जनवाणी संवाददाता |
वाराणसी: दोषीपुरा में मुहर्रम के जुलूस के दौरान ताजिया जुलूस निकालने को लेकर शिया और सुन्नी समुदाय के बीच जमकर संघर्ष हुआ। मारपीट के बाद जमकर पथराव के साथ ईंट-पत्थर के साथ ही हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया।
इस संघर्ष में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस जीप समेत मौके पर खड़ी 20 से अधिक बाइकों में तोड़फोड़ की गई है। ताजिया दौड़कर ले जाने के चक्कर में वह भी क्षतिग्रस्त हो गई। फिलहाल पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा है।
घटन स्थल पर पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन समेत कई पुलिस अधिकारियों, कई थानों की पुलिस, एआरएफ और पीएसी जवानों के साथ पहुंचे। पुलिस ने खुद को बचाते हुए दोनों पक्षों को खदेड़ने की कोशिश की तो माहौल और बिगड़ गया। सीपी मुथा अशोक जैन ने वरुणा और गोमती जोन से भी पुलिस फोर्स को मौके पर बुलाया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोषीपुरा मैदान सहित आसपास के इलाके को घेरकर उपद्रव कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया। करीब दो बजे शुरू बवाल ढाई घंटे बाद 4:30 पुलिस ने काबू पाया। पथराव में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए पुलिस ने मंडलीय चिकित्सालय सहित अन्य अस्पतालों में भेजा।
पथराव के कारण शिया और सुन्नी समुदाय की कई ताजिया भी क्षतिग्रस्त हो गई। शिया समुदाय के लोगों ने ताजिया को करबला ले जाने से मना कर दिया और मौके पर ही धरना देने लगे।
पुलिस आयुक्त ने लोगों से बातचीत कर ताजिया उठाने की बात कही, लेकिन इसके बावजूद भी लोग नहीं माने। खबर लिखे जाने तक मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
शिया और सुन्नी समुदाय के बीच हुए बवाल में पीएससी कैंप और पुलिसकर्मियों की बाइकें भी उपद्रव की भेंट चढ़ गई। उपद्रव कर रहे कुछ युवकों ने पीएसी कैंप और मौके पर खड़ी पुलिसकर्मियों की बाइकों में जमकर तोड़फोड़ की। पथराव और उपद्रवियों की भीड़ देख वक्ति पीएसी के जवान और पुलिस को भी पीछे हटना पड़ गया था।
What’s your Reaction?
+1
+1
2
+1
+1
+1
+1
+1
1