- स्वीकृत 19 पदों में से महज पांच पदों पर ही शिक्षक तैनात
- छात्रों ने शिक्षक न होने के कारण प्राइवेट स्कूलों में बढ़ाए कदम
- रखरखाव के अभाव में विद्यालय के खिड़की दरवाजें जर्जर
जनवाणी संवाददाता |
ऊन: शिक्षार्थ आइये, सेवार्थ जाइये! यह नारा लिखा है क्षेत्र के कमालपुर स्थित राजकीय यमुना खादर इंटर कालेज के प्रवेशद्वार पर। लेकिन प्रवेशद्वार में चार कदम आगे बढ़ते ही आपको ये नारा बेमानी लगेगा। जर्जर स्कूल की बिल्डिंग और टीचरों के टोटे के कारण छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने से मुंह मोड़ रहे हैं। फिर भी, इस ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। इसलिए छात्र शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्राइवेट स्कूलों का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
ऊन तहसील क्षेत्र में शिक्षा का घोर अभाव है। क्षेत्र के लोगों ने चंदा एकत्र कर यमुना खादर क्षेत्र के कमालपुर गांव में स्कूल की स्थापना की थी जिसे तत्कालीन सांसद व राज्यपाल वीरेंद्र वर्मा ने राजकीय इंटर कॉलेज की मान्यता 1999 में दिलाई थी। इसमें पूर्व प्रमुख दरियाव सिंह व चौधरी वेद सिंह का विशेष योगदान रहा था। वर्ष 2011 में इसे इंटर की मान्यता मिली जिसमें आर्ट व विज्ञान संकाय की कक्षाएं चलती हैं लेकिन विद्यालय में मात्र पांच शिक्षक तैनात है जबकि दो प्राइवेट ट्यूटर रखकर जैसे-तैसे क्लास चलाई जा रही हैं। कॉलेज में कोई लिपिक तैनात नहीं है। लैब में इक्यूपमेंट नहीं है।
विद्यालय के खिड़की-दरवाजे टूटे पड़े हैं। करीब 6 वर्ष से विद्यालय में रंगाई-पुताई का कार्य नहीं हुआ है। विद्यालय में सुविधाओं के अभाव के कारण बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने के लिए जाते हैं। हालांकि वर्तमान में कॉलेज में 351 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं।
कॉलेज के प्रधानाचार्य गोकुल चंद्र भारती ने बताया कि कॉलेज में अध्यापकों की तैनाती के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक से अनुरोध किया गया है। कॉलेज में अलंकार प्रोजेक्ट के तहत खिड़की-दरवाजे, टाइल्स, साइकिल स्टैंड, चारदीवारी व पुताई का कार्य कराया जाएगा। इसके लिए अभी धनराशि नहीं मिली है।
शिक्षक के18 पदों में से 9 प्रवक्ता पद स्वीकृत
राजकीय यमुना खादर इंटर कॉलेज में अध्यापक की 18 पद स्वीकृत है जिसमें 9 पद प्रवक्ता के हैं लेकिन कोई प्रवक्ता तैनात नहीं हैं। 9 पद सहायक अध्यापकों के हैं जिनमें पांच पद पर सहायक अध्यापक तैनात हैं। लिपिक के दो पद हैं लेकिन दोनों खाली पड़े हैं।
किताबें विहीन पुस्तकालय
राजकीय यमुना खादर इंटर कालेज में पुस्तकालय में किताबें नहीं है। जूनियर कक्षाओं की किताबें पुस्तकालय में है। विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कंप्यूटर लैब के लिए धन आया था लेकिन अभी भी इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। कॉलेज में इंटर में बायोलॉजी विषय की पढ़ाई होती है, लेकिन गणित विषय की मान्यता नहीं मिली है।
कार्यदायी संस्था को कार्य पूरा करने के निर्देश: जिविनि
जिला विद्यालय निरीक्षक जेएस शाक्य ने बताया कि कंप्यूटर लैब के निर्माण के लिए कार्य दायी संस्था को कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अलंकार प्रोजेक्ट के तहत रंगाई पुताई खिड़की दरवाजे आदि कार्य के लिए मांग की गई है। अभी तक धन नहीं मिला है। अध्यापकों की नियुक्ति आयोग की तरफ से होती है, जैसे ही आयोग से नियुक्ति होगी तैनाती की जाएगी।