Tuesday, March 19, 2024
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मैं किसान की बेटी, मैंने भी की खेती

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  • कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा-बाजार भी तैयार करें
  • राज्यपाल ने हुनर से रोजगार प्रदर्शनी देखी, ली जानकारी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज मेरठ पहुंची हैं। सबसे पहले वह सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचीं जहां उन्होंने हुनर से रोजगार प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो भी किसान की बेटी हैं और सुबह खेतों में जाकर काम करने के बाद पढ़ाई भी की। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पहले विवि में सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।

इसके बाद लगाए गए स्टॉल में महिलाओं द्वारा बनाए गए हैंडीक्राफ्ट, अचार, मुरब्बे, गाय के गोबर से दिए, वॉल हैंगिग, जूट के समान आदि की प्रदर्शनी को देखा। मिलेट्स को लेकर विशेष खाद्य पदार्थ, सामक के चावल की खीर आदि की जानकारी ली। राज्यपाल ने महिला उद्यमियों को सम्मानित किया। प्रदेश के कृषि शिक्षा और अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि जबसे राज्यपाल प्रदेश में आई हैं, तबसे महिलाओं के कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। बेटियों की शिक्षा को लेकर वह हमेशा तैयार रहती है।

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टीबी को खत्म करने लिए विशेष कार्य कर रही है। बच्चों के लिए राज्यभवन खोल दिया गया। बच्चों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है। प्रदर्शनी में यूपी के विभिन्न केंद्रों से आए है और महिलाओं ने अपना हुनर दिखाया है। राज्यमंत्री पशुपालन और डेयरी संजीव बालियान ने कहा यूपी में राज्यपाल का सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान हैं। हमेशा महिलाओं को मजबूत करती है। वेस्ट यूपी के हर गांव में महिलाओं के केंद्र है। ये उत्पाद बनाती तो है, लेकिन बाजार भी मिलना चाहिए। कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि यूनिवर्सिटी बाजार बनाने का काम करे।

अस्थाई रूप से महिलाओं को दुकानें एसएस समूह को दी जानी चाहिए। अमूल की तरह यहां योजना चलाए। पराग फैक्ट्री फेल हो चुकी है। सवा लाख लीटर दूध हरित प्रदेश मिल्क बोर्ड को मिल रहा है। पहले कागजों में और अब हकीकत में विकास हो रहा है। छह लाख से ज्यादा स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं। बाजार के लिए उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ाएं।

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कृषि विज्ञान केन्द्र हर तरह की ट्रेनिंग दे रहे हैं। समूह बनते ही 10 हजार रुपये मदद के लिए मिलता है। स्वयं सहायता समूह लगातार बढ़िया काम कर रहे हैं। गन्ने की नर्सरी तैयार किए जा रहे हैं। महिलाएं इसे बखूबी कर रही है। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, केंद्रीय पशु पालन एवं मत्स्य पालन राज्यमंत्री संजीव बालियान, केपी मलिक भी साथ थे।

महिला सशक्तिकरण को लेकर कृषि विवि ने मारी बाजी

सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि में रविवार को आयोजित हुए महिला सशक्तिकरण के लिए हुनर से रोजगार कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन होने के बाद राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने इस आयोजन को कराने वाले कृषि विवि के प्रसार निदेशालय के निदेशक डा. पीके सिंह को बधाइयां दी। इस आयोजन में जहां विवि के कुलपति प्रो. केके सिंह के सहयोग से यह सफल कार्यक्रम आयोजित हुआ। वहीं निदेशक डा. पीके सिंह द्वारा विवि के केवीके केंद्रों पर की गई व्यापक मेहनत के बल पर इस कार्यक्रम को कराने में वह सफल रहे।

काम कोई छोटा नहीं होता

सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि में आयोजित महिला सशक्तिकरण के लिए हुनर से रोजगार कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष महिला उद्यमियों ने अपनी-अपनी सफलता को बया किया। महिला उद्यमियों ने कहा कि काम कोई छोटा नहीं होता है। सिर्फ लग्न और मेहनत से किया जाए तो निश्चित सफलता मिलती है। आज उन्हे राज्यपाल के समक्ष बोलने का जो मौका मिला है। वह उसक ा श्रेय अपनी मेहनत और लगन को ही देती है।

कार्यक्रम में बुलंदशहर से आई महिला उद्यमी कृष्णा यादव ने बताया कि उनके पति खेती का काम करते थे। खेती कम थी। पति ने बिजनेस किया, लेकिन घाटा हुआ। बाहर जाने के लिए 500 रुपये उधार लेकर दिल्ली आई। बटाई पर खेती की, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। अचार, मुरब्बे की ट्रेनिग ली। बेचने में दिक्कत आई। रोड के किनारे मेज डाल कर पानी पिलाया और अचार खिलाया। काम चलने लगा और पांच साल तक काम किया।

फिर कृष्णा पिकल्स फर्म बनाया। अब हजारों महिलाएं काम कर रही है। 152 तरह के अचार बना रही हूं। कोई भी काम छोटा बड़ा नही होता है। सब्जी, फल बेकार हो जाते हैं। इसको प्रिजर्व किया जा सकता है। मुजफ्फरनगर से आई प्रतिभा सिंह ने बताया कि डिटर्जेंट और साबुन बनाती हूं। इसमें बहुत रोजगार मिले। सरकार से आर्थिक मदद मिली। सात मशीन लगाई। कृषि विज्ञान केंद्रों में ट्रेनिंग मिलती है। शाहजहांपुर से आई पूजा गंगवार ने बताया कि गाय के गोबर से हैंडीक्राफ्ट बनाते हैं।

खेती और पशुपालन व्यवसाय है। कई गाय दूध नहीं देती है। उसे सड़क पर छोड़ देते हैं। मैंने ऐसा नहीं किया। गोबर से कुछ बनाने का निर्णय लिया। गोबर से दिए बनाने लगे। बहुत सारी महिलाएं साथ काम करती है। तकनीकी ट्रेनिंग की जरूरत नहीं होती है। कक्षा आठवीं से इंटर की छात्राओं को ट्रेनिंग देते हैं। महिलाओं को हुनर देना जरूरी है। गोबर से बने समान इको फ्रेंडली है।

स्टाल पर पहुंची राज्यपाल

सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि में रविवार को आयोजित हुए कार्यक्रम महिला सशक्तिरण के लिए हुनर से रोजगार कार्यक्रम में विवि के 18 जिलों के 20 केवीके केंद्रों से लगभग 650 महिलाएं कार्यक्रम में शामिल हुई। इस कार्यक्रम में महिलाओं को जागरूक करने के लिए 28 स्टाल भी लगाए गए थे। कार्यक्रम में लगाए गए स्टालों पर लाइव प्रसारण भी दिखाया गया।

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इन स्टालों पर महिलाओं द्वारा एक के बाद एक हुनर का प्रदर्शन किया गया। महिलाओं द्वारा बाकायदा अपने अपने स्टाल पर अपने हुनर को दिखाया। राज्यपाल ने भी इन महिलाओं को हुनर देखा और उनकी सराहना की। इसके बाद राज्यपाल ने एक-एक स्टाल का अवलोकन भी किया।

सरधना विधायक ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

सरधना विधान सभा के विधायक अतुल प्रधान ने रविवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में सरधना विधान सभा में काली नदी सहित समस्त उत्तर प्रदेश में जल संरक्षण एवं जल प्रदूषण की गंभीर समस्याओं को लेकर चिंता व्यक्त की है। राज्यपाल को दिए ज्ञापन में विधायक ने अवगत कराया कि आज जल प्रदूषण से बचाव बेहद जरूरी है।

क्योंकि बिना जल के जीवन संभव नहीं है। हानिकारक पदार्थो के मिलने से जल प्रदूषित हो रहा है। सरधना से होकर गुजरने वाली काली नदी में बहुत सारे औद्योगिक कलखानों से प्रदूषित जल तथा कचरे के कारण प्रदूषित है। जिस कारण बड़ी संख्या में गंभीर बीमारियों के कारण लगातार मौत हुई है। काली नदी में जल प्रभाव सुनिश्चित की जाए।

इसे प्रदूषित करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो। जल संरक्षण के प्रति सरकार द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। विधायक ने तमाम बिंदुओं पर राज्यपाल से मांग की है। जिस पर राज्यपाल ने ज्ञापन लेकर विभिन्न बिंदुओं पर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।

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