- हस्तिनापुर के जैन मंदिरों और सरधना के ऐतिहासिक चर्च में दिनभर रही पर्यटकों की भारी भीड़
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: नए साल 2023 का आगमन हो गया है। तमाम देशों में लोगों ने अपने-अपने तरीके से नए साल का स्वागत किया। ऐतिहासिक तीर्थ नगरी में नए साल का स्वागत मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ से किया गया। जिसके चलते सबुह से धर्मनगरी में भारी भीड़ देखने को मिली। सूरज की तपिशी के साथ नगर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती नजर आने लगा। जिसके चलते मुख्य मार्ग के साथ मंदिरों पर जाने वाले मार्ग भी जाम के हवाले रहे।
पुलिस को मार्ग सुचारू करने के लिए कडी मस्कत करनी पड़ी। रविवार को नव वर्ष की शुरुआत लोगों ने धर्म की गंगा में डुबकी लगाकर की। लगातार बढ़ती ठंड में भी लोगों की आस्था कम नहीं हुई। कड़ाके की ठंड के बाद भी लोग जैन धर्म स्थलों पर दर्शन के लिए पहुंचे। हालांकि पिछले साल की अपेक्षा इस बार भीड़ कम रही।
नगर के ऐतिहासिक जम्बुद्वीप, बड़ा मंदिर, कैलाश पर्वत, कमल मंदिर के साथ प्राचीन पांडेश्वर मंदिर, जयंती माता शक्ति सि़द्ध पीट का नजारा देखते ही बन रहा था। यहां दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लगी थीं। लंबे इंतजार के बाद लोगों का दर्शन के लिए नंबर रहा था। सुबह से देर शाम तक मंदिर प्रांगण में इसी तरह की भीड़ देखी गई। हालत यह थी कि श्रद्धालुओं का नंबर लम्बे इंतजार के बाद आया।
नववर्ष पर जाम के हवाले रही नगर की सड़कें
नववर्ष के स्वागत के लिए महाभारतकालीन धर्मनगरी उमड़ी भीड़ के आगे तमाम व्यवस्थाएं छोटी पड़ती नजर आई। जहां मुख्य मार्ग के साथ मंदिर तक जाने वाले मार्गों पर लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ा। वहीं, दर्शन करने के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ा प्राचीन मंदिरों के दर्शन के लिए देर शाम से ही कस्बे में भीड़ का जमा होना शुरू हो गया था।
नववर्ष पर ऐतिहासिक चर्च में लगा मेला
सरधना: रविवार को सरधना क्षेत्र में नववर्ष धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही ऐतिहासिक चर्च में पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। चर्च पहुंच कर लोगों ने नववर्ष धूमधाम से मनाया। चर्च में दिनभर मेले जैसा माहौल रहा। हजारों की संख्या में लोग चर्च के दीदार करने पहुंचे। यहां लोगों ने जमकर पिकनिक मनाई। लोगों ने चर्च की सुंदरता को निहारा।
साथ ही चर्च और बेगम समरू के इतिहास को बारीकी से जाना। चर्च में दिनभर विशेष प्रार्थना दौर जारी रहा। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। श्रद्धालुओं ने माता मरियम की चमत्कारी तस्वीर के समक्ष शीश नवाकर मन्नते मांगी। शाम तक चर्च में पर्यटकों की भीड़ रही। भीड़ को देखते हुए शाम को चर्च प्रशासन द्वारा मुख्य गेट बंद करना पड़ा। इसके बाद चर्च से भीड़ कम हो सकी।