- रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आठवले) की जन अधिकार रैली में नहीं पहुंचा भाजपा का कोई भी नेता
- प्रदेश में पांच सीटें नहीं दी गर्इं, तो पार्टी एनडीए गठबंधन को कराएगी अपनी ताकत का अहसास: डा. पवन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जन अधिकार रैली में रिपब्लिकन पार्टी आॅफ इंडिया (आरपीआई) आठवले के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रामदास आठवले नहीं पहुंच पाए। इतना ही नहीं, पार्ट के साथ एनडीए गठबंधन के सबसे बड़े घटक भारतीय जनता पार्टी से भी कोई नेता नहीं पहुंच सके। इन परिस्थितियों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. पवन भाई गुप्ता ने मंच संभाला और खुले लफ्जों में चेतावनी दी कि अगर उन्हें प्रदेश में पांच सीटें नहीं दी गर्इं, तो पार्टी एनडीए गठबंधन को अपनी ताकत का अहसास करा देगी।
आईटीआई के मैदान में आयोजित जन अधिकार रैली की तैयारियों को लेकर मेरठ महानगर के विभिन्न क्षेत्रों को बड़े-बड़े हार्डिंग लगाए गए थे। जिनमें रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. रामदास आठवले और पार्टी पदाधिकारियों के साथ-साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और कई दिग्गज भाजपा नेताओं के रैली में शामिल होने का प्रचार किया गया। लेकिन शाम तक कोई भाजपा नेता तो दूर, स्वयं डा. रामदास आठवले भी नहीं पहुंच पाए। उनके न आने का कोई स्पष्ट कारण मंच से नहीं बताया गया।
इस बीच अन्य वक्ताओं के बाद सबसे आखिर में आरपीआई के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. पवन भाई गुप्ता ने माइक संभालने के बाद बेबाक अंदाज में कहा कि इस रैली को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रामदास आठवले और उनकी (डॉ. पवन भाई गुप्ता) वार्ता हो चुकी थी। कार्यक्रम स्वीकृत होने के बाद ही केशव प्रसाद मौर्य के आने का प्रचार किया गया, लेकिन रैली से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने किनारा किया है।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री डा. रामदास आठवले एयरपोर्ट पर आकर भी रैली में भाग नहीं ले पाए, यह एक दुखद स्थिति है। उन्होंने कहा कि इस जन अधिकार रैली की तैयारी में पदाधिकारी कई दिनों से जुड़े हुए थे। प्रदेश अध्यक्ष डा. पवन भाई गुुप्ता ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आरपीआई ने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी से पांच ऐसी सीटें मांगी हैं, जिन्हें वह पूर्व में हार चुकी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरपीआई को प्रदेश में पांच सीटें नहीं दी गर्इं, तो पार्टी अपनी ताकत का एहसास कर कर रहेगी।
उन्होंने चेतावनी दी कि भारतीय जनता पार्टी ने अगर किनारा किया, तो उसे इसका खामियाजा भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए पद नहीं बल्कि अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान महत्वपूर्ण है। पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के मान सम्मान से कोई समझौता नहीं करेगी। जन अधिकार रैली के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कुमार, छोटे खान, नेत्रपाल सिंह चौहान, अभिनव सिंघल, रवि कुंडली, मंजू चौधरी, अब्दुल सलाम, नन्हेलाल वर्मा, डॉ. रमाशंकर सिंह, बचन सिंह चौहान, सलीम मलिक, राम किशोर, अजय गिरी, कैलाश सिंह, अब्दुल सत्तार, गजेंद्र पाल समेत प्रदेश और विभिन्न जिलों के पदाधिकारी ने विचार रखे।