- बदहाल सड़कों पर जलभराव से लोग हुए परेशान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बरसात ने शहर की जनता के लिए खासी मुसीबत पैदा कर दी हैं। जगह-जगह जल भराव होने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया हैं। शहर की सड़के पानी में डूबी है जिससे होकर गुजरने वाली जनता इसके लिए निगम को जिम्मेदार बता रही हैं। जिन इलाकों में पानी भरा है।
भगवतपुरा, भूमिया का पुल, पिल्लोखड़ी पुल, कांच का पुल, पुराना कबाड़ी बाजार, कोटला, माधवपुरम, सराय लालदास, पुरानी तहसील, खंदक, लिसाड़ी गेट, समर गार्डन, इंद्रा नगर, जाकिर कॉलोनी, पुरानी मोहनपुरी, पांडव नगर, सोतीगंज जैसे कई इलाकों में बरसात का पानी सड़कों पर भर गया। वहीं शहर के कई अंदरूनी इलाकों जैसे गुदड़ी बाजार, पोदीवाड़ा, प्रहलाद नगर, श्याम नगर, नूर नगर आदि रिहायशी इलाकों में बरसात के बाद पानी घरों तक जा पहुंचा।
निगम हर साल बरसात से पहले तीन बड़े नालों की सफाई कराता है। जिससे उनमें गिरने वाले छोटे नाले-नालियों का पानी आसानी से बह जाए, लेकिन हर साल हालात इसी तरह के बन जाते हैं। जिन सड़कों पर निगम पैचवर्क कराकर उनकी मेंटेनेंस पर लाखों रूपये खर्च करता है वह सड़के बरसात में दम तोड़ देती हैं। इनपर बने गड्ढे यह साबित करते हैं कि किस तरह की निर्माण सामाग्री का प्रयोग हुआ हैं।
उफनते नाले खोलते पोल
तीन दिनों की बरसात में सभी प्रमुख नालों जिनमें आबू नाला, मोहनपुरी का नाला, घंटाघर का नाला शामिल है, उफनने लगे हैं। नालों का पानी सड़कों पर बहने लगा, पुरानी मोहनपुरी में तो नाले की दीवारें भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे पानी सीधा लोगों के घरों में घुसने लगा हैं।
गंदा पानी भरने की वजह से बीमारियां फैलने का अंदेशा लगातार बना हुआ हैं। पॉलीथिन की वजह से नाले चोक हो रहे हैं, जबकि निगम सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर लगातार अभियान चलाता है बावजूद इसके यह धड़ल्ले से प्रयोग हो रही हैं। निगम की इस लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा हैं।
एक्सप्रेस-वे पर मिट्टी के कटान से बढ़ा खतरा
परतापुर: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बारिश के चलते बड़े स्तर पर मिट्टी का कटान हो गया। अगर बारिश का दौर बंद नहीं हुआ तो एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाएं होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। कई जगह मार्ग पर दरारें आ गई है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर परतापुर से भोजपुर तक बारिश के चलते एक्सप्रेस-वे के साइडों में जगह-जगह से मिट्टी का बड़ी मात्रा में कटान शुरू हो गया है। कई जगह मार्ग बैठने लगा है। एक्सप्रेस-वे स्थित दिल्ली-मेरठ रेलवे लाइन के ऊपर बनी दीवारों में भी दरारें पड़ने लगी हैं। आलम ये है कि मिट्टी के बड़े स्तर पर हो रहे कटान से कभी भी बड़ा वाहन आने से मार्ग धंस सकता है।
भारी बारिश और तेज हवाओं से किसानों की धान की फसल को क्षति
मेरठ: पहले बारिश कम व फसलों में कीड़ा अन्य प्रकार की बीमारी से किसान परेशान था, लेकिन अब बारिश है। तूफान से किसान की फसल बर्बाद हो गई। भारतीय किसान यूनियन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री राजकुमार करनावल ने कहा कि किसान मजदूर बेचारा आपदा ही झेलता है और उन पर कोई ध्यान नहीं देता।
जब चुनाव आते हैं, उनको सबको किसानों की याद आती हैं, लेकिन बाद में भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के साथ तेज हवा से जो नुकसान हुआ है सरकार सभी जनपदों में आकलन कराकर नुकसान की भरपाई कराएं। तेज हवाओं में बरसात से खड़ी गन्ने की फसल खराब हो गई है और सबसे ज्यादा नुकसान धान की फसल को हुआ है। उन्होंने कहा है कि जो भी नुकसान किसानों का हुआ है, उसकी भरपाई सरकार करें।