- रविवार को दिन भर सर्द रहा मौसम
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है। सर्दी का प्रकोप लगातार जारी है। रविवार को दिन भर दिन ठंडा रहा। सूर्य के दर्शन न होने के कारण लोगों को दिन भर परेशानी का सामना करना पड़ा। सर्द हवाओं के साथ दिन की शुरुआत हुई। दिन भर इस कड़ाके की ठंड में अपने-अपने घरों में लोेग कैद रहे।
हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी फिलहाल मौसम का रुख ऐसा ही बना रहेगा। जिसके चलते सर्दी का प्रकोप देखने को मिलेगा। राजकीय मौसम वैधशाला पर दिन का अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अधिकतम आर्द्रता 98 और न्यूनतम आर्द्रता 84 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा का रुख सुबह छह किमी एवं शाम को आठ किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आंकी गई। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष के अनुसार मौसम का रुख फिलहाल इसी तरह बना रहेगा। हल्की बूंदाबांदी होने की भी संभावना बनी हुई है।
बर्फीली हवाओं से ठिठुरी जिंदगी
सरधना: ठंड ने तेवर लगातार सख्त होते जा रहे हैं। रविवार को दिनभर चली बर्फीली हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। लोग जरूरी काम के लिए अपने घरों से बाहर निकले। मौसम खराब होने के कारण पूरे दिन सूर्यदर्शन भी नहीं हो सके। वहीं ठंड से बचने के लिए लोग अलाव जलाकर हाथ तापते नजर आए।
पिछले कई दिन से ठंड के तेवर तीखे होते जा रहा है। कुछ दिन तक मौसम सामान्य रहने के बाद फिर से ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले कई दिन से पड़ रही कड़ाके की ठंड ने लोगों को हलकान कर दिया है। रविवार को भी ठंड के तेवर तीखे रहे। इसी के साथ पूरे दिन सूर्यदर्शन भी नहीं हो सके।
जिसके चलते शीतलहर ने और कहर ढहाया। सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। लोग जरूरी काम के लिए अपने घरों से बाहर निकले। ठंड के चलते बाजारों में भी चहल-पहल काफी कम रही। वहीं ठंड से बचने के लिए लोग दिनभर अलाव जलाकर हाथ तापते नजर आए। दिन ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर गया।
- वातावरण में प्रदूषण के कारण हो रहा उतार-चढ़ा
मोदीपुरम: सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के प्रोफेसर डा. आरएस सेंगर ने बताया कि जो मौसम में परिवर्तन हो रहा है। ये वातावरण में प्रदूषण के कारण उतार-चढाव हो रहा है। जिसके चलते अचानक फिर से तेज हवाएं चल रही है। जिसके कारण मौसम में फिर से तापमान में गिरावट आई है। अनुमान है कि एक दो दिन तेज हवाएं चलेगी।
जिसके कारण वातावरण में सर्दी का एहसास कायम रहेगा। यह तापमान रवि की फसलों के लिए लाभकारी है। क्योंकि रवि की फसल में पौधों की उचित बढ़वार के लिए इन दिनों लो ट्रेम्प्रेचर की आवश्यकता होती है। जिससे पौधों की मेटाबोली क्रियाएं सुचारु रूप से हो सकती है।
गेहूं की फसल के लिए इन दिनों लो तापमान की आवश्यकता होती है। जिससे गेहूं की फसल अच्छी होगी। यदि इस तरह का वातावरण अधिक दिनों तक इसी प्रकार का बना रहेगा तो कुछ पौधों में रोगों की संभावना बढ़ जाएगी। किसानों को शाम के समय पाले से अपनी फसलों को बचाने के लिए पानी लगाकर रखे। जिससे अधिक ठंड का उनकी फसलों पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा।
पाला आलू की फसल के लिए नुकसानदायक
डा.आर एस सेंगर के अनुसार जिन किसानों ने आलू देरी से बोए। उनकी फसल को पाले नुकसान पहुंचा सकता है। जिसके चलते पछेती झुलसा रोग की भी संभावना होती है। ऐसे में किसानों को अपनी फसलों को सिंचाई समय से करनी चाहिए। अगर किसान समय से सिंचाई नही करेगें तो पाला उनकी फसल को बर्बाद कर देगा।
कोहरे में गुम हुए बचाव के दावे
मेरठ: कड़ाके की सर्दी के बीच कोहरा भी कहर बरपा रहा है। तमाम हाइवे पर आए दिन कोहरे के कारण दर्जनों वाहनों में हो रही टक्कर और हजारों लोग रोजाना मौत के मुंह में भी समा रहे हैं। जिसमें इन हाइवे को बनाने के दौरान बचाव के जो दाबे किए जाते हैं। वह इस कोहरे में गुम होकर रह जाते हैं। हाइवे पर रोज कोई ना कोई हादसा हो जाता है व हादसे के हो जाने के बाद एक-दूसरे के विभागों पर दोषारोपण शुरू हो जाते हैं, लेकिन ऐसी कोई पहल नहीं की जाती।
जिससे इन हादसों को रोका जा सके, यदि हादसे में पथ प्रकाश की ऐसी व्यवस्था कर दी जाए की कोहरे में दृश्यता कम होने पर भी चालक को आगे का साफ दिखे तो काफी हद तक ऐसे हादसों पर अंकुश लग सकता है। कोहरे के सीजन पर इन हाइवे पर चलने वाले वाहनों की स्पीड लिमिट भी बदलनी चाहिए।
पुलिस को भी अपना काम ध्यानपूर्वक करना चाहिए कि जिन वाहनों पर रिफ्लेक्टर व फाग लाइट आदि नहीं है, उन्हें हाइवे पर प्रवेश ही नहीं करने दिया जाये। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। अगर कहीं निर्माण चल रहा है तो वहा ऐसे संकेतक लगाए जाये की काफी दूर से ही वह दिखाई दे ताकि वहां हादसे न होने पाए। पुलिस और हाइवे निर्माण एजेंसी यह मंथन जरूर करे कि उनकी जरा सी सक्रियता कई लोगों को मौत के मुंह में से जाने से बचा सकती है।