- देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले, मेरठ में भी स्वास्थ्य विभाग सचेत
- जिले को नहीं मिली नोजल वैक्सीन, स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। विदेशों से आनें वाले यात्रियों की हवाई अड्डों पर ही आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। हालांकि मेरठ में अभीतक कोरोना का कोई मामला सामनें नहीं आया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है। सरकारी अस्पतालों में जांचों की संख्या बढ़ा दी गई है,
सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना गाइडलाइनों का पालन करने के लिए लोगों से अपील की जा रही है। वहीं, वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिए नोजल वैक्सीन की खेप आनी थी, लेकिन वह अभी नहीं पहुंची है। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है फरवरी के पहले सप्ताह में कोरोना की चौथी लहर दस्तक दे सकती है।
बढ़ाया जा रहा जांच का दायरा
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की चौथी लहर की संभावना को देखते हुए अस्पतालों में जांचों का दायरा बढ़ा दिया है। अब शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना की जांच को लेकर सैंपलिंग कराई जा रही है। ऐसे मरीज जिन्हें मामूूली बुखार, खांसी, नजला जैसी शिकायतें है
उनकी जांच रिपोर्ट आने तक सावधानियां बरतने को कहा जा रहा है। जांच के दौरान ही इन मरीजों को मौके पर ही दवाइयां दी जा रही है। साथ ही इन लोगो को सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मुंह पर मास्क लगाने को भी कहा जा रहा है। बाजारों में आने वाली जनता से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है।
40 दिन है अहम्
विशेषज्ञों ने फरवरी के पहले सप्ताह तक देश में कोरोना की चौथी लहर आने की चेतावनी दी है। ऐसे में अभी से आम लोगों को इससे बचाव के लिए गाइडलाइनों का पालन करना होगा। हालांकि मेरठ में कोरोना का कोई एक्टिव केस नहीं है, लेकिन देश के दूसरे राज्यों में संख्या बढ़ रही है। ऐसे में सार्वजनिक स्थानों जैसे बस अड्डों, रेवले स्टेशनों, मॉल्स व भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष तौर पर सावधानी बरतनी होगी। नए साल का जश्न जारी है, ऐसे में आम जनता को भी चाहिए कि वह कोरोना को लेकर सभी जरूरी कदम उठाए।
कोरोना को लेकर जांच का दायरा बढ़ाया गया है, सार्वजनिक स्थानों पर जरूरी गाइडलाइनों का पालन करने को कहा जा रहा है। नोजल वैक्सीन की खेप अभी जिले को नहीं मिली है, उम्मीद है जनवरी के पहले सप्ताह में यह स्वास्थ्य विभाग को मिल जाएगी। इसके बाद वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-डा. अखिलेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ