Tuesday, September 23, 2025
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आज विश्व बौद्धिक संपदा दिवस, जानें वर्ष 2023 की थीम…

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। आज यानि 26 अप्रैल को पूरी दुनिया में प्रति वर्ष विश्व बौद्धिक संपदा दिवस मनाया जाता है। यह दिन बौद्धिक संपदा के महत्व और उद्देश्यों को उजागर करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

विश्व बौद्धिक संपदा दिवस नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में बौद्धिक संपदा अधिकारों तथा पेटेंट, ट्रेडमार्क, औद्योगिक डिजाइन, कॉपीराइट की भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने का दिन है। तो आइए जानते है इस वर्ष की थीम के बारे में…

बौद्धिक संपदा

बौद्धिक संपदा (आईपी) दिमाग की रचनाओं से संबंधित है, जैसे आविष्कार, साहित्यिक और कलात्मक कार्य, डिजाइन और व्यापार में उपयोग किए जाने वाले प्रतीक, नाम और चित्र आदि।

विश्व बौद्धिक संपदा दिवस का इतिहास

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की 15 विशेष एजेंसियों में से एक है। भारत भी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन का सदस्य है। विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की स्थापना 14 जुलाई 1967 को हुई थी, इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है। 26 अप्रैल को उस दिन के रूप में चुना गया था, जिस दिन विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की स्थापना कन्वेंशन 1970 में लागू हुई थी।

विश्व बौद्धिक संपदा दिवस का महत्व

विश्व बौद्धिक संपदा दिवस बौद्धिक संपदा के महत्व पर प्रकाश डालता है और कॉपीराइट, पेटेंट और ट्रेडमार्क के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है। यह दिन दुनिया भर के रचनाकारों और एक क्षेत्र के विकास में उनके योगदान का जश्न भी मनाता है। विश्व बौद्धिक संपदा दिवस पर, विभिन्न संगठन लोगों को बौद्धिक संपदा के महत्व को समझने के लिए जनसंपर्क अभियान चलाते हैं।

विश्व बौद्धिक संपदा दिवस थीम 

विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2023 का थीम महिला और आईपी: नवाचार और रचनात्मकता में तेजी लाना रखी गई है। डब्ल्यूआईपीओ हर साल विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के लिए एक नई थीम की घोषणा करता है।

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