजे जाने या इनको नीलाम किए जाने के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि सीएससी प्रभारी डॉ. महेश चंद्रा का कहना है कि इन गाड़ियों का मुआयना जिला मुख्यालय की ओर से कराया जा चुका है।
और इनके चेसिस नंबर वगैरह नोट करके जिला मुख्यालय पर मंगाई जा चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई के शीघ्र ही इन गाड़ियों को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि जनपद में पांचली समेत कुछ और स्थान पर भी कंडम हो चुकी एम्बुलेंस नीलम कराई जाएगी। जिसकी प्रक्रिया शुरू कराई जा रही है।
सीएचसी में धूल फांक रही अल्ट्रासाउंड मशीन
सरधना: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाखों रुपये की अल्ट्रासाउंड मशीन सालों से धूल फांक रही है। अस्पताल आई मशीन आज तक उपयोग नहीं की गई है। शासन ने करीब सात वर्ष पूर्व सरधना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड मशीन लगवाई थी। मगर लाखों रुपये कीमत की यह मशीन आज तक धूल फांक रही है। इतने साल में मशीन एक बार भी इस्तेमाल नहीं की गई। मशीन के लिए रेडियोलोजिस्ट नहीं होने के कारण मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इस कारण मशीन होने के बाद भी मरीजों को पैसे खर्च करके प्राइवेट सेंटरों पर अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। यदि मशीन के लिए रेडियोलोजिस्ट तैनात कर दिया जाए तो मशीन का सही उपयोग हो सकेगा और मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डा. संदीप गौतम का कहना है कि रेडियोलोजिस्ट नहीं होने के कारण मशीन इस्तेमाल नहीं की जा रही है।