- एक-एक नंबर के लिए टॉपरों में हुआ जमकर मुकाबला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: वो जमाने चले गए जब लोग दम भरकर कहते थे कि यूपी बोर्ड में 70 प्रतिशत नंबर लाने वाला बहुत प्रतिभाशाली माना जाता है। अब यूपी बोर्ड के छात्र-छात्राएं सीबीएसई और आईसीएसई की तर्ज पर ना केवल बंपर अंक ला रहे हैं, बल्कि टॉपरों के बीच बहुत कम अंतर की लड़ाई भी देखने को मिल रही है।
अगर प्रदेश स्तर की बात करे तो कानपुर नगर के प्रिंस पटेल और फतेहपुर की छात्रा दिव्यांशी के बीच सर्वोच्च अंक लाने में कोई ज्यादा अंतर नहीं रहा है। यही हाल मेरठ की टॉप टेन की सूची में शामिल छात्र-छात्राओं के बीच काटे की टक्कर रही हैं,जबकि पहले ऐसा नहीं हुआ करता था।
यूपी बोर्ड ने जब से सीबीएसई पैटर्न पर चलने की कोशिश की है तब से छात्र-छात्राएं जबरदस्त अंक लाने में सफल हो रहे है। इसबार जनपद के टॉपर श्रेयांश कुमार ने जहां 563/600 अंक हासिल किए वहीं मवाना की सवी विनीता ने 562/600 अंक लेकर जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। बारहवीं की बात करे तो रिठानी के सौरभ कुमार ने 453/500 अंक प्राप्त कर जिले के टॉपर बने है तो वहीं दूसरे नंबर पर मवाना के विश्वेंद्र ने 446/500 अंक प्राप्त किए है। यूपी बोर्ड ने मेरठ के 10वीं और 12वीं के जिन 27 सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओं की सूची जारी की है।
उनमें एक या दो नंबर के अंतर से पहले और दूसरे नंबर का चयन हुआ है। इसबार का रिजल्ट यह साबित करता है कि एक-एक अंक से आगे बढ़ने के लिए छात्रों को किस हद तक मेहनत करनी पढ़ी होगी। जिस तरह से यूपी बोर्ड ने अपना अंदाज बदला है उससे छात्रों के अंदर प्रतिस्पर्धा की भावना और मजबूत हो गई है। अब यह छात्र अंक हासिल करने में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के छात्रों को पछाड़ने में किसी से कम नहीं है। इसबार का रिजल्ट यह साबित करता है कि आने वाले वर्षों में छात्र शतप्रतिशत नंबर भी लाकर दिखा देंगे।