- रितिका मामले में बोले, प्रतिभावान खिलाड़ियों को इस तरह का कदम नहीं उठाना चाहिए
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: रितिका फौगाट की खुदकुशी मामले के बाद हरियाणा सरकार का एक बड़ा बयान सामने आया है। हरियाणा सरकार के खेलमंत्री ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा प्रतिभावान खिलाड़ियों को इस तरह का कदम नहीं उठाना चाहिए।
बबीता और गीता फौगाट की ममेरी बहन रितिका फौगाट के आत्महत्या मामले में हरियाणा सरकार का बड़ा बयान सामने आया है। खेलमंत्री और पूर्व हॉकी कप्तान संदीप सिंह ने कहा कि खेल विभाग इस बार मंथन कर रहा है। जल्द ही प्रदेश के स्टेडियम व खेल नर्सरियों में मनोरोग विशेषज्ञ व काउंसलर लगाए जाएंगे।
खेलमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि खेल विभाग जल्द ही एक नीति बनाएगा। खेल मंत्री ने यह फैसला रोहतक के अखाड़ा हत्याकांड और इसके बाद दंगल गर्ल बबीता फौगाट की ममेरी बहन के मैच में हारने के बाद आत्महत्या जैसे कदम उठाने के बाद लिया है।
खेल मंत्री ने इसमें चिंता भी जाहिर की है और खिलाड़ियों को मैच में हार को मन पर लेने की बजाय उसको जीत में बदलने के टिप्स भी दिए। खेल मंत्री संदीप सिंह ने विधानसभा सत्र में व्यस्त होने के बाद इस विषय में विस्तार से चर्चा की। संदीप सिंह ने कहा कि स्टेडियम में खेल का प्रशिक्षण देना ही जरूरी नहीं है। एक खिलाड़ी को मानसिक रूप से भी मजबूत बनाना जरूरी है।
खेल विभाग इस दिशा में जल्द ही काम शुरू करेगा। खेल विशेषज्ञों की भी इसको लेकर राय ली जाएगी। रोहतक के मेहर सिंह अखाड़े में पिछले दिनों कोच सुखविंद्र सिंह ने मुख्य कोच मनोज मलिक उनकी पत्नी सहित पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस घटना में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल मनोज मलिक के तीन वर्षीय बेटे की भी मौत हो गई थी। आरोपित सुखविंद्र मूल रूप से गोहाना के बरौदा गांव का रहने वाला है और वह अखाड़े के मुख्य कोच मनोज मलिक वासी सरगथल से रंजिश रखता था।