-
वर्षों पहले नूनगढ़ में लगता था हल्दी और नमक का बाजार
-
गढवाल और कुमायूं से नूनगढ़ आते थे व्यापारी”
जनवाणी संवाददाता |
कालागढ़: उत्तराखंड सरकार के आदेश के तहत वन भूमि पर बने मंदिर, मजारों को हटाने के आदेश के बाद जहां प्रशासन इस काम में लग गया है। वहीं कालागढ़ स्थित प्राचीन धार्मिक स्थलों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है। वन विभाग ने कालागढ़ स्थित प्राचीन नूनगढ़ मंदिर पर नोटिस चस्पा कर दस दिनों में मंदिर से सम्बंधित अभिलेख दिखाने का समय दिया है ऐसा ना करने पर मंदिर को अवैध समझ विभाग द्वारा आगामी कार्यवाही की जायेगी।
पूरी खबर के लिए जनवाणी पढे
What’s your Reaction?
+1
+1
+1
+1
+1
+1
+1