- योजना का आर्थिक लाभ ऊंट के मुंह में ज़ीरा
- प्रक्रिया पूरी करने में जरूरतमंदों को चबाने पड़ रहे लोहे के चने
- अधिकारी एसी में बैठकर आनंद ले रहे और गरीब पेंशनधारी धूप में बैठकर बहा रहा पसीना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जरूरतमंद एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकार योजना का सरल लाभ लेने के लिये जिस तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। उसका नजारा जनप्रतिनिधि शासन प्रशासन के शीर्ष अधिकारी विकास भवन के परिसर में आकर जिला समाज कल्याण विभाग में अपनी आंखों से देख सकते हैं। बात चल रही है सरकार की संचालित योजनाओं की एक तरफ सरकार कमजोर एवं जरूरतमंद लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाने के खूब प्रचार-प्रसार करती है और मंत्रियों द्वारा लाभकारी योजनाओं से कमजोर एवं जरूरतमंदों को रूबरू करने का प्रयास कर ही है, लेकिन शासन प्रशासन की नई गाइड लाइन की प्रक्रिया को पूरी करने में उन्हें कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उसका सरकार को कोई अंदाज़ा नहीं है। इस विभाग की बात करें तो यहां सरकार की 10 योजनाएं संचालित हो रही हैं। सभी योजना के पेेंशनधारी गरीब वर्ग के लोगों को कष्टधारी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। बात करते हैं वृद्धावस्था पेंशन योजना की, जो पेंशनधारी पिछले काफी समय से योजना का आर्थिक लाभ प्राप्त करते आ रहे हैं। उन्हें अब शासन प्रशासन की नयी गाइड लाइन को पूरा करने के लिये कठिन प्रक्रिया से गुजना पड़ रहा है। यह हाल है जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के 60 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनधारियों का जिन्हें हर महीने मात्र 500 रुपये सरकार की आर्थिक सहायता के रूप में मिलते हैं, जो आज के समय में ऊंट के मुंह में ज़ीरे के समान है।
वृद्धावस्था के लोगों को विभागी कार्यालय में पेंशन पोर्टल से आॅनलाइन अपने आधार कार्ड लिंक कराने एवं अन्य प्रक्रिया को पूरी कराने के लिये आना पड़ रहा है। जबकि इस प्रक्रिया को पूरी कराने के लिये सरकार के पास बहुत साधन हैं। जिसके तहत वार्ड स्तर, गांव एवं मोहल्ला स्तर पर पूरा किया जा सकता है। अब अंदाज़ा लगाया जासकता है कि गर्मी के मौसम में दूरदराज के पेंशनधारी गरीब लोगों को विभाग के कार्यालय आने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिये विभाग के कार्यालय पर रोज़ाना भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
जिला समाज कल्याण विभाग के कार्यालय के बाहर शुक्रवार को चिलचलाती धूम में दर्जनों पेंशनधारियों में से महिला 70 वर्षीय सोना देवी निवासी मोहल्ला जत्तीवाड़ाव गांव समसपुर किला रोड निवासी बुद्धगिर-80 वर्ष ने बताया कि उन्हें अपना आधार कार्ड लिंक कराने के लिये 3-4 घंटे से इंतज़ार करना पड़ रहा। इसी तरह अन्य लोगों ने भी अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया। उनका कहना है कि हम गरीब लोगों को यहां ना तो पानी मिल रहा है और ना ही उनके लिये यहां बैठने के लिये कोई व्यवस्था।
धूप में जमीन पर बैठकर अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ रहा है, उनका कहना है कि हम धूप में बैठे हैं और जिम्मेदार अधिकारी एसी में बैठकर ठंड का आनंद ले रहे हैं। बता दें कि इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिये केवल एक कम्प्यूटर पर एक व्यक्ति कार्य कर रहा है। जबकि जिला समाज कल्याण अधिकारी मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि इस योजना के तहत जिले में 28 हजार, 806 पेंशनधारी हैं। जिन्हें सभी को आगे पेंशन लेने के लिये शासन की नई प्रक्रिया से गुजरना होगा, जो पेंशनधारी अपना आधार पेंशन के पोर्टल पर लिंक नहीं करा पाएंगे। उनकी पेंशन रूक सकती है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक अब तक कुल पेंशनधारी लोगों में से 50 प्रतिशत ने अपने आधार लिंक कराए हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि पेंशनधारी अपने निकट जन सुविधा केन्द्र पर भी पेंशन के पोर्टल पर अपने आधार लिंक करा सकते हैं। बारहाल पेंशनधारियों के लिये सरकार की सुविधा अप्रयाप्त है। इसलिये अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इतनी कम आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिये उन्हें दूरदराज़ से यहां विकास भवन परिसर के विभागीय कार्यालय पर असुविधा के बीच आने पर मजबूर होना पड़ रहा है। यही दशा अन्य योजना के पेंशनधारी लोगों को भी उठानी पड़ रही है।