- शीला बीती 20 मई को देश छोड़कर दुबई भागा, इसी तरह इमरान जिस पर 16 मुकदमे दर्ज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चोरी के वाहनों की कब्रगाह के नाम से मशहूर सोतीगंज इलाका भले ही आज बदला-सा नजर आता है, लेकिन तीन साल पहले जब तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने यहां कार्रवाई की थी तब हालात कुछ और थे। उस समय यह मामला संसद तक में गूंजा था जिसको लेकर पीएम ने भी सोतीगंज का जिक्र किया था, लेकिन चोरी के वाहनों को काटने के मुकदमों में वांछित अब धीरे-धीरे देश से बाहर भाग रहे हें।
सुहैल उर्फ शीला पर चोरी के वाहन काटने के अलग-अलग थानों पर 42 मुकदमे दर्ज है। पुलिस इसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है, लेकिन सूत्रों से पता चला है कि शीला बीती 20 मई को देश छोड़कर दुबई भाग गया है। इसी तरह इमरान जिस पर 16 मुकदमे दर्ज है। वह भी डेढ़ माह पहले विदेश भाग चुका है। जबकि 20 मुकदमों में वांछित अरशद भी देश से बाहर जा चुका है। सवाल यह कि इन आरोपियों को देश से बाहर जाने में किसने मदद की। दुबई जाने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होती है तो फिर भगोड़े शीला का पासपोर्ट कैसे बना? पासपोर्ट बनने से पहले एलआईयू व संबंधित थाने की रिपोर्ट लगती है।
लेकिन गंभीर मुकदमों में वांछित आरोपियों का पासपोर्ट तैयार हो गया और वह अपने मकसद में कामयाब भी हो गए। सूत्रों से पता चला है कि अभी भी साजिद नेपाली, शादाब उर्फ बाबूलाल, रिजवान उर्फ घोंचू, मुल्ला कामरान, मन्नू, सुब्हान, सायम, जीशान उर्फ पव्वा व अनस नाम के कबाड़ी आज भी दिल्ली व आसपास के राज्यों में छिपे हैं। जबकि इनमें से कुछ के नेपाल भागने की भी खबर है। भले ही इस समय सोतीगंज में वाहनों का कटान नहीं हो रहा है, लेकिन मेरठ के देहात क्षेत्रों में आज भी चोरी के वाहन काटे जा रहे हैं। वाहन कटान कराने में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की दबिश, वाहन चोर दबोचा
वाहन चोरी की घटना में वांटेड चल रहे युवक को दिल्ली पुलिस ने दबिश देकर उठाया। पुलिस आरोपी को अपने साथ दिल्ली ले गई। बुधवार को दिल्ली पुलिस ने जलीकोठी क्षेत्र में दबिश देकर वाहन चोरी के मामले में वांटेड चल रहे सोनू उर्फ चाऊमाऊ को उठा लिया। बताया जा रहा है आरोपी दिल्ली में वाहन चोरी के मामले में पिछले कई दिनों से वांटेड चल रहा था। दिल्ली पुलिस ने एक मुखबिर के साथ आरोपी के घर दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया। जिसके बाद पुलिस उसे अपने साथ दिल्ली लेकर चली गई।
पत्नी के हत्यारे को उम्रकैद, 10 हजार जुर्माना
किठौर के फतेहपुर नारायण में 18 वर्ष पूर्व हुए सुमन हत्याकांड में आरोपी पति को कोर्ट ने आजीवन कारावास व 10 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। गत 17 जून 2006 की रात को फतेहपुर नारायण में सुमन पत्नी संजय की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। इस प्रकरण में मृतका के चचिया ससुर ऋषिपाल पुत्र लहरी सिंह ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में सामने आया कि सुमन के पति संजय पुत्र धनपाल ने ही उसकी हत्या की है। जिस पर पुलिस ने संजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से मामला कोर्ट में विचाराधीन था। बुधवार को न्यायालय एडीजे-14 एनडीपीसी एक्ट धीरेंद्र कुमार ने संजय कुमार को हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास और 10 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है।
एसटीएफ ने स्पोर्ट्स कारोबारी को उठाया
बुधवार देर रात एसटीएफ ने एक स्पोर्ट्स कारोबारी को उठा लिया। सादी वर्दी होने की वजह से स्थानीय लोग समझ नहीं पाए कि कारोबारी को उठाने वाली पुलिस की टीम है, इस वजह से काफी देर तक क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। अब्दुल्लापुर का रहने वाला इमरान पुत्र साबिर खेल का सामान बनाने का काम करता है। उसने घर में ही फैक्ट्री लगा रखी है। देर रात करीब 11 बजे जब इमरान खाना खाने के बाद अपने घर के बाहर खड़ा था उसी समय तीन गाड़ियों से सादी वर्दी में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और इमरान को उठाकर गाड़ी में डाल लिया। युवक को इस तरह उठाने के बाद क्षेत्र में अपहरण का शोर मच गया। परिजनों ने थाने पर सूचना दी जिसके बाद पता चला कि युवक को उठाने वाली एसटीएफ मेरठ की टीम है। बताया जा रहा है युवक पर किसी बड़ी कंपनी के नाम से खेल का सामान बनाने का आरोप है। जिसके बाद एसटीएफ ने उसे उठाया है। वहीं देर रात तक एसटीएफ की टीम युवक को लेकर अन्य दूसरी जगहों पर दबिश देती रही।