जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कोरोना की वजह से अमेरिकी शेयर मार्केट में लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट दर्ज की गई है। नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स और एसएंडपी 500 (दोनों अमेरिकी स्टॉक मार्केट इंडेक्स हैं) के लिए यह मार्च 2020 के बाद सबसे खराब सप्ताह था। शुक्रवार को नैस्डैक में 2.7% टूटा आई, वहीं S&P 500 में 1.89% की गिराटव दर्ज की गई। इस हफ्ते नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स में 7.55% और S&P 500 में 5.7% गिरावट आई है।
साल के शुरुआती वक्त में निवेशक जोखिम नहीं उठाना चाह रहे हैं। वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व मुद्रास्फीति से निपटने के लिए इस साल कई बार ब्याज दरें बढ़ा सकता है, इस वजह से भी मार्केट पर असर पड़ रहा है।
पिछले हफ्ते फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने तेज से बढ़ती मुद्रास्फीति को देश के आर्थिक सुधार के लिए गंभीर खतरा बताया था। जिसके बाद निवेशकों लग रहा है कि फेडरल रिजर्व इस साल मुद्रास्फीति से निपटने के लिए कई बार ब्याज दरें बढ़ाएगा। इस वजह से भी मार्केट प्रभावित हुआ है।
शेयर मार्केट के साथ साथ क्रिप्टो करेंसी के मार्केट में भी भारी उथल पुथल मची है। सबसे चर्चित क्रिप्टो बिटकॉइन की कीमत में आज रात 3.40 तक 8.69% कमी आई है। बिटकॉइन की कीमत 2.62 लाख रुपए की गिरावट आई है। फिलहाल एक बिटकॉइन की कीमत 27. 64 लाख रुपए पहुंच गई, जो कि 6 महीने पहले 33.73 लाख रुपए थी।
शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट आई है। RCB कैपिटल मार्केट्स के एक्पर्ट्स के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें 0.55% गिरकर 87.89 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। अमेरिका के साथ साथ यूरोप में STOXX Europe 600 1.8% गिर गया। इसके अलावा चीन के शंघाई कंपोजिट इंडेक्स और जापान का निक्केई में भी गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय शेयर मार्केट में भी लगातार चौथे दिन गिरावट रही। शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 427 पॉइंट्स (0.72%) गिर कर 59,037 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 140 अंक (0.79%) गिरकर 17,617 पर बंद हुआ। हालांकि सुबह के सत्र में सेंसेक्स 700 अंकों से ज्यादा टूट गया था।