- मार्कशीट और डिग्री में हुई खामियों को दूर कराने के लिए परेशान न हो छात्र
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नैक मूल्यांकन में चौधरी चरण सिंह विवि को ए प्लस-प्लस ग्रेड मिलने के बाद रविवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विवि एप्लाइट साइंस विभाग में आयोजित हुए कार्यक्रम में शिरकत की। जहां उन्होंने सभागार में उपस्थित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र-छात्राओं से वार्ता की।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि नैक में ए प्लस-प्लस मिलने के बाद अब विवि की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई हैं, जिसका निर्वहन करना आसान नहीं होगा। इसके लिए अब विवि को नई रणनीति बनानी होगी ताकि विवि को और नाम हो सकें। वहीं, उन्होंने कहा कि विवि को छात्रों के लिए काम करना होगा। मार्कशीट व डिग्री में हुई खामियों को लेकर छात्र-छात्राओं को बार-बार विवि के चक्कर न लगाने पड़Þे।
उन्होंने कहा कि विवि में कुलपति तो पांच साल रहकर चले जाते हैं, लेकिन कर्मचारियों को तो लंबे समय रुकना ही होगा है। इसलिए कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को समझे ताकि छात्रों को लाभ मिल सकें। वहीं, छात्रों को समझाते हुए उन्होेंने कहा कि छात्रों का अधिक से अधिक उपयोग करे ताकि वह विवि में जिंदाबाद-जिंदाबाद के नारे लगाने की बजाय पढ़ाई पर ध्यान दें। क्योंकि इससे छवि खराब होती है।
राज्यपाल ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि एक व्यक्ति विदेश में जाकर कहे की भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था अच्छी नहीं है तो कैसा लगेगा। इसलिए विवि छात्रों पर भी ध्यान दिया जाए कि वह बाहर जाकर विवि का नाम खराब न करे। यह तभी हो सकता है जब उन्हें पूरी तरह से विवि सुविधा मिलेगी। विवि कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि आज विवि का जो नाम देश में रोशन हो रहा है
उसके पीछे राज्यपाल की ही मेहनत है क्योंकि नैक में ग्रेड लाने के लिए उन्होंने हमें पूरी तरह से प्रेरित किया था। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि हमारा विवि निरंतर आगे बढ़ रहा है। यह महिला शक्ति का ही कमाल है। नैक तो इससे पहले भी हुए हैं, लेकिन अब विवि का रुतबा बढ़ गया है।
राज्यपाल ने अटल बिहारी सभागार में स्थित शौर्य गैलरी, कल्पना चावला स्टार्टअप एवं इक्यूवेशल सेंटर, एप्लाइट साइंस भवन सभागार का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम, तिलक पत्रकारिता के स्टूडियों, योगा विभाग में बने आनंदम का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में प्रो. एनसी गौतम, प्रो. मृदुल गुप्ता, प्रो. संजीव शर्मा आदि मौजूद रहे।
शोध के क्षेत्र में बढ़े आगे
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि विवि को शोध के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में रहना होगा। विवि में अच्छे संसाधन मौजूद है, जिनका लाभ सभी को मिलना चाहिए। अब विवि को विश्व स्तरीय रैकिंग में प्रतिभाग करने का लक्ष्य रखना चाहिए।
छात्रों को नए शोध करने की जरुरत है जैसे कि किसानों के ऊपर ताकि किसानों को नए संसाधन मिल सकें और वह कृर्षि को और आसानी तरीके से करें। सभी मिलकर अपने अनुभव एक-दूसरे से साझा करे और गांव में जाकर बच्चों को शिक्षित करने का काम करें।
बदल रहा समय
राज्यपाल ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि समय बदल रहा है। जब मैं पढ़ती थी, तब महिलाओं व बेटियों को लेकर सोच और हुआ करती थी, लेकिन आज लोग बेटियों को आगे ला रहे हैं और वह अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रही है।
10 साल का विजन डॉक्यूमेंट बनाए
सभी राज्य विवि दस साल का विजन डॉक्यूमेंट बनाए। जिसमें दस साल में आप विवि में क्या नया करेंगे उसको तैयार करे। इससे पता चलेंगा कि आने वाले समय में विवि किन बुलंदियों को छू सकेंगा। इससे एक-दूसरे को मार्गदर्शन भी मिलेगा।