ऐसा माना जाता है कि उर्दू जबान का आॅरिजिन इंडो-आर्यन भाषा समूह के एक सदस्य के रूप में बारहवीं शताब्दी में हुआ था और तब इसे हिंदवी के नाम से भी जाना जाता था। उर्दू के प्रथम विख्यात कवि के रूप में अमीर खुसरो को शुमार किया जाता है। दुनिया की अन्य भाषाओं की तुलना में उर्दू को तहजीब और तकल्लुफ की भाषा मानी जाती है। इतना ही नहीं अन्य भाषाओं के विपरीत उर्दू दांये से बांये लिखी और पढ़ी जाती है। विश्व में चीन की भाषा मंदारिन और यूरोपियन देशों की भाषा इंग्लिश के अतिरिक्त यह तीसरी सबसे बड़ी भाषा है, जो दुनिया के तकरीबन 50 करोड़ लोगों के द्वारा सामान्य रूप से बोली जाती है।
प्राय: 1.34 बिलियन आबादी वाले भारत में इसे हिंदी के बाद दूसरी प्रशासकीय भाषा के रूप में दर्जा प्राप्त है। भारत की आबादी के लगभग 5 फीसदी अवाम उर्दू जबान बोलते हैं और यदि हिंदी के बोलनेवाले लोगों को एक साथ मिला दिया जाए तो यह भाषा विश्व की एक चौथाई लोगों के द्वारा बोली जाती है। इस जुबान को प्राय: दक्षिण एशिया के लोगों के द्वारा बोली जाती हैं, किन्तु उर्दू की खासियत यहीं पर सिमट कर नहीं रह जाती है।
उर्दू में डिग्री और डिप्लोमा होल्डर्स के लिए दुनिया में बेशुमार जॉब्स और करियर के मौके उपलब्ध हैं। वित्त, इंटरनेशनल बिजनेस, इंटेलिजेंस, एडमिनिस्ट्रेशन, टेक्नोलॉजी, एविएशन, स्वास्थ्य, फिल्म और अन्य तमाम क्षेत्रों में उर्दू के डिग्री और डिप्लोमा होल्डर्स के लिए रोजगार के अवसरों की कोई कमी नहीं है।
उर्दू तालीम कहां से शुरू करें
उर्दू की प्रारंभिक शिक्षा मदरसों से और गवर्नमेंट-फंडेड स्कूलों से प्रारंभ होती है। बीए (उर्दू) करने के लिए कैंडिडेट का किसी भी मान्यता प्राप्त एजुकेशनल बोर्ड के द्वारा 10+2 पास करना जरुरी होता है। इसके साथ ही उर्दू में बेसिक प्रोफिशियंशी की जरूरत होती है। वैसे उर्दू में बीए आॅनर्स करने के लिए बारहवीं के स्तर पर उर्दू एक मेन सब्जेक्ट के रूप में जरूरी होता है।
उर्दू के अध्ययन के लिए प्रमुख संस्थान
- देश में उर्दू में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री के लिए प्रमुख संस्थान निम्नांकित हैं-
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
- अल अमीन कॉलेज, अनार्कुलम
- अब्दुल अजीज अंसारी डिग्री कॉलेज, जौनपुर
- अनुग्रहनारायण कॉलेज, पटना
- अंजुमन आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स कॉलेज, धारवाड़
- डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी, सागर
- बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी
- उर्दू में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री और डिप्लोमा डिस्टेंस या पत्राचार के माध्यम से भी किया जा सकता है।
- उर्दू के अध्ययन के लिए प्रमुख डिस्टेंस लर्निंग इंस्टिट्यूट्स
- इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग
- उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
- सिक्किम मनिपाल यूनिवर्सिटी
- मुंबई यूनिवर्सिटी
- मदुरै कामराज यूनिवर्सिटी
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
जामिया मिलिया इस्लामिया सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग नई दिल्ली भी हिंदी और इंग्लिश माध्यम से डिस्टेंस लर्निंग के द्वारा एक-वर्ष का उर्दू में डिप्लोमा कोर्स आॅफर करती है। इसमें एडमिशन वर्ष भर खुला रहता है। इस कोर्स के लिए कोई ट्यूशन फीस चार्ज नहीं किया जाता है। केवल एनरॉलमेंट का चार्ज 100 रुपए होता है। इस कोर्स के द्वारा एलीमेंट्री उर्दू में उर्दू पढ़ना, लिखना और बोलना सिखाया जाता है।
इसके अतिरिक्त मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी, डायरेक्टरेट आॅफ डिस्टेंस एजुकेशन हैदराबाद और इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी भी उर्दू में सर्टिफिकेट एंड डिप्लोमा कोर्स आॅफर करते हैं। उर्दू के डिग्री और पोस्टग्रेजुएट डिग्री होल्डर्स निम्नांकित क्षेत्रों में शानदार जॉब पा सकते हैं और अपना करियर बना सकते हैं-
ट्रांसलेटर
उर्दू भाषा में ट्रांसलेटर के रूप में करियर अपार संभावनाओं से भरा हुआ है। इसके लिए उर्दू लिखने और बोलने में उच्च स्तर के ज्ञान के साथ एक उम्मीदवार को दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों की घटनाओं के बारे में अपडेटेड होना जरूरी होता है। ट्रांसलेटर के रूप में बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ-साथ एअरपोर्ट, विदेश मंत्रालय, वीजा और पासपोर्ट आॅफिस, डिफेन्स और सिक्यूरिटी के अन्य क्षेत्रों में भी उर्दू में डिप्लोमा और डिग्री होल्डर्स के लिए जॉब के भरपूर अवसर उपलब्ध हैं।
दुभाषिये (इन्टरपरेटेर) के रूप में करियर
आपने अक्सर दो देशों के प्रधानमंत्रियों, राष्ट्रपतियों और राजनयिकों के मध्य किसी पुरुष या महिला को बैठे जरूर देखा होगा, जो उनके मध्य की भाषा को एक-दूसरे की भाषा में अनुवाद करते हैं ,जिसके कारण सार्थक संवाद संभव हो पाता है। तेजी से बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के परिणामस्वरूप उर्दू में ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन के बाद देश में विभिन्न विभागों में दुभाषिये के रूप में शानदार करियर बनाया जा सकता है।
इंटेलीजेंस एजेंसी के रूप में
प्रत्येक देश की सरकार की एक इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट होता है, जो देश की सिक्यूरिटी के लिए आवश्यक डाटा और जानकारियों को सुरक्षित रखता है। इंटेलिजेंस एजेंट टेररिस्टस, जासूस और विदेशी आक्रमणकारियों से पूछताछ करते हैं और महत्वपूर्ण जानकारियां कलेक्ट करते हैं। उर्दू में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिफेन्स, इंटेलिजेंस और एविएशन में इस प्रकार के जॉब्स को प्राप्त कर एक बेहतर करियर का आगाज कर सकते हैं।
फॉरेन लैंग्वेज के टीचर के रूप में
विदेशी भाषा के शिक्षक के रूप में करियर एवरग्रीन सेगमेंट में शुमार होता है और इस क्षेत्र में उर्दू का एक महत्वपूर्ण रोल है। प्रोफेशनल डिग्री बीएड और उर्दू में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री होल्डर्स उम्मीदवारों के लिए फॉरेन लैंग्वेज में टीचर के रूप में कई अवसर खुले हुए हैं।
स्कूल कॉलेज में टीचर
स्कूल के लेवल पर प्राइमरी टीचर, टीजीटी उर्दू और पीजीटी उर्दू के रूप में करियर की अपार संभावनाएं हैं। नवोदय विद्यालय समिति, केंद्रीय विद्यालय संगठन, सरकारी स्कूल्स और प्राइवेट सेक्टर के एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स में इन सभी टीचिंग पोस्ट पर भर्ती के लिए समय-समय पर विज्ञापन जारी किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त यूजीसी के द्वारा आयोजित नेट की परीक्षा क्लियर करने के बाद कॉलेज और यूनिवर्सिटी में उर्दू में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में भी प्रोफेशनल लाइफ का आगाज किया जा सकता है।
एडमिनिस्ट्रेशन में करियर के अवसर
यदि आप अपने काबिलियत के बल पर देश में बुनियादी सुधार लाने की ख्वाहिश रखते हैं तो उर्दू एक सशक्त माध्यम के रूप में साबित हो सकता है। इस लिहाज से उर्दू अच्छे सब्जेक्ट आप्शन के रूप में प्रामिजिंग करिअर का माध्यम बन सकता है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज की मुख्य परीक्षाओं में आॅप्शनल सब्जेक्ट के रूप में उर्दू काफी स्कोरिंग माना जाता है। इस परीक्षा में कामयाबी से आईएएस, आईएफएस और आईपीएस के अतिरिक्त विभिन्न सेंट्रल अलाइड सर्विसेज के रूप में शानदार करियर की शुरूआत की जा सकती है।
ब्लॉगर के रूप में करियर
हाल के वर्षों में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और इन्टरनेट के फास्ट ग्रोथ के साथ-साथ सोशल मीडिया के बड़े पैमाने पर आम व्यक्ति के जीवन में दखल के कारण ब्लॉगिंग का प्रोफेशन बड़ी तेजी से विकास कर रहा है। उर्दू में ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन के साथ यदि आपको अच्छा लिखना आता है तो आप एक फुल-टाइम ब्लॉगर बन सकते हैं। ब्लॉगर के रूप में आप अपने पसंदीदा सब्जेक्ट के रूप में फैशन, एजुकेशन, सिनेमा, लॉ, मेडिकल, इंजीनियरिंग, पॉलिटिक्स और मानव जीवन के तमाम विषयों पर ब्लॉग्स लिख सकते हैं। ये ब्लॉग्स शेयर और सब्सक्राइब किया जाते हैं जिससे रेग्युलर इनकम अर्जित किया जा सकता है|
सेल्स और मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के रूप में जॉब्स
1990 के आर्थिक सुधारों के बाद देश में मल्टीनेशनल कंपनियों में बड़ी तेजी से इजाफा हुआ है। इसके मद्दे नजर कॉल सेंटर्स और कंपनियों के सेल बढ़ाने के लिए मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के रूप में भी काफी अवसर खुल गए हैं। उर्दू में डिग्री होल्डर्स युवाओं के लिए इन क्षेत्रों में रोजगार के बेशुमार अवसर उपलब्ध हैं।
उर्दू पत्रकारिता में करियर
उर्दू में पत्रकारिता का क्षेत्र काफी व्यापक है। उर्दू में ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन के साथ मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म में डिप्लोमा और पोस्टग्रेजुएट के साथ पत्रकारिता के प्रिंट और विजुअल दोनों माध्यमों में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। डिप्लोमा और पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन उर्दू जर्नलिज्म के लिए वर्तमान ट्रेंड के अनुसार प्रमुख इंस्टिट्यूट्स निम्नांकित हैं-
- इंडियन इंस्टिट्यूट आॅफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली
- पटना यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी आॅफ कश्मीर, श्रीनगर
- उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी, इलाहबाद
श्रीप्रकाश शर्मा