- एजेंट बनने को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: कोरोना की जांच कराने के लिए शामली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत जनपदभर के अस्पतालों में ग्रामीणों की भीड़ उमड रही है। यह भीड़ वो है जिन्हें त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मतगणना के लिए एजेंट बनना है। इस भीड़ का कोई नेतृत्वकर्ता नहीं होने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह से धज्जियां उठाई जा रही।
पुलिस प्रशासन की भी अस्पतालों में कोई व्यवस्था नहीं है ताकि इस भीड़ को सोशल डिस्टेंस में लगाया जा सका।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए दो मई को मतगणना होनी है। शामली के बिग्रेडियर होशियार सिंह में मतगणना होनी है। अब मतगणना के लिए शासनादेश आया है कि जिसकी 72 घंट पहले की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होगी वही एजेंट बनाया जा सकेगा।
ऐसा आदेश इसलिए आया ताकि कोरोना संक्रमण अधिक न बढ़ सके। फिर क्या था अस्पतालों में कोरोना जांच के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। जैसे पंचायत चुनाव के लिए फीज जमा कराने को लंबी लाइनें लगी थी ऐसे ही जांच कराने को लाइनें लगी हैं।
कैराना के पब्लिक इंटर कॉलेज में मतगणना होनी है। शासनादेश के बाद डीएम जसजीत कौर ने समस्त प्रत्याशियों व उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं तथा मतगणना एजेंटों को कोरोना संक्रमण की जांच कराने के निर्देश दिए है।
जिसके बाद गुरुवार को कैराना सीएचसी पर कैराना ब्लॉक के 42 ग्राम पंचायतों के जिला पंचायत सदस्य, प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम पंचायत सदस्य पदों के प्रत्याशी व मतगणना एजेंट अपनी कोरोना जांच करने के लिए पहुंचे। लंबी लंबी लाईने लगने से सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं किया गया।
इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सभी की आईडी लेने के बाद एंटीजन व आरटीपीसीआर किट से कोरोना की जांच कराने के लिए पहुंचे प्रत्याशियों व व मतगणना एजेंटों की जांच की गई।
कोविड जांच कराने को धक्का-मुक्की
सीएचसी थानाभवन पर भी लोगों की भीड़ लगी रही। पहले नंबर आने के लिए धक्का-मुक्की तक हुई। कोरोना का प्रकोप बहुत अधिक है, पर दो गज की दूरी का ध्यान कोई नहीं रख गया। अव्यवस्था होने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए लाइन में लगाने का प्रयास किया परन्तु भीड़ नहीं मानी। जिसके चलते चिकित्साकर्मियों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
कोरोना जांच के लिए उमडे प्रत्याशी समर्थक
विकास खंड कांधला के 33 गांवों से सैकडों की संख्या में अलग-अलग प्रत्याशियों के समर्थक भारी संख्या में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचे तथा अपना कोविड का चैकअप कराया। इस दौरान सामुदायिक केन्द्र में भीड जमा होने पर लोग सोशल डिस्टेंस का उल्लघंन करते नजर आए।
जांच किट खत्म, निराश लौटे प्रस्तावक
ऊन में मतगणना के लिए उम्मीदवार व प्रस्तावक को कोरोना जांच के बाद ही अंदर आने की अनुमति देने के फरमान के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भीड़ उमड़ पड़ी। कोरोना किट कम होने के कारण उम्मीदवारों व प्रस्तावक को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।
गुरुवार को केंद्र पर 101 आरटी-पीसीआर तथा 250 एंटीजन रैपिड टेस्ट किए गए लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण कीट कम पड़ गई। चिकित्सा प्रभारी डाक्टर सलीम ने बताया कि जिले से किट कम मिली थी शुक्रवार को अधिक किट मंगाई जाएगी।