- प्रिंसिपल ने कहा 1966 से चली आ रही बॉस कहने की परम्परा को तोड़ा जाए
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल कॉलेज के आॅडिटोरियम में गूंज नामक सत्र 2021 के छात्र छात्राओं के लिये (फ्रेशर) स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन शरीर रचना विभाग (एनॉटमी) की एचओडी व एमबीबीएस सत्र 2020 के छात्र-छात्राओं ने किया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डा. आरसी गुप्ता ने। इस दौरान सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और संकाय सदस्य व रेसिडेंट्स उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया
जिसके बाद एमबीबीएस की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। एनॉटोमिकल सोसाइटी की अध्यक्षा डा. प्रीती सिन्हा ने 2020 बैच के छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए उनका उत्साह बढ़ाया। इस दौरान प्रधानाचार्य ने सीनियर व जूनियर के अखण्ड रिश्ते को महान बताया। उन्होंने कहा कि मेडिकल में पहला बैच 1966 में शुरू हुआ था तभी से चली आ रही बॉस कहने की परम्परा को तोड़ा जाए।
अब सभी सीनियर्स को सर कहकर बोला जाए तो बेहतर रहेगा। परंपरा यह थी कि जूनियर छात्र अपने सीनियर छात्रों को बॉस कह कर बुलाते रहे हैं। प्रधानाचार्य ने सबसे जूनियर 2021के छात्रों से यह अपील की आज और अभी से सभी छात्र अपने सीनियर को सर कह कर बोलेंगे। बॉस कहने पर वो आदर व सम्मान प्रतीत नही होता जो सर कहने में मिलता है। उन्होंने आशा जताई कि आज से ही एमबीबीएस के छात्र अपने सीनियर को सर कह कर बात करेंगे।
कार्यक्रम में एमबीबीएस सत्र 2021 की छात्रा अक्षी जोशी को मिश फे्रशर व विशाल चौहान को मिस्टर फ्रैशर चुना गया। कार्यक्रम में रंगा रंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, आॅर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डा. प्रीती सिन्हा रहीं। इस दौरान एनॉटोमी सोसाइटी के वाइस प्रेसिडेंट अनमोल व सचिव स्वर्णिमा रहे। विभाग के डा. केतु चौहान, डा. वीडी पाण्डेय, डा. विदित दीक्षित का कार्यक्रम के सफल बनाने में योगदान रहा।
कार्यक्रम में शुष्मा गुप्ता, एसआईसी डा. केएन तिवारी, डा. मुनेश तोमर, डा. उर्मिला कार्या, डा. अखिल प्रकाश, डा. गौरव गुप्ता, डा. ज्ञानेश्वर टोंक, डा. विजय जायसवाल, डा. संध्या गौतम, डा. मोनिका शर्मा, डा. तनवीर बानो, डा. सीमा जैन, डा. अरुण कुमार, डा. अनामिका शर्मा, डा. संजीव कुमार, डा. वीरेन्द्र कुमार, डा. पीपी मिश्रा, डा. तरुण पाल, डा. अनुपम, डा. वीडी पांडेय, डा. विनोद कुमार, डा. विदित दीक्षित, गोपाल कृष्ण, डा. अरुण नागतिलक, डा. अंशु टंडन, डा. अलका श्रीवास्तव, डा. शिबू मोन, डा. नलिन गोयल उपस्थित रहे।