- एसपी देहात ने थाना पुलिस के साथ कालोनी में आरोपी और मृतका की पहचान के लिए चलाया अभियान
- पुलिस का सिरदर्द बनी बोरे में बंद युवती की लाश
- 10 दिन बाद भी मृतका और आरोपी की नहीं हुई पहचान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/खरखौदा: बिजली बंबा पुलिस चौकी क्षेत्र स्थित जमुना नगर कालोनी में बोरे में बंद मिली युवती की लाश पुलिस का सिरदर्द बनती जा रही है। 10 दिन बाद भी मृतक युवती की न तो पहचान हो सकी और न ही बोरे में बंद लाश लेकर आने वाले आरोपी की पहचान हो सकी।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने युवती की लाश को कंधे पर ले जाने वाले युवक का पता बताने वाले को 25 हजार का इनाम देने को घोषणा की है। पुलिस अब तक महिला के एक हजार फोटो लोगों को दिखा चुकी है। मंगलवार को एसपी देहात ने थाना पुलिस के कालोनी व आसपास के क्षेत्र में कालोनी वासियों से मृतका व आरोपी के पहचान के प्रयास किए।
बता दें कि गत 12 फरवरी रविवार को थाना क्षेत्र की बिजली बंबा पुलिस चौकी क्षेत्र स्थित जमुना नगर कालोनी में गैस गोदाम वाली गली में शान मोहम्मद के मकान के पास बोरे बंद करीब 25 वर्षीय युवती की नग्न अवस्था में लाश मिली थी। सूचना पर पुलिस विभाग के अधिकारियों ने फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड के साथ सीसीटीवी कैमरे चेक कराए थे। जांच पड़ताल में बोरे को डेढ़ किलोमीटर तक कंधे पर लादे एक व्यक्ति सीसीटीवी कैमरे में कैद पाया। पुलिस ने मृतका की शिनाख्त न होने पर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला दो माह की गर्भवती होने के साथ हत्या तार से गला घोंटने से आया था। वहीं, 72 घंटे बीतने के बाद भी मृतका की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने सूरजकुंड श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करा दिया था। मामले के खुलासे के लिए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने चार टीमें गठित कर मृतका की शिनाख्त व बोरे को लाकर शव फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान करने को लगा दी।
वहीं, पुलिस टीमों ने कालोनी सहित आसपास के करीब तीन किलोमीटर क्षेत्र में मृतक महिला के चेहरे युक्त पोस्टर व आरोपी का स्क्रेच तैयार कराकर चस्पा कर शिनाख्त व आरोपी की तलाश करने में जुटी है, लेकिन 10 दिन बाद भी सफलता हाथ नहीं लगी।
मंगलवार को एसपी देहात अनिरुद्ध सिंह ने स्वयं थाना पुलिस के साथ कालोनी में मृतका की पहचान व आरोपी की शिनाख्त के लिए सर्च अभियान चलाया। एसपी देहात अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि पुलिस की चार टीमें लगातार काम कर रही है। क्षेत्र में करीब एक हजार पोस्टर चस्पा किए गए हैं। शीघ्र ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।
बरेली से पैतृक गांव मटौरा पहुंचा सिपाही का शव
मवाना: बरेली से सिपाही का शव मंगलवार को उनके पैतृक गांव मटौरा पहुंचा, जहां शव यात्रा पश्चात गांव स्थित श्मशान में मृतक को गार्द से सलामी दी और शव का अंतिम संस्कार किया गया। मवाना के गांव मटौरा निवासी शुभम भारद्वाज पुत्र राकेश बरेली के भोजीपुरा थाने में बतौर सिपाही तैनात थे। गत दिवस उन्होंने खुद को सरकारी पिस्टल से कनपटी गोली मार ली थी। जिन्हें संबंधित थाना प्रभारी द्वारा को मौजीपुरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था,
जहां उपचाराधीन सिपाही की मौत हो गई थी। सोमवार को मृतक के परिजन बरेली के लिए रवाना हो गए थे। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को सुबह शव मटौरा लाया गया। शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक के आवास से शव यात्रा निकाली गई। गार्द ने सिपाही को सलामी दी और उसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। मुुखाग्नि मृतक के भतीजे वियोम भारद्वाज ने दी। इस दौरान मवाना थाना पुलिस के अलावा संबंधित थाने का स्टाफ भी अंतिम विदाई में शामिल हुए।
चार संतानों में इकलौता पुत्र था शुभम
राकेश की चार संतान में तीन बेटियां व मृतक शुभम इकलौता पुत्र था। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है और मृतक शुभम अविवाहित था। परिजन अब शुभम की शादी की फिराक में लगे थे।