नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्रियों में से एक रानी मुखर्जी आज अपना 47वां जन्मदिन मना रही हैं। वह अपने अभिनय से लाखों दिलों पर राज करती हैं। उन्होेंने अपने फिल्मी करियर में एक सक एक सुपहिट फिल्में की है। साथ ही कई ऐसे रोल भी निभाए है, जिनमें से कुछ ने बड़े सामाजिक संदेश दिए और कमर्शियल मसाला फिल्मों से अलग रहे। उनके जन्मदिन के अवसर पर जानते है उनके ऐसे 10 किरदारों के बारे में, जो अपनी खास थीम और मैसेज के लिए जाने जाते हैं।
राजा की आएगी बारात
‘राजा की आएगी बारात’ साल 1997 में रिली हुई थी। यह फिल्म एक महिला के न्याय की कहानी है, जिसमें रानी मुखर्जी ने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया, जो अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती है।
हे राम
साल 2000 में रिलीज हुई ‘हे राम’ एक भारतीय ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म है, जिसे कमल हासन ने लिखा, निर्देशित और प्रोड्यूस किया था। यह फिल्म सांप्रदायिक दंगों और हिंसा पर आधारित है। इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने भले ही छोटा किरदार निभाया, लेकिन वह काफी प्रभावशाली था।
ब्लैक
साल 2005 में रिलीज हुई इस फिल्म रानी मुखर्जी ने एक दृष्टिहीन और श्रवण बाधित लड़की का रोल निभाया, जो अपनी कठिनाइयों को मात देती है। यह फिल्म हेलन केलर की वास्तविक कहानी से प्रेरित थी।
नो वन किल्ड जेसिका
2011 में रिलीज हुई यह फिल्म जेसिका लाल हत्याकांड पर आधारित थी, जिसमें रानी ने एक जिद्दी पत्रकार का किरदार निभाया, जो अपराधियों को सजा दिलाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देती हैं।
मर्दानी
रानी मुखर्जी की यह फिल्म साल 2014 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म लड़कियों और बच्चों की होने वाली तस्करी पर आधारित है। इस फिल्म में रानी ने शिवानी शिवाजी राव नाम की पुलिस ऑफिसर का रोल निभाया था।
हिचकी
इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने टॉरेट सिंड्रोम से जूझ रही एक शिक्षिका का किरदार निभाया है, जो समाज में अपने लिए एक पहचान बनाती है।
युवा
यह फिल्म राजनीति और युवा क्रांति की कहानी थी। इसमें रानी ने नंदिनी का किरदार निभाया है, जो अपने प्रेमी की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण कठिनाइयों का सामना करती है। यह फिल्म साल 2004 में रिलीज हुई थी।
लागा चुनरी में दाग
इसमें एक महिला के संघर्ष और समाज में उसके अस्तित्व की कहानी थी, जिसमें वह अपने परिवार के लिए एस्कॉर्ट बनने को मजबूर होती हैं।
दिल बोले हड़िप्पा
रानी मुखर्जी की यह फिल्म महिला क्रिकेटर के संघर्ष की कहानी थी, जिसमें एक लड़की को पुरुषों की टीम में खेलने के लिए अपना रूप बदलना पड़ता है। इस फिल्म में रानी ने वीर प्रताप सिंह का किरदार निभाया है।