जनवाणी संवाददाता|
मेरठ: शहर को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए मेरठ को जल्द ही इनर रिंग रोड व आउटर रिंग रोड मिलने वाली है। इसके लिए मेडा ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। मेडा जल्द ही हापुड़ रोड हापुड़ हाईवे से जुर्रानपुर फाटक, दिल्ली रोड, वेदव्यासपुरी होते हुए दून बाईपास तक रिंग रोड बनाने के लिए लगभग 15 हेक्टेयर जमीन पांच गांवों से जमीन खरीदेगा। मेडा ने जुर्रानपुर और गूमी गांव को ग्रामीण क्षेत्र में रखा गया है। इन गांवों में सर्किल रेट की चार गुणा कीमत दी जाएगी। वहीं, बुढ़ेडा जाहिदपुर, पूठा और रिठानी गांव को नगरीय क्षेत्र में रखा गया है, इसलिए यहां पर दोगुणा कीमत दी जाएगी।
- ये हैं इनर रिंग रोड बनने का उद्देश्य
- शहर में बढ़ते यातायात की समस्या को कम करना और विभिन्न राजमार्गों को आपस में जोड़ना।
- प्रस्तावित इनर रिंग रोड की कुल लंबाई लगभग 34.19 किलोमीटर है।
- मेरठ विकास प्राधिकरण अब खुद जमीन खरीदने का फैसला किया है। पहले भूमि अधिग्रहण में समस्या आ रही थी।
- इस 5.7 किलोमीटर के खंड के लिए जमीन खरीद इसी महीने (मई 2025) से शुरू होने की संभावना है।
- इस खंड के बनने से हापुड़-बुलंदशहर हाईवे दिल्ली रोड और दून हाईवे से सीधे जुड़ सकेगा।
- पहले चरण में प्राधिकरण की वेदव्यासपुरी योजना से दिल्ली रोड (1.20 किमी) और दूसरे चरण में दिल्ली रोड शताब्दीनगर योजना से हापुड़ रोड (4.50 किमी) तक निर्माण प्रस्तावित है।
- इनर रिंग रोड पर दो फ्लाईओवर और दो आरओबी भी बनाए जाएंगे।
- प्राधिकरण 45 मीटर के स्थान पर वर्तमान में 24 मीटर चौड़े मार्ग का निर्माण करेगा और 10.50 मीटर जमीन
- हाईवे के लिए आरक्षित करेगा। इस प्रस्ताव को शासन को भेजा जाएगा।
आउटर रिंग रोड
- शहर के बाहरी इलाके से यातायात को सुगम बनाना, जिससे शहर के अंदर जाम कम हो सके।
- यह मेरठ के चारों ओर एक बाईपास के रूप में काम करेगा और हापुड़, बुलंदशहर, बागपत जैसे क्षेत्रों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगा।
- आउटर रिंग रोड पर भी काम चल रहा है।
- हापुड़ से गढ़ रोड को जोड़ने वाले खंड पर काम तेजी से चल रहा है और काली नदी पर पुल का निर्माण भी प्रगति पर है।