- एनएचएआई की लापरवाही बन सकती है हादसों की वजह, बुझ सकते हैं घरों के चिराग!
- मेरठ-पौड़ी हाइवे पर चल रहा सड़क चौड़ीकरण का कार्य, जगह-जगह लगे मिट्टी के टीले
जनवाणी संवाददाता |
मवाना: एनएच-119 मेरठ-पौड़ी हाइवे का चल रहे सड़क चौड़ीकरण का निर्माण में एनएचएआई की लापरवाही हादसों की वजह बन सकती है। रात में सड़क दुर्घटना से बचने के लिए न तो कोई सड़क किनारे फुटपाथ पर रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं और न ही सड़क के बीच लगे मिट्टी के टीले को हटाया जा सका है।
कमोवेश एनएचएआई के अधिकारियों की लापरवाही का नमूना यह भी सामने आया है कि सड़क निर्माण में प्रयोग होने वाले डंपर को इस्तेमाल करने के बाद हाइवे पर ही खड़ा कराया जा रहा है। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि एनएचएआई की लापरवाही एवं अनदेखी से होने वाले हादसे से कई घरों के चिराग बुझने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
मेरठ-पौड़ी हाइवे पर फिलहाल रजपुरा से लेकर बहसूमा बाइपास पर सड़क चौड़ीकरण का निर्माण चल रहा है। जोकि बड़ी ही धीमी गति से चल रहा है। जनवाणी संवाददाता ने एनएचएआई की लापरवाही को कैमरे में कैद कर लिया। एनएच-119 मेरठ-पौड़ी हाइवे पर चल रहे सड़क चौड़ीकरण मे कुछ हिस्सा तैयार तो कर दिया है, लेकिन सड़क दुर्घटना से बचने के लिए न कोई रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं और न ही कोई रूट डायवर्ट के बोर्ड।
इतना ही नहीं रास्ता बंद करने के लिए लगाए गए मिट्टी के टीलों को भी हटाना तक नहीं समझा है। कमोवेश एनएचएआई के अधिकारियों की लापरवाही यहां तक भी नहीं थमती है कि हाइवे के निर्माण में प्रयोग होने वाले डंपर को भी दिन रात सड़क की सर्विस रोड पर खड़े करने के बजाय उनको भी हाइवे किनारे खड़े कर रहे हैं। ग्रामीणों से लेकर आने जाने वाले वाहन स्वामियों ने हादसों से बचने के लिए इन डंपरों को सड़क से अलग करने की मांग उठाई है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि एनएचएआई के अधिकारियों को एक बडेÞ हादसे का इंतजार है। हाइवे पर एनएचएआई की लापरवाही एवं अनदेखी के चलते होने वाले हादसे से कई घरों के चराग बुझने से इंकार नहीं किया जा सकता है। हाइवे को पूरी तरह से तैयार नहीं किया जा सका है।
जिससे बारिश के चलते एक तरफ से रूट बंद करने पर लोगों को टूटी-फूटी एवं बिखरी कंकरीट से होकर गुजरना पड़ रहा है। हाइवे पर गुजरने वाले राहगीरों को हादसो का शिकार होना पड़ रहा है। सड़क दुर्घटना से बचने के लिए एनएचएआई द्वारा रात में सफर करने वाले वाहन स्वामियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।