- गोल्डन ब्वॉय सौरभ बने ‘अर्जुन’, वर्चुअल अवार्ड समारोह में मिला मेरठी शूटर को अर्जुन अवार्ड
- गांव कलीना में लोगों ने मनाई खुशियां, घर पर खुशी का माहौल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रोजाना कई किमी का पैदल सफर तय करके, कभी ट्रक पर सवार होकर तो कभी बुग्गी पर सवार होकर शूटिंग की प्रैक्टिस करने के लिए जाना।
लंबे संघर्ष के बाद मेरठ के गोल्डन ब्वॉय सौरभ चौधरी को उनका फल अर्जुन अवार्ड के रूप में मिला। मात्र 18 साल की उम्र में यह सम्मान पाकर सौरभ सबसे कम आयु में ऐसा करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। साथ ही ऐसे कई खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी वह बन चुके हैं।
राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर ऐसा पहली बार हुआ जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्चुअल तरीके से खेल अवार्ड्स प्रदान किए। आम तौर पर हर बार यह अवार्ड सेरेमनी राष्ट्रपति भवन में आयोजित की जाती है, लेकिन कोरोना काल के चलते इस बार सभी खिलाड़ियों ने आनलाइन वर्चुअल सेरेमनी में हिस्सा लिया।
जिसमें जनपद के गांव कलीना के सौरभ चौधरी को अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया। जिसमें उन्हें 15 लाख की इनाम राशि भी प्रदान की गई। बताते चले कि इस बार इनाम राशि को बढ़ाया गया है। अर्जुन अवार्ड के साथ हर बार पांच लाख रुपये खिलाड़ी को दिए जाते हैं, लेकिन इस बार ये राशि तीन गुना बढ़ा दी गई
हर चैंपियनशिप में सौरभ ने छोड़ी है अमिट छाप
सौरभ चौधरी ने वर्ष 2018 में 16 वर्ष की आयु में यूथ ओलंपिक गेम्स, अर्जेंटिना में स्वर्ण पदक झटका। इसके अलावा 2019 में विश्व कप, आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप 2018 और एशियन चैंपियनशिप 2017 में भी सौरभ के नाम स्वर्ण पदक हैं। वहीं, जूनियर वर्ग में भी सौरभ ने कई पदक अपने नाम कर अमिट छाप छोड़ी है।
कलीना के लाल तूने कर दिया कमाल
सरूरपुर में शनिवार को खेल दिवस पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कलीना के ‘नगीना’ सौरभ चौधरी को निशानेबाजी के लिए दिये गये अर्जुन अवार्ड के बाद देर शाम घर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर मां व भाई ने सौरभ चौधरी का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया।
वहीं, दूसरी ओर दुनिया में नाम रोशन करने पर पिता भी खुशी के मारे झूम उठे तो दूसरी ओर घर पर बधाई देने वाले लोगों का भी तांता लग गया।
अचूक निशानेबाज और किस्मत के धनी कलीना के ‘नगीना’ के नाम से मशहूर गोल्डन ब्वॉय सौरभ चौधरी को शनिवार को खेल दिवस के मौके पर दिल्ली में राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन अवार्ड दिया गया।
अर्जुन अवार्ड मिलने के बाद देर शाम बड़े भाई नितिन के साथ घर पहुंचे सौरभ चौधरी का गांव के बाहर से ढोल नगाड़ों के बीच जोरदार स्वागत करते हुए घर तक ले जाया गया। जहां घर पर पहले से ही अर्जुन अवार्ड जीतकर पहुंचे पुत्र का स्वागत करने के लिए मां बृजेश आरती लिए खड़ी थी।
जहां उसे आरती उतारने के बाद घर में प्रवेश दिया गया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने सौरभ चौधरी का मिठाई के साथ मुंह मीठा कराया और उसके साथ फोटो सेशन कराया।
मां बृजेश ने भी बेटे को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया तो पिता भी पीछे नहीं रहे पिता जगमोहन ने बेटे को मिठाई खिलाई, बड़े भाई नितिन चौधरी ने भी भाई सौरभ चौधरी को बाहों में भरकर खुशी से उठा लिया। इससे पूर्व दिन भर सौरभ चौधरी के घर पर लौटने को लेकर जोरदार तैयारी का सिलसिला चलता रहा।
अर्जुन अवार्ड मिलने का लाइव टीवी पर चिपक कर परिवार वालों ने भी देखा। मां बृजेश देवी ने बताया कि आज वह बहुत गौरवान्वित पल महसूस कर रही हैं। उन्होंने कभी सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था कि मेरा लाल ऐसा कमाल कर दिखाएगा।
पिता जगमोहन भी खुशी के मारे झूम उठे और उनकी आंखों से खुशी आंसू छलक आए वीडियो से बातचीत में बताया कि आजकल हीना में हर घर में होली और दीवाली एक साथ मनेगी, जो कलीना के लिए एक बड़ा ही ऐतिहासिक दिन होगा। अर्जुन अवार्ड मिलने के बाद घर पर सौरभ चौधरी को पुलिस सुरक्षा के बीच घर तक लाया गया।