- एक सप्ताह में युवाओं के संक्रमित होने की संख्या पहुंची 165
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मार्च माह में जब कोरोना ने तेजी से दस्तक देनी शुरु की थी, उस वक्त स्वास्थ्य विभाग दावे के साथ कहता था कि कोरोना के लिये 60 साल से अधिक उम्र के लोग अधिक टारगेट है।
युवाओं पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा। अगस्त माह ने स्वास्थ्य विभाग के इन दावों को कोरोना ने एक झटके में पलट कर रख दिया है।
अब युवाओं में तेजी से कोरोना बढ़ रहा है। जबकि बुजुर्ग पूरी तरह से सतर्क होकर नियम कानूनों का पालन कर रहे हैं। एक सप्ताह में ही संक्रमित युवाओं की संख्या डेढ़ सौ पार कर 165 तक पहुंच गई है।
कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। अब यह सिर्फ बुजुर्गों को ही टारगेट नहीं कर रहा है। युवाओं को चपेट में ले रहा है। गुरुवार को 89 संक्रमितों में 27 लोग 30 साल से कम उम्र के लोग थे।
25 अगस्त को 30 युवा संक्रमण की चपेट में आए थे। 24 अगस्त को 28 संक्रमित, 23 अगस्त को 32 मामले युवाओं के आये थे। इसी तरह 22 अगस्त से 20 अगस्त के बीच प्रतिदिन 25 से अधिक युवाओं को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया।
सीएमओ डा. राजकुमार का कहना है कि सोशल सम्पर्क के कारण युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं। अगर परिवार में कोई संक्रमित हुआ तो कम उम्र के बच्चों से लेकर युवा इसके निशाने पर आ गए हैं।
वहीं, युवाओं ने लापरवाही करनी शुरू कर दी है। घर से निकलते वक्त मास्क न पहनना और दो गज की दूरी का पालन न करने के कारण भी संक्रमण बढ़ रहा है।
20 अगस्त को तो 10 साल से कम उम्र के बीच बच्चे संक्रमित हुए थे। कोरोना की शुरूआत में कहा जा रहा था कि 60 साल से अधिक उम्र वालों के लिये कोरोना खतरनाक है जबकि युवाओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है अब इसका उलटा हो गया है।
बुजुर्ग तो सतर्क हो गए हैं और उनकी संख्या में गिरावट आई है, लेकिन युवाओं और 40 से लेकर 50 साल की उम्र वाले ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। जैसे-जैसे टेस्टिंग बढ़ रही है, वैसे-वैसे युवाओं का ग्राफ का बढ़ना परिवारों को टेंशन में ला रहा है। डाक्टरों का कहना है कि गलत खानपान के कारण युवाओं में इम्युनिटी की समस्या बढ़ रही है और कोरोना इन पर अटैक कर रहा है।