इन दिनों गोरा दिखने की दीवानगी सभी उम्र के लोगों पर सर चढ़ कर बोल रही है और इसके लिए अधिकांश को यह विश्वास है कि फेयरनेस क्र ीम उन्हें जरुर गोरा बना देगी लेकिन वे इस बात से अनभिज्ञ हैं कि धीरे धीरे इस क्र ीम में छिपे केमिकल उनके लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकते हैं। टीवी या इंटरनेट पर किसी भी नई फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन देखते ही मार्केट में उसकी खोज शुरू हो जाती है या आॅनलाइन खरीद लिया जाता है। स्किन ट्रीटमेंट के नाम पर महिलाएं व युवतियां महंगे से महंगे फेयरनेस क्रीम खरीदने में जरा भी पीछे नहीं हटती। हर महीने फेशियल, ब्लीच और क्लीनअप कराने के बाद भी महंगी फेयरनेस क्रीम लगाना उनकी रूटीन में शामिल हो चुका है। दिनभर में दो से तीन बार क्रीम लगाना उनके लिए सहज बात है।
ब्यूटी पार्लर में ब्यूटी ट्रीटमेंट के अलावा महिलाएं सबसे ज्यादा अपने गोरेपन पर सवाल करती हैं। गोरेपन को लेकर महिलाएं व युवतियां संवेदनशील तो हैं ही, वहीं अब लडके भी पीछे नहीं। पिछले कुछ सालों से लडकों के लिए भी फेयरनेस क्रीम मार्केट में आ चुकी हैं। ब्यूटी एक्सपर्टस के मुताबिक कस्टमर्स यह जरुर पूछते हैं कि गोरेपन के लिए वे कौन सी क्रीम आजमाएं। मार्केट में भी सबसे ज्यादा बिजनेस फेयरनेस क्र ीम का है। कस्टमर्स की शॉपिंग लिस्ट में फेयरनेस क्रीम जरुर शामिल होता है। कुछ लड़कियां तो ऐसी भी हैं जो खुद की स्किन को देखकर क्रीम नहीं खरीदती बल्कि दुकानदार से ही पूछती हैं कि उनके लिए कौन सा क्रीम ठीक रहेगी चाहे वह क्र ीम कितनी भी महंगी क्यों न हो।
चिकित्सकों के अनुसार फेयरनेस क्रीम का असर कुछ समय तक ही रहता है। कुछ क्रीम को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर क्रीम में केमिकल्स का प्रयोग होता है जिसमें विशेषकर निकोटिमाइड से ब्लड का सकुर्लेशन बढ़ता है जिससे चेहरे की लालिमा बढ़ जाती है लेकिन कुछ समय बाद फिर वही रंगत नजर आती है।
लगातार केमिकल्स वाली क्रीम उपयोग करने से चेहरे की स्किन मोटी होने लगती है और वह काली नजर आती है। गोरेपन की चाहत हर किसी को होती है लेकिन फेयरनेस क्रीम के चक्कर में कई बार लोग मुश्किल में भी पड़ जाते हैं। बिना सोचे समझे कोई भी क्रीम उपयोग करने पर स्कीन एलर्जी, खुजली, झुर्री, फुंसियां व चेहरे पर दाने निकलने व चेहरा बेजान होने जैसी शिकायतें आम हो गई हैं।
चाहे लड़का हो या लड़की, इस बात का ध्यान रखें, आपका गोरापन जितना है, उतना ही रहेगा भले ही कोई भी फेयरनेस क्रीम यूज करें। कुछ समय के लिए गोरापन दिखाई पड़ सकता है लेकिन क्रीम लगाना बंद करते ही जस का तस, ऊपर से दुष्प्रभाव अलग, इसलिए व्यर्थ क्रीम लगाने से बचें। कभी भी बाजार में मिलने वाली महंगी क्रीमों पर विश्वास न करें। यदि किसी कारणवश क्रीम लगाना अनिवार्य हो तो पहले त्वचारोग विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
उमेश कुमार साहू