- परिजनों ने बताया हंगरी बॉर्डर से कैंप में फ्लाइट का है इंतजार
जनवाणी संवाददाता |
झिंझाना: यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच फंसे झिंझाना के छात्र प्रशांत कश्यप के परिजनों से ऊन तहसील के उपजिलाधिकारी और नायब तहसीलदार ने छात्र का कुशलक्षेम जाना। एसडीएम ने किसी भी सहायता के लिए भारतीय सरकार की तरफ हर संभव मदद का भरोसा दिया।
बुधवार को एसडीएम ऊन विशु राजा व नायब तहसीलदार सचिन वर्मा ने कस्बा झिंझाना निवासी छात्र प्रशांत कश्यप के परिजनों से मुलाकात की और प्रशांत का कुशलक्षेम जाना। प्रशासनिक अधिकारियों ने डाक्टर रामनिवास कश्यप से प्रशांत की जानकारी ली जिसमें डा. रामनिवास ने बताया कि उनका बेटा कीव में फंसा हुआ था जो कि भारतीय दूतावास एवं भारत सरकार द्वारा कीव से निकाल कर हंगरी बार्डर से पार हो गया है।
जहां पर लगभग तीन हजार भारतीय छात्र है, जिनको भारत सरकार द्वारा स्वदेश लाया जा रहा है। अभी बेटे से हुई बात में बताया अभी तीन भारतीय विमान छात्रों को लेकर भारत के लिए निकले है अभी हमारा नंबर नहीं आया जल्द ही हम भी भारतीय विमान द्वारा सुरक्षित भारत लौटेंगे।
एसडीएम विशुराज एवं नायब तहसीलदार सचिन वर्मा ने परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और सरकार की तरफ से हर मदद का भरोसा देते हुए आपातकालीन फोन नंबर व अपना व्यक्तिगत मोबाईल नंबर साझा किया ताकि किसी भी समय सहायता के लिए कॉल किया जा सके।