- सानिया हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, प्रेमी वसीम ने दिया पुलिस को सुराग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जब बाड़ ही खेत को खाने लगे तो कोई कुछ नहीं कर सकता है। ऐसा ही कुछ सिर कटी लाश के खुलासे के बाद सामने आया। पिता द्वारा कत्ल की गई सानिया की गुमशुदगी की शिकायत घर वालों ने दर्ज नहीं कराई थी। आरोपी पिता ने सोचा था कि बेटी का सिर मिलेगा नहीं और शव की शिनाख्त नहीं हो पाएगी, लेकिन सानिया के प्यार में डूबे प्रेमी वसीम ने पुलिस को सूचना देकर सानिया की हत्या का अंदेशा जताते हुए आरोपी पिता को गिरफ्तार कराया था।
20 वर्षीया सानिया कुरैशी के कत्ल के बाद परिवार खामोशी से दिन गुजार रहा था, लेकिन उसका प्रेमी बारह अगस्त से सानिया से बात न हो पाने के कारण बैचेन था। उसके दिमाग में बस एक ही बात गूंज रही थी कि हमेशा परिवार से बगावत करने वाली सानिया उससे क्यों नहीं बात कर रही है।
उसने लिसाड़ीगेट थाने के एक पुलिसकर्मी को फोन करके बताया कि जिस युवती की सिर कटी लाश मिली हे वो सानिया हो सकती है क्योंकि चार दिन से उसका पता नहीं चल रहा है। इस बीच पुलिस ने मेरठ और आसपास के जनपदों के थानों को मैसेज करके गुमशुदा युवतियों के बारे में जानकारी मांगी थी।
जब आरोपी पिता शाहिद कुरैशी ने अपनी बेटी की गुमशुदगी ही दर्ज नहीं कराई तो पुलिस कैसे उस तक पहुंचती। पुलिस ने वसीम की सूचना पर सानिया के पिता शाहिद कुरैशी को पूछताछ के लिये बुलाया और पूछताछ की तो पहले तो उसने पुलिस को बताया कि सानिया तो अपने बुआ के घर गई है, लेकिन पुलिस ने जब सख्ती की तो वो टूट गया और सानिया के कत्ल की कहानी सामने आ गई।
मां को नशीली चाय पिलाकर प्रेमी से मिलने जाती थी सानिया
लिसाड़ीगेट थानांतर्गत शालीमार गार्डन में रहने वाली सानिया कुरैशी अपने प्रेमी से मिलने के लिये मां को चाय में नशीली चीज पिला कर जाती थी। वारदात वाले दिन सानिया की मां बड़ी बेटी की डिलीवरी होने के कारण अस्पताल में थी। घर में सानिया और उसके पिता के अलावा चार भाई थे। मां के न होने का फायदा उठाकर वो घर की कुंडी खोलकर बाहर निकलना चाहती थी। तभी पिता की नींद खुली और उसने पहले सानिया को जमीन पर पटका फिर गर्दन पर पैर रखकर दबा दिया। जब वो बेहोश हो गई तो छुÞरा निकाल कर गर्दन को धड़ से अलग कर दिया।
एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि सानिया को वसीम से दूर करने के लिए पहले रिहान गार्डन स्थित मकान को बेचकर शालीमार गार्डन में खरीदा। उसके बाद भी सानिया मां को चाय में नींद की गोलियां देकर प्रेमी से मिलने चली जाती थी। सानिया को परिवार के लोगों ने समझाया। उसका रिश्ता भी तय कर दिया। उसके बाद भी सानिया ने वसीम का साथ नहीं छोड़ा। शाहिद ने बताया था कि एक बार रात दो बजे वो घर से निकल कर वसीम सैफी के पास चली गई थी। तब रिहान गार्डन के काफी लोग घर आए और बेटी के भागने का ताना मारने लगे थे। इससे परिवार में बदनामी भी हो रही थी।
सानिया की हत्या की जानकारी मामा को थी
सीओ कोतवाली अरविन्द चौरसिया ने बताया कि सानिया की हत्या से जुड़ी एक आॅडियो पुलिस को मिली है। आॅडियो से पता चला कि मवाना निवासी सानिया के मामा और मामी को भी उसकी हत्या की जानकारी थी। सानिया की हत्या के बाद मामा-मामी का झगड़ा भी शाहिद और शहनाज के साथ हुआ था। मामला परिवार से जुड़ा होने की वजह से उन्होंने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी।