- एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए बागपत जिले के गांव दोघट निवासी कपिल के खुलासे से मची सनसनी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पुलिस भर्ती परीक्षा में अफसरों के चाक चौबंद इंतजामों के दावों की पोल आज एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए दोघट के कपिल ने खोल कर रख दी है। यूपी एसटीएफ ने ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गैंग के एक सदस्य कपिल को गाजियाबाद के लोनी से गिरफ्तार किया है। गुरुवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गैंग के सदस्य कपिल की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसके मोबाइल पर 17 फरवरी को सेकेंड शिफ्ट का होने वाला पेपर पहले ही आ गया था।
जिसके बाद कपिल ने पेपर मुजफ्फरनगर के गांव बेहड़ा निवासी गुरुवचन को भेज दिया। उल्लेखनीय है कि 17 फरवरी को भर्ती परीक्षा के दौरान गाजियाबाद के एक परीक्षा केंद्र से महिला अभ्यर्थी और गुरुवचन सहित कुल चार आरोपियों को पकड़ा गया था। केंद्र के बाहर कार में बैठे तीन युवक ब्लूटूथ से महिला अभ्यर्थी को नकल करा रहे थे। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि कपिल ने मोबाइल पर पेपर भेजा था, जिसके बाद वह महिला अभ्यर्थी को नकल करा रहे थे।
पहले भी जा चुका है जेल
मामले की जानकारी देते हुए राजकुमार मिश्रा ने बताया कि कपिल तोमर बागपत जिले में दोघट थाना क्षेत्र के गांव बेगमाबाद गढ़ी का रहने वाला है। कपिल की रिश्तेदारी का प्रदीप नाम का युवक जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, वह पहले से प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने और पेपर लीक कराने का धंधा करता है। जिसके बाद कपिल भी यही काम करने लगा। 2022 में कपिल रेलवे ग्रुप-डी परीक्षा में धांधली के मामले में जेल भेजा गया।
सॉल्वर गैंग का फरार सदस्य गिरफ्तार
कैराना: कोतवाली पुलिस ने सॉल्वर गैंग से जुड़े फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में पेपर सॉल्व करने की योजना बनाने में संलिप्त बताया गया है। गैंग से जुड़े चार अभ्यर्थी व दो सॉल्वरों को पुलिस पहले की गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गत 18 फरवरी को कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर खुरगान बाइपास फ्लाईओवर के नीचे से उस्मान निवासी गांव मन्नामाजरा, शाहवेज निवासी गांव जहानपुरा, रिजवान निवासी गांव तितरवाड़ा व आसिफ निवासी गांव अलीपुर को गिरफ्तार किया था, जिनके कब्जे से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, फर्जी आधार कार्ड व मोबाइल बरामद हुए थे।
पुलिस ने बताया था कि आरोपियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की परीक्षा में सॉल्वर गैंग को छह-छह लाख रुपये में पेपर सॉल्व कराने के लिए ठेका दिया। हालांकि, उनकी गिरफ्तारी परीक्षा से पहले ही की गई थी। मामले में पुलिस ने उपरोक्त चारों अभ्यर्थियों के अलावा दो सॉल्वर व उनके सरगना के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया था। बाद में सॉल्वर दिलशाद अली निवासी गांव मामौर व अनीस निवासी गांव सहपत को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का दावा है कि जांच के दौरान पुरूषोत्तम निवासी गांव सहपत का नाम सामने आया था, जिसे गुरुवार को नगर की तितरवाड़ा चुंगी से गिरफ्तार कर लिया गया है। सॉल्वर गैंग का सरगना अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
वाट्सऐप पर पेपर वायरल की खबरों से हरकत में आया विभाग
मेरठ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 22 फरवरी से संचालित हो रही परीक्षाओं की सीसीटीवी कैमरों से की जा रही निगरानी के बावजूद नकल माफिया किसी न किसी तरह नकल कराने की जुगत लगा रहे हैं, गुरुवार को दूसरी पाली की परीक्षा में अन्य जिले से पर्चा लीक होने की खबरे वायरल होने के बीच, विभाग द्वारा नकल करने वालों और नकल कराने में सहयोग करने वाले पर पैनी निगाह रखने का दावा किया गया है। विभाग की ओर से अभी तक मेरठ के किसी भी केंद्र पर कोई नकल संबंधी मामला न पकड़े जाने की बात कही गई है।
साथ ही ऐसे मामले भविष्य में न पेश आयें इसके पुख्ता इंतजाम करने के जिलाधिकारी के निर्देशों का पालन किये जाने के प्रति आश्वस्त दिख रहा है। विभाग द्वारा नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने पर प्रतिबद्धता दिखाई गई है। बोर्ड के 10वीं की विज्ञान और कृषि तथा इंटरमीडिएट की गणित और जीव विज्ञान की परीक्षा दो पालियों में गुरुवार को संपन्न कराई गयी। सुबह की पहली पाली में हाईस्कूल के 2750 जबकि इंटरमीडिएट के 95 बच्चों ने परीक्षा छोड़ दी।
दूसरी पाली में हाईस्कूल के 13 और इंटर के 108 परीक्षार्थियो ने परीक्षा छोड़ी। श्रेत्रीय सचिव कमलेश कुमार ने बताया कि परीक्षा के दौरान अनुचित सामग्री का उपयोग रोकने के लिये जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कडेÞ कदम उठाये गये हैं। अभी तक जिस तरह से परीक्षा संपन्न कराई गई है, उसे आगे भी संपन्न कराने के प्रयास हैं।
पर्चा लीक की खबर से अफरातफरी
दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान 12वीं के गणित और जीव विज्ञान का पेपर आगरा में वाट्सऐप पर लीक होने की खबरे वायरल होने लगी। इसे देखते हुये जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर बने नियंत्रण कक्ष पर तैनात प्रभारी, सह प्रभारी और तकनीकी स्टॉफ पहले से अधिक सतर्क हो गया। स्क्रीन पर परीक्षा केंद्रो के स्ट्रांग रूम और परीक्षा हॉल में बैठे परीक्षार्थियों की हरकतों को नोट करने लगे। प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि सभी केंद्रों को स्क्रीन से मॉनिटर किया गया। आगरा से हुये पेपर लीक की खबर वायरल होने पर विभाग और प्रशासन के कान खड़े हो गये।