- भैंसाली मैदान में भारी जलभराव, देर से शुरू हुई भागवत कथा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गुरुवार को कथावाचक अनिरुद्धचार्य महाराज के नेतृत्व में कलश यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें 300 से 400 महिलाओं नें हिस्सा लिया। कलश यात्रा सुबह 10 बजे अन्नपूर्णा मंदिर से प्रारंभ होकर वेस्ट एंड रोड होते हुए बिल्केश्वर नाथ महादेव मंदिर पर संपन्न हुई। इसके बाद महिलाओं ने मंदिर परिसर में अपने कलशों को रखा। कलश यात्रा के समापन कार्यक्रम के दौरान अनिरुद्धचार्य महाराज ने बिल्केश्वर नाथ महादेव मंदिर में भोले बाबा और जगन्नाथ भगवान के दर्शन किए।
दोपहर 2 बजे से भागवत कथा का आयोजन भैंसाली मैदान परिसर में होना था, लेकिन भारी जलभराव के चलते कथा में तीन घंटे का विलंब हुआ। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त घुटनों पानी में चलकर कथा स्थल तक पहुंचे। जबकि छावनी परिषद व आरआरटीएस की लापरवाही के चलते कथा स्थल में भरे बरसात के पानी को निकालने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। मौके पर पहुंचे महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने भक्तों की आस्था का ध्यान रखते हुए नगर निगम से तत्काल 5 से 6 पंप जेट भेजें और जलभराव को कम करने काम शुरू कराया गया।
भैंसाली मैदान पर कथा वाचक अनिरुद्ध आचार्य महाराज ने बारिश के बीच लोगों का अतिथि प्रेम स्वीकार किया और राधे-राधे का जयघोष लगाया। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान अनिरुद्ध आचार्य महाराज ने देव प्रतिष्ठा, भागवत महात्म्य एवं सुखदेव आगमन कार्यक्रम हुआ। भागवत कथा में राजेश अग्रवाल, नरेंद्र सिंघल, विपिन अग्रवाल, सुमित सिंघल, विजय गोयल, विवेक रस्तोगी, सुरेंद्र सिंधु, गणेश अग्रवाल व पवन गर्ग आदि का सहयोग रहा।
भैंसाली मैदान में जलभराव महापौर ने कराई जल निकासी
भैंसाली मैदान में गुरुवार को एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था। जिसमें यह बडेÞ स्तर का आयोजन था। जिसमें पंडाल भी लगा दिया गया था, लेकिन बारिश के चलते कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा। इस दौरान वहां पर मैदान के साथ सड़कों पर जलभराव हो गया। जिसमें नगर निगम की टीम ने पहुंचकर जनरेटर पंपिंग सेट द्वारा पानी की निकासी शुरू की। इस दौरान क्षेत्र के संबंधित अधिकारी को महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने मोबाइल मिलाया और समस्या बतानी शुरू की।
जिस पर महापौर के मोबाइल पर जो दूसरी तरफ से अधिकारी बात कर रहा था, शायद वह महापौर की बात को कोई खास तवज्यो नहीं दे पा रहा था। जिसको लेकर महापौर ने मोबाइल पर उसकी बात का जवाब देते हुए कहा कि आप जनहित की बात को अनसुना कर रहे हैं और उल्टे उन्हें ही कानून का पाठ पड़ा रहे हो। महापौर जिस व्यक्ति या अधिकारी से बात कर रहे हैं, उस पर खासे नाराज नजर आ रहे हैं। करीब पांच मिनट 55 सेकेंड जो उनकी बात हुई वह काफी विरोधाभाषी सुनाई थी। महापौर महानगर में हुए जलभराव को लेकर भी अधिकारियों से खपा दिखाई दिए।