Sunday, June 1, 2025
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धमाके की दहशत, पसरा मरघट-सा सन्नाटा

  • आसपास की दुकानें रही बंद, मोबाइल पर लेते रहे खबर, पुलिस पूछताछ के डर से पड़ोस के दुकानदारों ने भी नहीं खोली दुकान

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: गंगानगर थाना क्षेत्र के अम्हेड़ा आदिपुर मेन रोड पर बीते बुधवार को हुए धमाके की दहशत से आसपास मरघट-सा सन्नाटा पसरा हुआ है। मेन रोड पर जहां बीते बुधवार को कबाड़ी की दुकान में धमाका हुआ था, उसके आसपास अच्छा खासा बाजार है। जहां दिनभर काफी भीड़भाड़ रहती थी। वहां धमाके की दहशत के चलते गुरुवार को सन्नाटा पसरा नजर आया। कबाड़ी तौसीफ की दुकान के आसपास और सामने जितने भी दुकानें हैं, उन सभी पर ताले लटके हुए थे।

यहां पर कुछ मकान भी हैं, जिनमें परिवार रहते हैं। जब यहां रहने वालों से बातचीत की गयी और दुकान न खुलने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि ये तमाम दुकानें कबाड़ी की दुकान में हुए धमाके के बाद से ही बंद हैं। लोग बातचीत तो कर रहे हैं, लेकिन आपस में। मीडिया या कोई पुलिस कर्मी वहां पहुंच जाता है तो उसको देखकर तेजी से निकल जाते हैं।

सेना की फील्ड यूनिट पहुंची

लोगों ने जानकारी दी कि बीते बुधवार को धमाके के बाद करीब दो बजे इलाके में सेना की एक गाड़ी जिसको फील्ड यूनिट के अफसर बताया जा रहा है, वो लोग आए थे। उन्होंने जहां धमाका हुआ है, वहां मौका-ए-मुआयना किया। इसके अलावा कबाड़ी तौसीफ की दुकान के आसपास जितनी भी अन्य दुकानें हैं, उन दुकानदारों से भी फील्ड यूनिट के अफसरों ने जानकारी जुटायी।

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लोगों के मोबाइल नंबर और घर के पते नोट किये। बताया गया है कि सेना की फील्ड यूनिट के अफसरों के यहां से निकलने के बाद आसपास की जितने भी दुकानदार या व्यापारी थे, वो सभी दुकानों को ताला लगाकर तुरंत निकल गए। लोगों ने बताया कि इन दुकानों के मालिकों का कहना है कि पूछताछ के नाम पर वह किसी झंझट में नहीं पड़ना चाहते हैं।

कौन था जो बेच गया था बम शेल ?

कबाड़ी तौसीफ की दुकान पर वो कौन शख्स था जो बम शेल बेच गया था। पुलिस प्रशासन तथा दूसरी जांच एजेंसियों का मानना है कि जिस वस्तु में धमका हुआ है, वो सेना द्वारा प्रयुक्त की जानी बतायी जा रही है। हालांकि बम धमाके को 24 घंटे बीत चुके हैं। उसके बाद भी अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि सेना द्वारा प्रयुक्त की जानी बतायी जा रही है,

वह सेना की कौन-सी यूनिट प्रयोग करती है, लेकिन इससे भी बड़ा सवाल ये है कि वो कौन शख्स था जो इस शेल को बेच गया था और उसके पास वह शेल कहां से पहुंच गया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ये तमाम बातें अभी जांच का विषय है। किसी नतीजे पर इतनी जल्दी नहीं पहुंचा जा सकता है।

मिलनसार था तौसीफ

धमाके में मारे गए कबाड़ी के संबंध में यहां रहने वालों ने नाम न छापे जान की शर्त पर बताया कि वह बहुत ही मिलनसार शख्स था। उम्रदराज होने की वजह से सभी लोग उनका सम्मान करते थे। वो करीब 20 साल से ज्यादा वक्त से इसी जगह पर काम कर रहा था। उसको लेकर कभी कोई ऐसी बात सुनने को नहीं मिली जो गलत हो, लेकिन फिर भी घटना तो हुई है, यह बात भी खारिज नहीं की जा सकती थी।

एक किलोमीटर तक आवाज, फिर भी बन रहे अनजान

गंगानगर थाना क्षेत्र के अम्हेड़ा आदिपुर मेन रोड पर कबाड़ी तौसीफ की दुकान में हुए धमाके की आवाज करीब एक किलोमीटर तक सुने जाने का दावा आसपास रहने वाले जो लोग एक दिन पहले कर रहे थे। गुरुवार जब जांच एजेंसियां उनसे पूछताछ को पहुंची तो ज्यादातर का रवैया ऐसा था मानो कुछ जानते ही न हो। जांच एजेंसियां भी इसको लेकर हैरान और परेशान भी हैं। ज्यातादर लोग पूछताछ के नाम पर जांच एजेंसियों से कन्नी काटते और पीछा छुड़ाते नजर आए।

धमाका वाकई इतना जोरदार बताया जा रहा है कि उसकी आवाज करीब एक किलोमीटर दूर तक सुनी गयी, लेकिन आज लोगों का कहना था कि उन्होंने कुछ सुना ही नहीं। कुछ ने बताया कि जिस वक्त की यह घटना बतायी जा रही है। उस वक्त वो लोग घर के अंदर परिवार के साथ थे तो कुछ ने सफाई दी कि वो तो हादसे के वक्त यहां पर मौजूद ही नहीं थे। गुरुवार सुबह ही यहां पहुंचे हैं। तमाम ऐसे लोग थे,

जिन्होंने सवाल पूछे जाने पर घर के दरवाजे बंद कर लिए या फिर बाइक और स्कूटी स्टार्ट कर वहां से निकल गए। ऐसा नहीं कि ये लोग कुछ जानते नहीं थे, इनमें से तमाम ऐसे भी थे जो धमाके की वारदात के दौरान नजर आए थे, लेकिन उनके द्वारा कन्नी काट लिए जाने से यही कहा जा सकता है कि कोई भी जांच एजेंसियों और पुलिस पूछताछ के झंझट में पड़ना नहीं चाहता है।

लापरवाही या चूक, सील करना गए भूल

गंगानगर थाना के अम्हेडा आदिपुर मेन रोड पर जहां कबाड़ी की दुकान पर धमाका हुआ है, उस दुकान को सील ना किए जाने पर भी खुफिया एजेंसियों ने हैरानी जतायी है। साथ ही इसको बड़ी लापरवाही करा दिया है। धमाके की घटना के बाद जहां जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। वहीं, दूसरी ओर मामले की गंभीरता के चलते तमाम खुफिया एजेंसियों ने भी इलाके में डेरा डाला हुआ है।

गुरुवार सुबह जब इसी प्रकार की एजेंसियों के स्टाफ मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि कबाड़ी की जिस दुकान में धमाका हुआ था और एक शख्स की मौत हो गयी थी, उस दुकान को तो सील तक नहीं किया गया है। केवल चेन डाल कर ताला डाला हुआ है। खुफिया जांच एजेंसियों का मानना है कि बुधवार को जांच पड़ताल का काम पूरा होने के बाद सबसे पहला काम इस दुकान को सील किया जाना चाहिए था।

मजिस्ट्रेट स्तर के अफसर की मौजूदगी में यह दुकान सील की जाती ताकि जो साक्ष्य भीतर मौजूद हैं, वो सुरक्षित रहें तथा जांच का अहम हिस्सा जिन्हें बनाया जा सके, लेकिन इतनी बड़ी घटना जिसमें एक शख्स की मौत हो गयी है, उसके बाद भी घटना स्थल का सील न किया जाना लापरवाही का द्योतक है।

सेना की फील्ड यूनिट की रिपोर्ट सबसे अहम्

गंगानगर थाना के अम्हेड़ा आदिपुर मेनरोड स्थित कबाड़ी की दुकान हुए धमाके में एक शख्स की मौत की घटना में अन्य जांच एजेंसियां तो काम कर रही रही हैं, लेकिन सबसे अहम् इस जांच में सेना की फील्ड यूनिट की रिपोर्ट मानी जा रही है। हालांकि कुछ सूत्रों ने बेहद चौकाने वाली, लेकिन एक अहम् जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि जिस चीज से धमाका हुआ है, वह चीज मेरठ स्थित सेना की यूनिटों द्वारा प्रयुक्त नहीं की जा सकती।

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दरअसल, जिस चीज में धमाका हुआ है, उसका प्रयोग सेना कम से कम पांच से 10 किलोमीटर के दायरे वाले जगह में करती है। मेरठ में कोई ऐसी जगह नहीं जो जिसका दायर इतना बड़ा हो। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि सेना द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले गोला बारुद जैसे हथियार अनेक बार चलाए जाने के दौरान निष्क्रय भी हो जाते हैं। उनका दोबारा प्रयोग नहीं किया जाता। ऐसे हथियार सेना की लिए स्क्रैप बन जाते हैं,

लेकिन जो भी स्क्रैप होता है। वह बेचे जाने के लिए कुछ मानक तय हैं, उन मानकों के अनुसार ही सेना अपना स्क्रैप बेचती है। इतना ही नहीं बताया जाता है कि जिन्हें सेना यह स्क्रैप बेचती है। उनके साथ भी कुछ सुरक्षा शर्तों को तय किया जाता है, लेकिन हो सकता है कि किसी मामले में सुरक्षा शर्तों का पालन ठेकेदार के स्तर से नहीं किया गया हो। जिसके चलते अक्सर कबाड़ियों के यहां विस्फोट सरीखे हादसे सुनने में आते रहते हैं।

धमाके की शासन ने तलब की रिपोर्ट

गंगानगर के अम्हेड़ा आदिपुर में हुए धमाके की रिपोर्ट शासन ने तलब कर ली है। रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी प्रशासन की खुफिया एजेंसियों को सौंपी गयी है। सूत्रों ने जानकारी दी कि लोहिया नगर धमाके में पांच की मौत के बाद अब गंगानगर के क्षेत्र में हुए धमाके में एक की मौत की घटना को लेकर लखनऊ में बैठे गृह विभाग के उच्च पदस्थ अफसर गंभीर हैं। मेरठ प्रशासन को धमाके की घटना को लेकर बिंदुवार रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।

माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट सूबे के गृह विभाग को प्रेषित कर दी जाएगी। हालांकि इसको लेकर शॉर्ट रिपोर्ट शासन को भेज दिए जाने की बात सुनने में आयी है। यह भी बताया गया है कि शासन ने मेरठ में अब तक पूर्व में जो धमाके हुए हैं, उनको लेकर भी विस्तार से रिपोर्ट तलब कर ली गयी है।

उल्लेखनीय है कि मेरठ में पूर्व में भी अनेक थाना क्षेत्रों में स्क्रैप का कारोबार करने वाले कबाड़ियों के यहां धमाकों की घटनाएं हो चुकी हैं।  जिनमें कई जाने भी गई हुई हैं। जब भी कोई इस प्रकार की घटना होती है, तब ऐसा ही कुछ दिनों तक दिखाई देती है। उसके बाद सब कुछ शांत फाइलों और कार्रवाई को भी अगली घटना होने तक दफन कर दिया जाता है।

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