- आज भी बारिश होने के आसार, सोमवार से मिल सकती है राहत
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: अगस्त बीतने के बाद शुरू हुई बारिश का दौर सितंबर के महीने में थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शनिवार को हुई बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अभी मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आज भी बारिश होने के आसार है।
वेस्ट यूपी में तेजी से बढ़ती बारिश के चलते हर कोई परेशान हो रहा है। बारिश ने इस समय सावन के महीने की याद दिला दी है। लगातार बारिश का दौर बना हुआ है। पिछले चार-पांच दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से राहत मिलती नहीं दिख रही है। जिस कारण से शनिवार को मौसम सुबह से ही बदला हुआ था और शाम के समय तेज बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हो गया और आने जाने में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबकि आर्द्रता अधिकतम 98 में न्यूनतम 83 रही और बारिश 34 मिमी रिकॉर्ड की गई। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष का कहना है कि रविवार को भी बारिश होने के आसार बने हुए हैं।
सोमवार को थोड़ी राहत मिल सकती है। दिन के तापमान में भी गिरावट आ रही है। यह बारिश मानसून के लौटते समय की बारिश है। जिस कारण से लगातार बारिश का सिस्टम बना हुआ है। अभी मेरठ और आसपास के जिलों में और भी अच्छी बारिश हो सकती है।
सामान्य से आठ डिग्री कम हुआ दिन का तापमान
कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि दिन का तापमान सामान्य से आठ डिग्री हो गया है। बारिश न होने के कारण जहां दिन में गर्मी का असर बन रहा था और लगातार तापमान में बढ़ोतरी के चलते दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच रहा था। वहीं, तापमान में गिरावट आने से मौसम बदला है और सामान्य से नीचे तापमान आने से लगातार गर्मी से भी राहत मिल रही है। अभी आगे भी मौसम ऐसे ही रहेगा और तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी संभव नहीं है।
जगह-जगह जलभराव
बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव के चलते समस्या बन गई है। बारिश शनिवार की शाम इतनी तेज थी कि जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया। सड़कों पर पानी के चलते लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ी। पल्लवपुरम फेज-दो में नालियों से पानी बाहर निकल कर सड़कों पर आ गया। कुछ पॉकेट में तो घरों तक भी पहुंच गया। जिस कारण से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।