- उमस भरी गर्मी में तिलमिलाए शहरवासी, ऊपर से बिजली कटौती ने भी खूब रुलाया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जून की भीषण गर्मी से जूझ चुके नगरवासियों को बरसात के मौसम से जैसी उम्मीद थी, वो पूरी करने में बदली रुत नाकाम रही है। मानसून आने के बाद हालांकि तापमान में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन उमस ने लोगों को बदहाल कर दिया है। इसके साथ महानगर के अलग-अलग इलाकों में चल रही अघोषित कटौती ने गर्मी से दो-चार हो रहे लोगों की मुसीबत को और बढ़ा दिया है।
इस बार गर्मी का मौसम काफी भारी गुजरा है। मई और जून के महीनों में बढ़ते तापमान ने लोगों के पसीने छुड़ाकर रखे। इस बीच मौसम विभाग से राहत वाली खबर आई कि इस साल मानसून समय से आने वाला है। ऐसा हुआ भी और जून के आखिरी दिनों में आसमान काले बादलों से घिर गया। इसी के साथ कई जगह बारिश भी हुई। मौसम विभाग ने भी मानसून के आने की विधिवत घोषणा कर दी।
जुलाई माह के बीते पांच दिनों में बरसात कुछ स्थानों पर हुई है, लेकिन इस बरसात ने गर्मी के प्रकोप से राहत दिलाने में कामयाबी हासिल नहीं की है। एक दिन पहले ही सोमवार को महानगर के मध्य भाग में काफी देर तक बारिश हुई। जिसके चलते हालात यह बने कि जहां-जहां बारिश हुई वहीं पानी ठहर कर रह गया। जलनिकासी न होने से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मंगलवार को उन इलाकों में लोगों को अन्य नगरवासियों के साथ उमस और जलभराव की समस्या ने परेशानी में डालकर रखा। मौसम के इस बदलाव के बीच हालांकि पारा जरूर 42 से हटकर 37 के आसपास हुआ है। लेकिन इस पारे के कम होने के अहसास को बढ़ती उमस ने ग्रहण लगा दिया है। इसी के साथ महानगर के कई क्षेत्रों में दिन भर बिजली की कटौती होती रही।
जिससे लोगों को उमस के साथ-साथ कूलर, एसी के सुख से भी वंचित रहना पड़ा। बिजली कटौती के बारे में मुख्य अभियंता विजयपाल सिंह का कहना है कि महानगर के किसी भी हिस्से में आपूर्ति बंद नहीं की गई है। अगर किसी क्षेत्र में बिजली कटी तो ऐसा लोकल फाल्ट ठीक करने या अन्य कारण से किया गया है।
सदर क्षेत्र में दिन भर लाइट गुल, फूटा नागरिकों का गुस्सा
सदर क्षेत्र में दिन भर बिजली आपूर्ति बाधित रहने के चलते व्यापारियों और क्षेत्रवासियों का गुस्सा रात होते होते आक्रोश में तब्दील हो गया। उन्होंने सदर बिजली घर पर जमकर हंगामा किया और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बिजली दफ्तर पर एकत्र होकर व्यापारियों का कहना था कि मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक बिजली आपूर्ति ठप रही है, जिसको लेकर क्षेत्रवासियों और व्यापारियों का हाल बेहाल हो रखा है।
वहीं लाइट न होने की वजह से घरों के इन्वर्टर भी ठप हो गए हैं, जिसके चलते नागरिकों का गर्मी की वजह से हाल बेहाल हो गया है। इस दौरान सदर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुनील दुआ ने बताया कि अगर क्षेत्र की लाइट की व्यवस्था इसी तरह डगमगाई रही तो क्षेत्रीय व्यापारी बुधवार को बिजली विभाग के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।
व्यापारी नेता जीतू नागपाल ने बताया कि एसडीओ ने लाइन में फाल्ट आने की बात कहकर बुधवार दोपहर तक का समय मांगा है। इस बाबत विधायक अमित अग्रवाल को भी बिजली कटौती से अवगत कराया गया है। प्रदर्शन करने वालों में अमित बंसल, शम्मी, जीशान अहमद, शाहबाज, शुएब, दीपक चड्ढा, सन्नी बक्शी आदि शामिल रहे।
भीषण गर्मी में अघोषित विद्युत कटौती ने किया बुरा हाल
सरधना: भीषण गर्मी ने लोगों का तेल निकाल रखा है। ऊपर से अघोषित विद्युत कटौती पूरी दुश्मनी निभा रही है। कई कई घंटे लगने वाले कट ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। खासतौर पर रात में विद्युत कट अधिक लग रहे हैं। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है। उमस वाली गर्मी बर्दाश्त के बाहर हो रही है। गर्मी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। उस पर भी दोहरी मार यह है कि जमकर अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है। कहने को सरधना में 22 घंटे विद्युत आपूर्ति के आदेश है। मगर यह आदेश महज फाइलों में चल रहे हैं। नगर में बिजली आने और जाने का कोई समय निर्धारित नहीं रह गया है।
कई कई घंटे लंबे विद्युत कट लगाए जा रहे हैं। खासतौर पर रात में बिजली कटौती लोगों पर भारी पड़ रही है। पिछले 1 सप्ताह की बात करें तो दिन में 3 से 4 घंटे में के विद्युत कट लग रहे हैं। इसके अलावा रात में भी यही हाल है। भीषण गर्मी में विद्युत कटौती लोगों को भारी पड़ रही है।