- दहशत में ग्रामीण, सुनी पड़ी गांव की गलियां
- 15 फीट दीवार फांदकर मयंक ने बचाई जान
- प्रयाग के परिजनों ने की लाइसेंस दिलाने की मांग
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: पावली खुर्द गांव में हत्यारे निरंकार की हत्या करने पहुंचे थे, लेकिन निरंकार के शक में उसके पुत्र प्रयाग को हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया है। मृतक प्रयाग के परिजनों का कहना यही है कि सनी काकरान गांव में अपने नाम का खौफ फैलाना चाहता है। इसीलिए उन्होंने घर में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई।
हमलावरों ने प्रयाग के भाई मयंक को भी मारने का प्रयास किया और उस पर भी आठ गोलियां चलाई। लेकिन मयंक ने 15 फुट दीवार फांद कर अपनी जान बचाई। प्रयाग के परिजनों ने हत्यारे से अपना बचाव करने के लिए प्रशासन से लाइसेंस की मांग की है। फिलहाल सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी मौजूद है। दहशत के कारण गांव की गलियां सूनी पड़ी है। इसी रंजिश के खौफ के चलते पड़ोसी लोग भी घर से बाहर निकलते हुए भयभीत है।
पावली खुर्द गांव में शुक्रवार सुबह करीब 5:35 बजे कार में सवार होकर तीन हमलावरों ने अत्याधुनिक हथियार लेकर निरंकार के घर पर हमला बोल दिया। निरंकार उस समय पूजा करने के लिए मंदिर गया हुआ था। घर पर निरंकार का बड़ा पुत्र प्रयाग, छोटा पुत्र मयंक, उसकी (मयंक) पत्नी और उसके दो बच्चे थे। इस दौरान तीन हमलावर निरंकार के घर में घुसते हैं। उस समय प्रयाग शौचालय से निवृत्त होकर अपने कमरे में ही प्रवेश करते हैं।
तभी हमलावरों ने पहली गोली दरवाजे में मारी और धकियाते हुए गेट खोल दिया। प्रयाग ने अपनी जान बचाने के लिए गेट बंद करने का प्रयास किया, लेकिन तीनों हमलावरों ने कमरे में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। सात गोली प्रयाग के शरीर में घुस गई। बाकी दीवार में इधर-उधर लगी। दूसरी तरफ प्रयाग का छोटा भाई मयंक पशुओं को चारा कर रहा था। उसने हमला होते देख अपने मकान की पिछली दीवार जो खेत से करीब 15 फीट ऊंची है।
उसी से छलांग लगाकर भागने का प्रयास किया। तो हमलावरों ने उस पर भी ताबड़तोड़ आठ गोलियां बरसाई। लेकिन वह जान बचाकर अपने तहेरे भाई अनुज के घर में घुस गए। परिजनों का कहना है कि हमलावर निरंकार की हत्या करने आए थे। जिस समय प्रयाग शौचालय से निकल के कमरे में प्रवेश कर रहा था। हमलावरों ने प्रयाग को ही निरंकार समझ लिया, लेकिन बाद में प्रयाग पर ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी और दोनों भाइयों को मारने का प्रयास किया, लेकिन मयंक अपनी जान बचाकर भाग निकला।
जबकि प्रयाग की गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस ने मौके से 13 खोखे बरामद किए, लेकिन उसके बाद भी तीन बुलेट अभी भी प्रयाग के घर पर ही पड़े हैं। जो हमले की कहानी बयां कर रहे हैं। पुलिस हमलावरों की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल सकी। पुलिस ने हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए कई टीम भी गठित की है।
क्षेत्र में आतंक जमाना चाहता है सनी काकरान
प्रयाग के परिजनों का कहना है कि हमलावरों ने 30 से 40 गोली फायर की थी। करीब 20 से अधिक राउंड फायर उन्होंने प्रयाग को मारने के लिए चलाएं और आठ राउंड फायर हमलावरों ने मयंक पर किए थे। इसके बाद जब बदमाश घर से बाहर निकले तो ग्रामीणों में दहशत फैलाने के लिए भी उन्होंने कई राउंड फायर किए।
जिससे कोई ग्रामीण उनका पीछा करने की हिम्मत ना कर सके। हमलावर पूरी तरह बेखौफ थे। हमलावर प्रयाग पर फायर करने से भागने तक करीब 15 मिनट वहां रहे। इतनी देर में उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की, लेकिन कोई भी पड़ोसी घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सका।
अपनी सुरक्षा के लिए निरंकार ने की लाइसेंस की मांग
खुर्द गांव निवासी निरंकार का कहना है कि उसके पुत्र की हत्या कर दी गई। उसे अपने परिवार की सुरक्षा के लिए लाइसेंस की जरूरत है। निरंकार ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें जल्दी से जल्दी लाइसेंस उपलब्ध कराया जाए। जिससे वह अपने परिवार की सुरक्षा कर सकें। उन्होंने कहा बदमाश बेखौफ है। सुबह दिन निकलते ही उसके घर पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई और उसके पुत्र की हत्या कर दी गई। ऐसे में उसे लाइसेंस की बेहद जरूरत है।
सुनसान पड़ी गांव की गलियां
पावली खुर्द गांव में दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शनिवार सुबह करीब 11 बजे गांव की गलियां सूनी दिखाई दे रही थी।
शुक्रवार को रंजिश के चलते सनी काकरान और उसके साथियों ने प्रयाग पुत्र निरंकार की ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर हत्या कर दी। इसके बाद से गांव दहशत के साए में हैं गलियां बिल्कुल सूनी पड़ी।
हिस्ट्रीशीटर की मां को एसओजी ने पकड़ा
हिस्ट्रीशीटर सनी काकरान की मां उषा देवी को एसओजी ने शनिवार देर शाम गाजियाबाद से एक रिश्तेदार के घर से पकड़ लिया। एसओजी महिला को लेकर मेरठ आ गई है। एसओजी की टीम आरोपी महिला से हिस्ट्रीशीटर व उनके साथियों के साथ ही अन्य जानकारियां जुटाने में लग गई है। पुलिस के अनुसार महिला के नंबर को सर्विलांस पर डाल रखा था। जिसके आधार पर पुलिस ने नंबर को ट्रेस कर लिया था।