- महीनों से अधर में लटके कूड़ा निस्तारण प्लांट की भूमि को अपना बताकर लिया स्टे
- तहसील रोड पर कूड़े की आग में झुलस रहे लोग
- करीब डेढ़ साल से अधर में लटका पड़ा प्लांट
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: लगता है सरधना की किस्मत में स्वच्छता नहीं है। शायद इसलिए इस ऐतिहासिक नगरी को कूड़ा निस्तारण की समस्या से जूझना पड़ रहा है। पालिका की इस कदर लापरवाही की डेढ़ साल से अधर में लटका कूड़ा निस्तारण प्लांट आज तक तैयार नहीं हो सका। इस प्लांट के शुरू होने से थोड़ी बहुत समाधान की उम्मीद थी। अब वह भी खत्म होती नजर आ रही है।
क्योंकि कुछ लोगों द्वारा प्लांट की भूमि को अपना बताते हुए कोर्ट में वाद दायर कर दिया गया है। इतना ही नहीं इसके लिए यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश भी करा लिए हैं। यानी मुकदमा निपटने तक अब इस प्लांट में कुछ नहीं हो सकता है। दो माह में बनने वाले इस प्लांट को पालिका तो साल में भी तैयार नहीं कर पा पाई।
अब कोर्ट कचहरी का खामियाजा सरधना की जनता को भुगतना पड़ेगा। वहीं तहसील रोड पर रोजाना कूड़े के ढेर में लगने वाली आग ने जनता की जीना मुश्किल कर दिया है। मगर बेपटरी हुई पालिका में कोई कहने सुनने वाला बाकी नहीं रह गया है। कूड़ा निस्तारण की समस्या सरधना में कैंसर से भी अधिक गंभीर बनी हुई है। क्योंकि इतने बडेÞ कस्बे में कूड़ा निस्तारण के लिए कोई डंपिंग ग्राउंड नहीं है।
इस कारण नगर का कूड़ा मुख्य मार्गों की शोभा बढ़ा रहा है। पालिका सफाईकर्मी नगर का कूड़ा मुख्य मार्गों के किनारे डालते हैं। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व पालिका द्वारा झिटकरी रोड पर कूड़ा निस्तारण प्लांट के लिए ठेका छोड़ा गया था। जिसमें कूड़े को रीसाइकल करके उसको उपयोग में लाने की मंशा बनाई गई थी। मगर यह सपना फाइलों में ही दमकर रह गया है। क्योंकि टेंडर के मुताबिक दो महीने में तैयार होने वाला यह प्लांट दो साल में भी अधूरा पड़ा है।
पालिका प्रशासन ने भी ठेकेदारों को नोटिस जारी करके अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रखा है। इससे आगे कोई पूछने वाला नहीं है कि एक करोड़ से अधिक का यह प्रोजेक्ट आज तक क्यों पूरा नहीं हुआ है। बेपटरी हुई पालिका में कोई पूछने या बताने वाला बाकी नहीं रह गया है। जिसका नतीजा यह है कि कूड़ा निस्तारण प्लांट पर विवाद खड़ा हो गया है।
कुछ लोगों द्वारा प्लांट की भूमि को अपना बताते हुए कोर्ट में मुदकमा दायर कर दिया गया है। वाद दायर करने वाले तारनी स्ट्रीट मोहल्ला निवासी पंकज जैन के अनुसार खसरा संख्या 1820 रकबा 3720 उनकी भूमि है। जो गलती से रिकॉर्ड में पालिका के नाम दर्ज हो गई है।
यह दावा करते हुए पंकज जैन ने सिविल जज न्यायालय मेरठ में वाद दायर किया है। जिस पर कोर्ट ने यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। यानी अब मुकदमा खत्म होने तक प्लांट में कोई काम नहंी हो सकता है। प्लांट के निर्माण में लगे लाखों रुपये ऐसे ही धूल फाकेंगे।
अब सवाल यह उठता है कि यदि प्लांट को समय पर तैयार करा दिया जाता तो कम से कम उसका इस्तेमाल तो होता रहता। मगर वहीं बात कोई कहने सुनने वाला बाकी नहीं रह गया है। जिसका नतीजा सरधना की जनता भुगत रही है। तहसील रोड पर कूड़ाघर के रूप में बने नरक भवन में रोजाना आग लगाई जाती है। जिससे निकलने वाले जहरीले धुएं ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
करीब सवा करोड़ के चार टेंडर
- कूड़ा निस्तारण प्लांट बनाने के लिए बीएस कांट्रैक्टर बड़ौत की फर्म को रीसाइक्लिंग यूनिट लगाने के लिए 55.71 लाख रुपये का ठेका छोड़ा गया। सितंबर 2020 में फर्म को वर्क आॅर्डर मिला। सीमा एक माह रखी गई। आज तक काम पूरा नहीं हुआ। रनिंग पैमेंट के नाम पर 13 लाख का भुगतान भी हो चुका है।
- दूसरा ठेका अरुण सोम को दिया गया। एमआरएफ प्लांट यानी मैटेरियल रिकवरी फेसेलिटी का टेंडर 29.68 लाख में छोड़ा गया। सितंबर 2020 में वर्क आॅर्डर जारी हुआ। इस काम की समय सीमा दो माह थी। रनिंग पैमेंट 11.26 लाख रुपये हो चुका है, लेकिन काम आज तक पूरा नहीं हुआ।
- प्लांट पर भराव व सीसी रोड बनाने के लिए 24 लाख का ठेका छूटा। यह काम भी अधूरा पड़ा है। पालिका ठेकेदारों को तीन-तीन नोटिस जारी कर चुकी है। मगर ठेकेदारों पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
खाली भूमि को बना रखा कूड़ाघर
तहसील रोड पर रोडवेज बस अड्डा बनवाने के लिए पालिका ने भूमि निर्धारित की थी। जिसकी चार दीवारी में करीब 42 लाख रुपये खर्च कर दिए गए। बस अड्डा तो नहीं बना, बल्कि कूड़ाघर बनकर रह गया। यह भूमि भी पूरी तरह भर चुकी है।
गंदगी से हो रहा स्वागत
कूड़ा निस्तारण के लिए जगह नहीं होने के कारण पालिका सफाईकर्मी मुख्य मार्गों के किनारे कूड़ा डाल रहे हैं। मेरठ रोड, तहसील रोड, बिनौली रोड, दौराला, कालंद रोड समेत सभी मार्गों के किनारे कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। नगर की सीमाओं पर आज तक स्वागत द्वार नहीं बने हैं। कूड़े के ढेर से नगर में आने वाले लोगों का स्वागत हो रहा है।
प्लांट पूरा होने से पहले क्षतिग्रस्त
कूड़ा निस्तारण प्लांट शुरू होने से पहले ही क्षतिग्रस्त होने लगा है। प्लांट की चार दीवारी क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच रही हैं। हालत यह है कि दीवारों के ऊपर हुआ प्लास्टर उतर चुका है। कई जगह से चार दीवारी टूट चुकी है। देखरेख के अभाव में लाखों रुपये का निर्माण खंडहर हो रहा है।
कूड़े आग से जनता परेशान
तहसील रोड पर बने कूड़ाघर में रोजाना भीषण आग लगी रहती है। जिससे निकलने वाले जहरीले धुंए ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। एक सप्ताह से लोग जागकर रात काट रहे हैं। सांस के मरीज व बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। आग कौन लगा रहा है, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
इनका कहना है:
कूड़ा निस्तारण प्लांट की भूमि पर कोर्ट में वाद दायर का मामला संज्ञान में आया है। फिलहाल न्यायालय से यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश हुए हैं। न्यायालय में अपना पक्ष रखा जाएगा। उक्त भूमि नगर पालिका की संपत्ति है।
-सबीला अंसारी, चेयरपर्सन नगर पालिका सरधना