- साइबर क्राइम थाना पुलिस ने 1.73 करोड़ की ठगी के मामले में सातवां और आठवां आरोपी दबोचा
- दुबई में हुई थी पकड़े गए आरोपी व सरगना की दोस्ती, हवाला के जरिए भेजे जाते थे पैसे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बुजुर्ग दंपति को पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 1.73 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले सातवें और आठवें आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। इनमें एक आरोपी दुबई में बैठकर साइबर ठगी गैंग चलाने वाले सरगना का दोस्त है। इन दोनों की दुबई में ही दोस्ती हुई थी। यह अपने खातों में रकम मंगाते थे, जिसका मोटा कमीशन भी लेते थे। इसके बाद ठगी की रकम को हवाले के जरिए दुबई तक पहुंचाया जाता था। पुलिस ने बताया कि सरगना भी गिरफ्तार होने से बाल-बाल बच गया। इस मामले में पुलिस पहले ही छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
बैंक से रिटायर्ड सूरज प्रकाश के पास 17 सितंबर को एक कॉल करके डिजिटल अरेस्ट कर उनके चार बैंक खातों से 1.73 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए थे। इसकी शिकायत मिलने पर मेरठ की साइबर क्राइम पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की खुलासे के लिए तीन टीम गठित की। जिन्होंने अब तक महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और हरियाणा समेत अन्य राज्यों व शहरो से छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अब इसी मामले से जुड़े दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि सुखप्रीत सिंह बजाज निवासी रमेशनगर थाना कीर्तिनगर दिल्ली वेस्ट और पंकज विश्वकर्मा निवासी सैनी गांव सिराथू जनपद कौशांबी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। यह लोग अपने व अपने जानने वालों के खातो में ठगी की रकम मंगाते थे, जिसकी एवज में मोटा कमीशन वसूलते थे। इस रकम को दुबई में बैठा सरगना हवाला के जरिए अपने पास मंगा लेता था। सुखप्रीत की गैंग के सरगना सुक्रीत सहगल से दोस्ती थी। वह उसके साथ मिलकर यह ठगी के कार्य में शामिल था। सुक्रीत दुबई में बैठकर ही देश के लोगों के साथ अलग-अलग तरीक से ठगी करता है। पकड़े गए दोनों आरोपियों के कब्जे से एक कार और दो मोबाइल फोन बरामद हुए है।
दुबई में एटीएम से निकाले गए थे ठगी के 8.74 लाख
पुलिस ने बताया कि वारदात के कुछ दिन बाद ही ठगी के 1.73 करोड़ रुपये में से दुबई में 8.74 लाख रुपये आठ एटीएम मशीनों से निकाले गए थे। जिसके बाद तहकीकात की गई तो पुलिस आरोपियों तक पहुंची। पकड़े गए आरोपी पंकज ने कुछ पैसे अपने मामा रोहित विश्वकर्मा के खाते में भी डलवाए थे।
ऐसे हुई दुबई के सरगना से दोस्ती
साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी सुखप्रीत की दो बहन दुबई में रहकर प्रोपर्टी डिलिंग का काम करती हैं। ऐसे में सुखप्रीत दुबई में आता जाता रहता था। उसी दौरान इसकी दोस्ती गैंग के सरगना सुक्रीत से हो गई। जिसके बाद से सुक्रीत ने सुखप्रीत को मोटे पैसे कमाने का लालच दिया और पंकज से मिलवाया। पंकज और सुक्रीत मिलकर अपने व अपने जानने वालों के खाते में पैसे मंगाते थे। पुलिस ने बताया कि सुक्रीत के पिता की दिल्ली के हॉस्पिटल में कैंटीन है, वहीं पर पंकज भी काम करता था।