- शासन की ओर से ओवरलोडिंग पर है प्रतिबंध, क्या यह प्रतिबंध सिर्फ कागजों में, नहीं है धरातल पर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शासन की ओर से ओवरलोडिंग पर प्रतिबंध है। क्या यह प्रतिबंध सिर्फ कागजों में हैं, धरातल पर नहीं। ओवरलोडिंग ही नहीं, यहां तो गन्ने के ट्रकों में ओवरबॉडी लोड भरा जाता हैं, जो कानून अपराध हैं। इस पर नहीं तो आरटीओ कार्रवाई कर पा रहे हैं और नहीं पुलिस। गन्ने की ओवरबॉड़ी ट्रकों पर आरटीओ और पुलिस खास मेहरबान बनी हुई है। इन ट्रकों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही हैं, यह बड़ा सवाल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेश है कि ओवरलोडिंग वाहन सड़कों पर नहीं दौड़ेंगे। जिन ट्रकों में रेत व डस्ट की ढुलाई की जाती थी, उनका ओवर लोड बंद करने के लिए आरटीओ की तरफ से भी अभियान चलाया गया, लेकिन गन्ने से लदे ओवर बाड़ी ट्रकों पर कार्रवाई क्यों नहीं? इन पर खास मेहरबानी क्यों दिखाई जा रही हैं? ऐसा तब है, जब शहर में इन गन्ने से लदे ट्रकों से कई हादसे हो चुके हैं, फिर भी इनको सड़कों पर ओवर बोड़ी कैसे दौड़ने दिया जा रहा है? इनके खिलाफ आरटीओ की तरफ से कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? गन्ने के ओवर लोड ट्रकों पर कार्रवाई नहीं होने से आरटीओ पर अंगूली उठ रही हैं? क्योंकि रेत की ढुलाई करने वाले ट्रकों पर तो ओवरलोड पर चालानी कार्रवाई की जा रही है, फिर गन्ने के ट्रकों पर क्यों नहीं?
करनाल हाइवे पर तमाम बड़े ट्रक निकलते हैं। यहां से एक भी ट्रक ओवर लोड गुजरता है तो तय मानियेगा कि उसके खिलाफ आरटीओ की तरफ से कार्रवाई कर दी जाएगी, लेकिन गन्ने के ट्रकों को रोका नहीं जाता। ऐसा तब है जब गन्ने से लदे ट्रकों से बड़ी-बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कई लोगों की जान जा चुकी हैं, फिर भी इन पर खास मेहरबानी की जा रही हैं। नियम तो सभी के लिए बराबर हैं, लेकिन कुछ ट्रकों पर ओवर लोडिंग का मुकदमा लगाया जाता हैं तथा गन्ने से लदे ट्रकों को चाहे जितना गन्ना लादने की छूट दे रखी हैं, तभी तो गन्ने के ट्रक ओवर लोड तो है ही साथ ही ओवरबॉड़ी भी गन्ना भरा रहता हैं।
ओवरबॉड़ी किसी ट्रक में है तो विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए,मगर यहां तो यदि हादसे हो रहे है तो होते रहे, आला अफसरों की सेहत पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। यह हालत मेरठ जनपद में है कि जिस रोड पर देखों, दिन-रात गन्ने से लदे ट्रक सड़कों पर दौड़ रहे हैं, जहां पर दुर्घटना भी घटती रहती है। आबादी के बीच दुकानों पर भी गन्ना ट्रक पलट चुके हैं, जिसमें दुकान भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। ट्रक की चपेट में जो भी आया, समझियेगा कि फिर बचना मुश्किल हैं।