- बोर्ड बैठक में आदेश देने के बावजूद आगे नहीं बढ़ रही कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सभी की निगाहें कैंट बोर्ड के आदेश के बाद निगाहें 22-बी पर लगी हुई हैं। आखिर यहां सील कब लगेगी? पिछले पांच वर्षों से 22-बी अवैध रूप से संचालित हो रहा हैं, लेकिन इस पर कोई रोक-टोक नहीं लगी। वर्तमान में कैंट बोर्ड की बैठक में 22-बी का मुद्दा उठा था, जिसके बाद इस पर सील लगाने के आदेश कर दिये गए। अब सील कब लगेगी? इसका इंतजार किया जा रहा हैं।
अभी पुलिस फोर्स की भी मांग नहीं की गई हैं। सूत्रों का दावा है कि कांवड़ यात्रा के बाद ही होटल पर सील लगाने की कार्रवाई की जाएगी। चर्चा तो यह तक थी कि अब तक 22-बी होटल बोर्ड के इंजीनियरों व अधिकारियों की सेटिंग से ही चल रहा था। यही वजह है कि 2019 के बाद होटल मालिक को कोई नोटिस तक कैंट बोर्ड की तरफ से नहीं भेजा गया।
इससे स्पष्ट है कि कैंट अधिकारियों ने 22-बी को लेकर लचीला रुख अपनाया, जिसके चलते ही उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इसी बीच बड़ी लापरवाही कहे या फिर सेटिंग से टेÑडिंग लाइसेंस 22-बी को जारी कर दिया। इसके बाद जो मीडिया में कैंट बोर्ड अधिकारियों की किरकिरी हुई, शायद कभी ऐसा नहीं हुआ। इसको कैंट बोर्ड के अध्यक्ष भी बिना लागलपेट के बोर्ड बैठक में स्वीकार करते हैं।
खैर छोडिये, ट्रेडिंग लाइसेंस तो निरस्त हुआ ही, साथ ही 22-बी पर फिर से सील लगाने के आदेश कैंट बोर्ड अध्यक्ष राजीव कुमार ने कर दिये थे। अब सील के आदेश हैं, लेकिन फिलहाल सील की कार्रवाई नहीं हुई हैं। सील की कार्रवाई कब होगी? इसी का इंतजार किया जा रहा हैं। इसमें भी कैंट बोर्ड के अधिकारियों को दो सिपाही साथ लेकर सील की कार्रवाई कर देनी चाहिए थी, मगर इसमें भी विलंब किया जा रहा हैं।
विलंब करने की वजह समझ में नहीं आ रही हैं। जब कैंट बोर्ड अध्यक्ष राजीव कुमार सील के आदेश कर चुके है तो फिर किस बात का इंतजार सील लगाने के लिए किया जा रहा हैं। इसमें सील होने के बाद कैंट क्षेत्र में जो अवैध निर्माण चल रहे हैं, कम से कम उन पर तो रोक लगेगी।