Tuesday, October 22, 2024
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गेल गैस कंपनी के कर्मचारी बन ठगों ने खाते से उड़ाए 8.37 लाख

  • लिंक भेजकर कराई थी एप्लीकेशन डाउनलोड फोन हैक करके खाते से उड़ाई रकम

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। साइबर अपराधियों की नजर हर व्यक्ति के खाते और उनकी आनलाइन गतिविधियों पर है। यही कारण है कि बैंक खातों की डिटेल्स से लेकर तमाम तरह के बिल की जानकारी से यह ठग अपडेट रहते है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां एक डेयरी संचालक को साइबर अपराधियों ने बड़ी ही चालाकी से ठग लिया। खुद को गेल गैस कंपनी से बताकर गैस बिल जमा करने के लिए पहले मोबाइल फोन में एक एप्लीकेशन डाउनलोड करा दी, उसके बाद मोबाइल फोन को हैक करके करीब आठ लाख रुपये बैंक खाते से साफ कर दिए।

शास्त्री नगर निवासी विनय कुमार बंसल एच ब्लॉक में डेयरी चलाते हैं। उन्होंने साइबर क्राइम थाने में शिकायत कर बताया कि उनके पास चार अक्टूबर को एक अंजान नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को गैल गैस कंपनी से बताया और कहा कि उनकी पत्नी राखी बंसल के नाम से जो कनेक्शन है, उसका बिल जमा नहीं हुआ है। ऐसे में उनका कनेक्शन काटा जा सकता है। पहली कॉल पर पीड़ित ने ध्यान ना देते हुए कार्यालय पर जाकर बिल जमा करने की बात कही। इसके बाद साइबर ठगों ने उन्हें दूसरी बार कॉल किया और तुरंत ही बिल जमा ना करने पर कनेक्शन कटने का डर दिखाया।

इस पर भी जब पीड़ित नहीं माने तो कॉलर ने तीसरी बार कॉल किया, जिससे तंग आकर विनय कुमार ने अपनी बेटी को फोन देकर उसे बिल जमा करने की बात कही। जिसका फायदा उठाते हुए ठगों ने उनके फोन पर एक लिंक भेजा और एप्लीकेशन डाउनलोड करने की बात कही…बस फिर क्या था, एप्लीकेशन डाउनलोड होते ही साइबर ठगों ने पीड़ित के फोन का पूरा एक्सेस अपने सिस्टम पर ले लिया और फोन को हैक कर लिया और 8.37 लाख रुपये की रकम को खाते से साफ कर दिया। पीड़ित डेयरी संचालक विनय ने बताया कि सबसे पहले उनके खाते से तीन बजकर 34 मिनट पर 98 हजार रुपये कटे।

इसके बाद पांच बार 98-98 हजार रुपये की रमक खाते से उड़ी। सातवी बार में 49 हजार और सबसे लास्ट में एक साथ दो लाख रुपये साफ कर दिए गए। पीड़ित ने बताया इसकी शिकायत के लिए वह सबसे पहले नौचंदी थाने गए थे, लेकिन वहां से उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि एक लाख से अधिक वाले मामलों में साइबर क्राइम थाने में सुनवाई होती है। ऐसे में उन्होंने 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज कराई।

तीन खातों में ट्रांसफर हुई धनराशि से हो रही शॉपिंग

साइबर अपराधियों ने ठगी गई रकम को तीन बैंक खातों में ट्रांसफर किया है। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया कि इस धनराशि से लगातार शॉपिंग भी की जा रही है। अब तक सबसे अधिक 2 लाख रुपये हिंदुस्तान पेट्रोलियम को भी भेजे गए है।

लिंक पर न करें क्लिक

साइबर क्राइम थाना पुलिस का कहना है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह के लिंक पर क्लिक ना करें। ना ही ऐसे किसी भी कॉल पर विश्वास ना करें। बिल जमा करने के लिए कभी ऐसे कॉल नहीं आते है। एप्लीकेशन डाउनलोड करने से भी बचें।

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