- सात दिवसीय कार्यक्रम में संस्कृत वक्ताओं ने प्रस्तुत किए अपने विचार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि के संस्कृत भाषा विभाग में चल रहे सात दिवसीय व्यास समारोह का रविवार को समापन हुआ। इस दौरान यज्ञ की पूर्ण आहूतियां दी गई और समारोह के दौरान हुई प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा की गई। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो.गोपबंधू मिश्र प्रणाम के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होेंने श्री कृष्ण,अर्जुन और संजय के माध्यम से विश्व को गीता जैसा अद्भुत ग्रंथ प्रदान किया जो सभी के लिए बहुत उपयोगी है। विवि कुलपति प्रो.नरेंद्र कुमार तनेजा ने संस्कृत में अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि व्यास समारोह के माध्यम से सीसीएसयू की गरिमा भारत वर्ष में फैल रही है और संस्कृत के कारण भारत वर्ष की गरिमा विश्व पटल पर चमक रही है। संस्कृत भाषा की स्वीकारता जितनी बढ़ेगी उतना ही भारत का ही नही बल्कि विश्व का भी कल्याण होगा।
दिल्ली विवि के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. रमेश कुमार ने सीसीएसयू की तुलना आॅक्सफोर्ड यूनिवसिर्टी से की। उन्होेंने कहा कि विगत 50 वर्षो से प्रो. सुधाकर आचार्य त्रिपाठी इस विवि के संस्कृत विभाग में संस्कृत की अनवरत सेवा कर रहे है और 30 वर्षो से व्यास समारोह से भारत भर को शोध एवं चिंतन का अवसर दे रहे है। विवि हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. नवीन चंद लोहानी ने सात दिन तक व्यास समारोह से जुड़े रहने के लिए सभी का धन्यवाद दिया।
समारोह में घोषणा की गई कि अगले वर्ष यह समारोह 6 नवंबर 2021 को आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. वाचस्पति मिश्र, डॉ. पूनम लखनपाल, डॉ.राजवीर आर्य, डॉ. संतोष कुमारी, डॉ. नरेंद्र कुमार, डॉ. ओमपाल, संजीत, आशा, पवन आदि का योगदान रहा।
इस प्रकार रहे प्रतियोगिताओं के विजेता , अंतरमहाविद्यालय संस्कृत प्रतियोगिता
- प्रथम आयुषी
- द्वितीय कीर्ति मिश्रा
- तृतीय दीपक शास्त्री
अंतरमहाविद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता
- प्रथम दिव्यांशी त्यागी
- द्वितीय अभिनव
- तृतीय निष्कर्ष त्यागी
सांस्कृतिक कार्यक्रम में
- प्रथम योगिक
- द्वितीय प्रदीप
- तृतीय डेजी